संदर्भ: भारत के प्रधानमंत्री 12 मार्च, 2025 को मॉरीशस राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मॉरीशस की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर होंगे।
अवलोकन:
- मॉरीशस के भारत के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, जो साझा इतिहास, संस्कृति और जनसांख्यिकी में निहित हैं।
- मॉरीशस की लगभग 70% आबादी भारतीय मूल की है (28% क्रियोल, 3% सिनो-मॉरीशस, 1% फ्रेंको-मॉरीशस)।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:

- पूर्व में मॉरीशस एक ब्रिटिश और फ्रांसीसी उपनिवेश था। इसे 1968 में स्वतंत्रता मिली।
- 36 व्यक्तियों का पहला गिरमिटिया श्रमिकों का समूह, 2 नवंबर, 1834 को ‘एटलस‘ नामक जहाज पर सवार होकर मॉरीशस आया था, जिसे अब ‘अप्रवासी दिवस‘ के रूप में मनाया जाता है।
- महात्मा गांधी ने 1901 में मॉरीशस का दौरा किया और शिक्षा, राजनीतिक सशक्तिकरण और भारत के साथ संबंधों को बढ़ावा दिया।
- मॉरीशस में राष्ट्रीय दिवस 12 मार्च को गांधी जी की दांडी नमक यात्रा (12 मार्च 1930 से 6 अप्रैल 1930) के सम्मान में मनाया जाता है।
द्विपक्षीय संबंध:
- भारत ने मॉरीशस के स्वतंत्र होने से भी पहले इसके साथ 1948 में ही राजनयिक संबंध स्थापित किए थे।
- भारत का मॉरीशस में 1948 से 1968 तक एक भारतीय आयुक्त और 1968 के बाद एक उच्चायुक्त था।
- यह संबंध उच्च-स्तरीय राजनीतिक जुड़ाव, समुद्री सुरक्षा, विकास, तकनीकी सहायता और जीवंत सांस्कृतिक आदान-प्रदान में सहयोग द्वारा चिह्नित है।
- भारत, मॉरीशस में कोविड-19 महामारी और 2020 वाकाशियो तेल रिसाव सहित संकटों के दौरान “पहला प्रतिक्रियादाता” रहा है।
वाणिज्यिक संबंध:
- भारत 2005 से मॉरीशस के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है।
- आर्थिक संबंध: भारत मॉरीशस के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है और वित्त वर्ष 2023-24 में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है।
- व्यापार समझौता: भारत और मॉरीशस ने फरवरी 2021 में व्यापक आर्थिक सहयोग और भागीदारी समझौते (CECPA) पर हस्ताक्षर किए, जो किसी अफ्रीकी देश के साथ भारत का पहला व्यापार समझौता है।
- मॉरीशस से भारत में FDI:
- 2000 से, मॉरीशस से भारत में संचयी FDI कुल 175 बिलियन अमरीकी डॉलर (भारत में कुल FDI प्रवाह का 25%) है।
- वित्त वर्ष 2023-24 के लिए FDI इक्विटी प्रवाह: 7.97 बिलियन अमरीकी डॉलर; वित्त वर्ष 2024-25 (अप्रैल-जून) के लिए: 3.21 बिलियन अमरीकी डॉलर।
मॉरीशस में भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम:
- मॉरीशस में 11 भारतीय सार्वजनिक उपक्रम, जिनमें बैंक ऑफ बड़ौदा, भारतीय जीवन बीमा निगम, न्यू इंडिया एश्योरेंस कॉर्पोरेशन, इंडियन ऑयल (मॉरीशस), भारतीय स्टेट बैंक और अन्य शामिल हैं।
मॉरीशस में भारत के सहयोग से चलाई जा रही परियोजनाएँ:
- 2016 अनुदान: पाँच प्राथमिकता वाली परियोजनाओं के लिए 353 मिलियन अमरीकी डॉलर: मेट्रो एक्सप्रेस, सुप्रीम कोर्ट बिल्डिंग, नया ENT अस्पताल, सामाजिक आवास, स्कूली बच्चों के लिए डिजिटल टैबलेट।
- 2017 लाइन ऑफ क्रेडिट (LOC): 10 परियोजनाओं के लिए 500 मिलियन अमरीकी डॉलर, जिनमें से 7 पूरी हो चुकी हैं (मेट्रो, सामाजिक आवास, सौर ऊर्जा, पुलिस अकादमी, आदि)।
- 96 सामुदायिक विकास परियोजनाएँ: 2022 में हस्ताक्षरित, इनमें 50 पूरी हो चुकी हैं।
- अन्य भारत-सहायता प्राप्त परियोजनाएँ: उपाध्याय प्रशिक्षण केंद्र, जवाहरलाल नेहरू अस्पताल, सुब्रमण्य भारती नेत्र केंद्र, राजीव गांधी विज्ञान केंद्र और अन्य।
सांस्कृतिक और शैक्षिक संबंध:
- भारतीय सांस्कृतिक केंद्र (IGCIC): 1987 में स्थापित, विदेश में सबसे बड़ा। 2,500 से अधिक मॉरीशसवासी हर साल हिंदुस्तानी संगीत, कथक, तबला और योग की कक्षाओं में भाग लेते हैं।
- भारत को जानो कार्यक्रम (KIP): 2004 से, 367 मॉरीशसवासी 62 बैचों में भाग ले चुके हैं।
- युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम: 10 सदस्यीय मॉरीशस युवा प्रतिनिधिमंडल ने अगस्त 2022 में NCC आदान-प्रदान में भाग लिया, 2023 और 2024 में और अधिक प्रतिनिधिमंडल भाग लेंगे।
- ITEC और छात्रवृत्ति: मॉरीशस ITEC कार्यक्रम का सबसे बड़ा लाभार्थी है, जिसमें सालाना लगभग 400 प्रशिक्षण स्लॉट हैं। भारत ICCR भारत-अफ्रीका मैत्री छात्रवृत्ति योजना के माध्यम से छात्रवृत्ति भी प्रदान करता है।
- 2007-08 से: ITEC के तहत 4,868 मॉरीशसवासी प्रशिक्षित हुए।
- मॉरीशस के छात्र भी भारत में अध्ययन करते हैं, जिनमें से लगभग 200 प्रतिवर्ष नामांकन कराते हैं।
मॉरीशस में भारतीय समुदाय:
- भारतीय नागरिक और OCI धारक: 22,188 भारतीय नागरिक और 13,198 OCI कार्डधारक।
- मॉरीशस के लोगों के लिए OCI कार्ड: 7वीं पीढ़ी तक भारतीय वंश वाले मॉरीशस के लोगों के लिए विशेष OCI प्रावधान।
- वीज़ा-मुक्त व्यवस्था: मॉरीशस ने 2004 में भारतीय पर्यटकों के लिए वीज़ा-मुक्त व्यवस्था शुरू की और मॉरीशस के लोगों को भारत के लिए निःशुल्क वीज़ा मिलता है।
- पर्यटन: कोविड से पहले, लगभग 80,000 भारतीय पर्यटक प्रतिवर्ष मॉरीशस जाते थे, और लगभग 30,000 मॉरीशस के लोग भारत आते थे।
रणनीतिक महत्व
- मॉरीशस की भूमिका: पश्चिमी हिंद महासागर का प्रमुख प्रहरी, समुद्री सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण।
- कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन: भारत, श्रीलंका, मालदीव, मॉरीशस और बांग्लादेश ने समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सहयोग किया।
- भारतीय समर्थन:
- तटीय राडार स्टेशन स्थापित किए गए।
- संयुक्त निगरानी के लिए अगालेगा द्वीप का पुनर्विकास किया गया।
- गुरुग्राम में भारतीय नौसेना के सूचना संलयन केंद्र (IFC-IOR) तक पहुँच।
- समुद्र विज्ञान सर्वेक्षण: भारत के INS सर्वेक्षक ने मॉरीशस के समुद्री क्षेत्र के 25,000 वर्ग किलोमीटर का सर्वेक्षण पूरा किया।
निष्कर्ष:
भारत-मॉरीशस संबंध मजबूत हैं, भारत संकटों, विकास परियोजनाओं और व्यापार, शिक्षा, संस्कृति और वाणिज्य में सहयोग के लिए मॉरीशस का समर्थन करता है।