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सर्कुलरिटी के लिए शहरों का गठबंधन (C-3)
संदर्भ
- हाल ही में, जयपुर में एशिया और प्रशांत क्षेत्र में 12वें क्षेत्रीय 3R और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम का उद्घाटन किया गया।
- थीम: एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सतत विकास लक्ष्यों और कार्बन तटस्थता को प्राप्त करने की दिशा में सर्कुलर समाजों को साकार करना।
- आयोजक: आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय (भारत), संयुक्त राष्ट्र क्षेत्रीय विकास केंद्र (UNCRD) और वैश्विक पर्यावरण रणनीति संस्थान (IGES)।
- पिछला फोरम वर्ष 2023 में कंबोडिया द्वारा आयोजित किया गया था। भारत ने इससे पहले वर्ष 2018 में इंदौर में आयोजित इसके 8वें संस्करण की मेजबानी की थी।
सी-3
- इस अवसर पर, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री ने सर्कुलरिटी के लिए शहरों के गठबंधन (C–3) की घोषणा की, जो शहर-दर-शहर सहयोग, ज्ञान-साझाकरण और निजी क्षेत्र की भागीदारी के लिए एक बहु-राष्ट्र गठबंधन है।
- इससे वैश्विक स्तर पर शहर-दर-शहर साझेदारी में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद है, जो संसाधन दक्षता और कम कार्बन अर्थव्यवस्था के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा तथा एक स्थायी भविष्य के लिए नीति निर्माताओं, उद्योग के नेताओं और शोधकर्ताओं के बीच सहयोग को मजबूत करेगा।
2025 फोरम की मुख्य बातें
- इस अवसर पर, प्रधान मंत्री ने सतत शहरी विकास और संसाधन दक्षता सुनिश्चित करने में 3R (कम उपयोग, पुनः उपयोग और पुनर्चक्रण) तथा सर्कुलर इकोनॉमी सिद्धांतों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
- जयपुर में लॉन्च कार्यक्रम के दौरान CITIIS 2.0 के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर भी हस्ताक्षर किए गए, जो शहरी स्थिरता प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
- CITIIS 2.0 के तहत, कुल ₹1,800 करोड़ के समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जिससे 14 राज्यों के 18 शहरों को लाभ होगा और यह अन्य शहरों के लिए मॉडल परियोजनाओं के रूप में कार्य करेगा।
- जयपुर घोषणा (2025-2034): केंद्रीय मंत्री ने घोषणा की कि मंच जयपुर घोषणा (2025-2034) को अपनाएगा, जो एक गैर-राजनीतिक, गैर-बाध्यकारी प्रतिबद्धता के रूप में संसाधन दक्षता तथा सतत शहरी विकास की दिशा में अगले दशक के प्रयासों का मार्गदर्शन करेगी।
- 3R इंडिया पैवेलियन का उद्घाटन:
- मंच के हिस्से के रूप में, 3R इंडिया पैवेलियन का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
- मंडप में अंतर्राष्ट्रीय 3R व्यापार और प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी का प्रदर्शन किया गया, जिसमें 40 भारतीय और जापानी व्यवसायों तथा स्टार्ट-अप्स के अभिनव अपशिष्ट प्रबंधन और सर्कुलर इकोनॉमी समाधान शामिल हैं।
एशिया और प्रशांत में क्षेत्रीय 3R और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम
- एशिया में क्षेत्रीय 3R मंच की स्थापना वर्ष 2009 में जापान की 3R – कम उपयोग, पुनः उपयोग और पुनर्चक्रण – को बढ़ावा देने की पहल पर सहयोग के लिए एक मंच के रूप में की गई थी।
- एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर, हनोई 3R घोषणा (2013-2023) को अपनाना था, जिसमें 33 स्वैच्छिक लक्ष्य निर्धारित किए गए थे जिनका उद्देश्य अधिक संसाधन-कुशल और सर्कुलर इकोनॉमी में परिवर्तन करना था।