संदर्भ:

संत कबीर नगर की तीनों तहसीलों में कम्प्रेस्ड बायो गैस (CBG ) प्लांट लगाने को उत्तर प्रदेश सरकार ने मंजूरी दे दी है।

समाचार पर अधिक:

  • परियोजना की शुरुआत नेडा विभाग की देखरेख में की जाएगी।
  • बाघी में CBG  प्लांट ONGC द्वारा विकसित किया जाएगा, जबकि रिलायंस मेहदावल और खलीलाबाद में प्लांट लगाएगा।
  • इन CBG  प्लांट के निर्माण से जिले में रोजगार के अवसर बढ़ने और फसल अवशेषों के प्रभावी निपटान में मदद मिलने की उम्मीद है।
  • परजुडीह (खलीलाबाद), अमरहा (मेहदावल) और बाघी (धनघटा) में कम्प्रेस्ड बायो गैस (CBG ) प्लांट के लिए जमीन आवंटित कर दी गई है।
  • तीनों प्लांट लगाने की कुल अनुमानित लागत 600 करोड़ रुपये है और इनसे प्रतिदिन 60 टन गैस का उत्पादन होने की उम्मीद है।
  • CBG संयंत्रों के मुख्य लाभ:
    • गाय का गोबर, कृषि अपशिष्ट और रसोई के कचरे को खाद, बायोगैस और बायो-सीएनजी में परिवर्तित किया जाएगा।
    • यह परियोजना गोबर धन योजना का समर्थन करती है, जिससे ग्रामीण वातावरण स्वच्छ होगा।
    • बायोगैस खाना पकाने और रोशनी के लिए ऊर्जा प्रदान करेगी।
    • किसानों और पशुपालकों को आय का एक नया स्रोत मिलेगा।
    • बिजली उत्पादन के बाद बचे अवशेषों का उपयोग फसलों के लिए उर्वरक के रूप में किया जा सकता है।
    • गाय के गोबर का बायोगैस उत्पादन में प्रभावी रूप से उपयोग किया जाएगा।
    • उत्पन्न गैस से गौशालाओं में बिजली, पानी और अन्य आवश्यक सेवाएँ प्रदान करने में मदद मिलेगी।
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