संदर्भ:
भारतीय खगोल संस्था (ASI) ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और IN-SPACe के सहयोग से उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक सिस्टम वैलिडेशन टेस्ट (प्रणाली सत्यापन परीक्षण) सफलतापूर्वक आयोजित किया।
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
- यह कार्यक्रम 14 जून को आयोजित किया गया था और इसका उद्देश्य आगामी IN-SPACe CANSAT एवं मॉडल रॉकेट्री इंडिया स्टूडेंट प्रतियोगिता 2024–25 की तैयारी के तहत स्थल और प्रणाली का परीक्षण करना था।
- यह प्रतियोगिता भारत भर के स्नातक छात्रों को CANSAT (कोल्ड ड्रिंक कैन के आकार के छोटे उपग्रह) डिजाइन और लॉन्च करने का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करती है।
- CANSAT परियोजना छात्रों को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के विकास की प्रायोगिक समझ देती है।
- प्रतियोगिता का आयोजन ASI, ISRO और IN-SPACe द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य छात्रों को मॉडल रॉकेट्री और उपग्रह प्रणालियों में हाथों-हाथ अनुभव देना है।
- इस प्रारंभिक लॉन्च का उद्देश्य स्थल की उपयुक्तता का आकलन करना और तकनीकी मानकों जैसे सुरक्षा सीमाएं, संचार सीमा और रिकवरी स्थितियों को सत्यापित करना था।
- परीक्षण के तहत दो ट्रायल लॉन्च किए गए, ताकि निजी कंपनी को रॉकेट और मोटर की आपूर्ति के लिए योग्य ठहराया जा सके।
- 15 किलोग्राम वज़न वाला मॉडल रॉकेट लगभग 1.0 किलोमीटर ऊंचाई तक पहुंचा और उसमें सफलतापूर्वक 1 किलोग्राम का CANSAT स्थापित किया गया।
- रॉकेट बॉडी और CANSAT को पैराशूट की मदद से सुरक्षित रूप से रिकवर किया गया और सभी लॉन्च मापदंड प्रतियोगिता आवश्यकताओं के अनुरूप पाए गए।
- यह लॉन्च, अक्टूबर–नवंबर 2025 में होने वाली छात्र प्रतियोगिता की तैयारी के चरण का हिस्सा है, जिसमें 900 से अधिक छात्र–डिज़ाइन किए गए मॉडल और CANSATs प्रदर्शित किए जाने की संभावना है।
- मॉडल रॉकेट लॉन्चर का विकास Thrust Tech India Pvt. Ltd नामक निजी कंपनी द्वारा IN-SPACe और ISRO के विशेषज्ञ मार्गदर्शन में किया गया है।
- उत्तर प्रदेश में यह परीक्षण, राज्य में पहली बार सफलतापूर्वक रॉकेट के माध्यम से सीधे सैटेलाइट लॉन्च किए जाने का ऐतिहासिक अवसर था।