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सामान्य अध्ययन-3: आईटी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-टेक्नोलॉजी, जैव-टेक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित मुद्दों के क्षेत्र में जागरूकता।

संदर्भ: 

नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने ट्रैपिस्ट-1 प्रणाली से संबंधित एक्सोप्लैनेट ट्रैपिस्ट-1e की पहचान की है, जिसमें पृथ्वी जैसा वायुमंडल और द्रव्य जल हो सकता है, जो इसके संभावित रूप से मानव के रहने योग्य होने का संकेत देता है।

About the Study

  • जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप के नियर-इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोग्राफ ने TRAPPIST-1e के वायुमंडल का अध्ययन किया, ताकि यह आंका जा सके कि वहां जीवन की संभावनाएँ हैं या नहीं।
  • TRAPPIST-1e में पृथ्वी की तरह नाइट्रोजन-समृद्ध वायुमंडल हो सकता है, हालांकि इसकी पुष्टि के लिए आगे और अध्ययन की आवश्यकता है।
  • इसके सतह पर संभावित रूप से द्रव जल (Liquid Water) मौजूद हो सकता है, जो समुद्र या बर्फ के रूप में हो सकता है।
  • आने वाले अवलोकनों (Observations) का उद्देश्य ग्रह के वायुमंडलीय संघटन को स्पष्ट करना और सतह पर द्रव जल के समर्थन की इसकी क्षमता का मूल्यांकन करना है।
  • डेटा से संकेत मिलता है कि इस ग्रह का वायुमंडल कार्बन डाइऑक्साइड-समृद्ध नहीं है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यहाँ शुक्र (Venus) या मंगल (Mars) जैसी स्थितियाँ नहीं हैं।

TRAPPIST-1 के बारे में

  • यह एक छोटा लाल बौना (Red Dwarf) तारा प्रणाली है।
  • यह एक M-प्रकार का तारा (M-type star) है, जो सूर्य की तुलना में कहीं अधिक लाल, ठंडा और मंद प्रकाश वाला होता है।
  • इस तारा प्रणाली में कम से कम सात ग्रह हैं और यह पृथ्वी से लगभग 40 प्रकाश-वर्ष दूर स्थित है।
  • इसकी खोज वर्ष 2016 में हुई थी, और इसके कुछ ग्रह “गोल्डीलॉक्स ज़ोन” (Goldilocks Zone) में स्थित हैं, जो कि तारे के चारों ओर एक निवासयोग्य क्षेत्र (Habitable Zone) होता है।
  • गोल्डीलॉक्स ज़ोन में स्थित तीन में से दो ग्रहों में वायुमंडल नहीं पाया गया है।

एक्सोप्लैनेट (Exoplanet)

  • एक्सोप्लैनेट वह ग्रह होते हैं जो हमारे सौरमंडल के बाहर स्थित होते हैं।
  • इनमें से अधिकांश ग्रह अन्य तारों की परिक्रमा करते हैं, लेकिन कुछ इंटरस्टेलर ग्रह  ऐसे भी होते हैं जो किसी तारे के गुरुत्वाकर्षण के अधीन नहीं होते और अंतरिक्ष में स्वतंत्र रूप से विचरण करते हैं।

TRAPPIST-1e के बारे में

  • TRAPPIST-1e एक पृथ्वी के आकार का, पथरीला एक्सोप्लैनेट (Earth-sized rocky exoplanet) है, जो अपने तारे TRAPPIST-1 की निवासयोग्य परिक्रमा कक्षा (Habitable Zone) में स्थित है, जहाँ इसकी सतह पर द्रव जल (Liquid Water) की उपस्थिति संभावित है।
  • यह गोल्डीलॉक्स ज़ोन में स्थित है, जो तारे के चारों ओर वह क्षेत्र है जहाँ जीवन के लिए उपयुक्त तापमान हो सकता है।
  • यह ग्रह TRAPPIST-1 तारे की परिक्रमा केवल छह पृथ्वी दिनों से थोड़ा अधिक समय में पूरी कर लेता है और इसका घनत्व पृथ्वी के समान है।
  • इस ग्रह की खोज की घोषणा 2017 में की गई थी।

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST)

  • यह अब तक का सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली स्पेस टेलीस्कोप है, जिसे इन्फ्रारेड प्रकाश में ब्रह्मांड का अध्ययन करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसका उद्देश्य पहले तारों और आकाशगंगाओं का अध्ययन, ग्रहों के निर्माण की प्रक्रिया की जांच और एक्सोप्लैनेट्स के वायुमंडल का विश्लेषण करना है।
  • यह NASA, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी (CSA) के संयुक्त प्रयास से विकसित हुआ और 25 दिसंबर 2021 को लॉन्च किया गया।
  • यह पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर, सूर्य के चारों ओर, दूसरे लाग्रांज बिंदु (Lagrange Point 2 या L2) की कक्षा में परिक्रमा करता है।
  • यह हबल स्पेस टेलीस्कोप की खोजों का विस्तार करता है, जिसमें लंबी तरंग दैर्ध्य (Longer Wavelength) की कवरिंग और बेहतर संवेदनशीलता (Improved Sensitivity) शामिल है।

Sources:
Indian Express
Science Nasa
Alum Community

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