डेटा गोपनीयता दिवस 2025

संदर्भ:

डेटा संरक्षण और गोपनीयता के बारे में जागरूकता बढ़ाने हेतु वैश्विक स्तर पर प्रतिवर्ष 28 जनवरी को डेटा गोपनीयता दिवस मनाया जाता है। 

अन्य सबंधित जानकारी
  • डेटा गोपनीयता दिवस 2025 का विषय “टेक कंट्रोल ऑफ योर डाटा” है।
डेटा गोपनीयता दिवस
  • इसे पहली बार वर्ष 2006 में यूरोप की परिषद के मंत्रियों की समिति द्वारा डेटा संरक्षण दिवस के रूप में मान्यता दी। यह कन्वेंशन 108 की वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो वर्ष 1981 में हस्ताक्षरित डेटा संरक्षण पर पहली कानूनी रूप से बाध्यकारी अंतर्राष्ट्रीय संधि थी।   
  • वर्ष 2008 में, इसे अमेरिका और कनाडा तक विस्तारित कर दिया गया, जहाँ इसे डेटा गोपनीयता दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
डेटा गोपनीयता पर भारत की पहल
  • इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने नागरिकों के व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के अधिकार संबंधी डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण (DPDP) नियम, 2025 का मसौदा जारी किया है।
  • डिजजटल वैयक्तिक डाटा संरक्षण अधिनियम डिजिटल व्यक्तिगत डेटा पर केंद्रित है, जो संगठनों को उनके द्वारा एकत्रित डेटा की प्रकृति, उद्देश्य, अवधारण अवधि और पहुँच का उद्घाटित करने के लिए अनिवार्य बनाता है।

उत्तर प्रदेश की झाँकी को मिला सर्वश्रेष्ठ झाँकी का पुरस्कार 

संदर्भ: 

उत्तर प्रदेश राज्य की झाँकी ने गणतंत्र दिवस परेड 2025 में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ झाँकी का पुरस्कार जीता है।

अन्य संबंधित जानकारी
  • इसमें अभी चल रहे महाकुंभ महोत्सव को प्रदर्शित करने वाली उत्तर प्रदेश की झाँकी को विजेता घोषित किया गया, जबकि त्रिपुरा की झाँकी को दूसरा स्थान मिला।  
  • केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों की श्रेणियों में, जनजातीय कार्य मंत्रालय को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में “जनजातीय गौरव वर्ष” पर आधारित प्रेरणादायी और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध झाँकी के लिए सर्वश्रेष्ठ झाँकी का पुरस्कार दिया गया।  
  • मार्चिंग टुकड़ियों के लिए, जम्मू और कश्मीर राइफल्स की मार्चिंग दस्ता को सेवाओं क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी के रूप में चुना गया है, जबकि दिल्ली पुलिस की मार्चिंग दस्ता को CRPF/अन्य सहायक बलों के बीच सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी के रूप में चुना गया है।  
सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ियों और झाँकियों के लिए परिणाम
शीर्ष तीन झाँकिया (राज्य/संघ राज्य क्षेत्र ):
  • पहला स्थान  – उत्तर प्रदेश (महाकुंभ 2025 – स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास) को।
  • दूसरा स्थान – त्रिपुरा ( शाश्वत श्रद्धा: त्रिपुरा में 14 देवताओं की पूजा और खर्ची पूजा) को। 
  • तीसरा स्थान – आंध्र प्रदेश (एटिकोप्पाका बोम्मालु) – पर्यावरण-अनुकूल लकड़ी के खिलौने) को।

केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों की ओर से सर्वश्रेष्ठ झाँकी – जनजातीय कार्य मंत्रालय (जनजातीय गौरव वर्ष) को। 

सेवाओं में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ता – जम्मू और कश्मीर राइफल्स की मार्चिंग दस्ता। 

CRPF/अन्य सहायक बलों में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ता – दिल्ली पुलिस की मार्चिंग दस्ता। 

विशेष पुरस्कार:
  • केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (भारतीय संविधान के 75 वर्ष)
  • ‘जयति जय मम भारतम्’ नृत्य समूह में।  
38 वें राष्ट्रीय खेल
संदर्भ: 

उत्तराखंड 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी कर रहा है, जो 28 जनवरी से शुरू हुआ है और यह 14 फरवरी तक चलेगी।  

38 वें राष्ट्रीय खेल
  • इनमें 36 राज्य और एक केंद्र-शासित प्रदेश भाग ले रहे है।
  • उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के राज्य पक्षी मोनाल को संदर्भित करने वाली मौली को 38वें राष्ट्रीय खेलों के शुभंकर के रूप में स्वीकार किया गया है।
  • लगभग 10,000 एथलीट 35 खेल विधाओं में भाग लेंगे। इनमें से 33 खेलों के लिए पदक दिए जाएंगे, जबकि दो प्रदर्शनी खेल होंगे।
  • योग और मल्लखंभ को पहली बार राष्ट्रीय खेलों में शामिल किया गया है।
  • स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करते हुए, इस वर्ष राष्ट्रीय खेलों का विषय “हरित खेल” है ।
राष्ट्रीय खेलों के बारे में
  • फरवरी, 1924 में दिल्ली में भारतीय ओलंपिक खेलों की शुरुआत हुई थी।  
  • वर्ष 1940 में बम्बई में आयोजित 9वें ओलंपिक खेलों के दौरान भारतीय ओलंपिक खेलों का नाम बदलकर राष्ट्रीय खेल कर दिया गया। 
  • राष्ट्रीय खेल भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) और संबंधित राज्य सरकारों के बीच का एक संयुक्त प्रयास है। इसके प्रत्येक संस्करण की मेज़बानी भारत के अलग-अलग राज्य द्वारा की जाती है।  
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