ओशिनिया में ऑस्ट्रेलिया का बढ़ता प्रभाव

संदर्भ:

हाल ही में, ऑस्ट्रेलिया ने नाउरू के साथ एक सुरक्षा और आर्थिक संधि पर हस्ताक्षर किए जिससे ऑस्ट्रेलिया को नाउरू की विदेश नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिला। 

अन्य संबंधित जानकारी

ऑस्ट्रेलिया ने नाउरू के साथ 100 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जो ऑस्ट्रेलिया को पांच वर्ष की अवधि में चीन सहित तीसरे देशों के साथ किए जाने वाले छोटे प्रशांत द्वीप के अनेक समझौतों पर वीटो अधिकार प्रदान करता है।

इसके अतिरिक्त, ऑस्ट्रेलिया ने नाउरू की पुलिस व्यवस्था और सुरक्षा बढ़ाने के लिए 40 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर (26 मिलियन डॉलर) के समझौते पर भी हस्ताक्षर किए।

यह संधि नाउरू को दूरसंचार, बैंकिंग या साइबर सुरक्षा सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में किसी अन्य देश के साथ साझेदारी या समझौते करते समय ऑस्ट्रेलिया से परामर्श करना अनिवार्य करती है। 

यह संधि “किसी तीसरे पक्ष” (जिसमें चीन भी शामिल है – जो इस क्षेत्र का एक प्रमुख प्रभावशाली देश है) को सुरक्षा उद्देश्यों के लिए नाउरू के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को अपने नियंत्रण में लेने से रोकती है। 

यह प्रशांत द्वीप समूह में ऑस्ट्रेलिया द्वारा किया गया दूसरा सुरक्षा समझौता है जो तुवालु के साथ इसी तरह के समझौते के बाद चीन को पुलिसिंग संबंध बनाने से प्रभावी रूप से रोकता है। 

  • तुवालु समझौता वर्ष 2022 में चीन और सोलोमन द्वीप के बीच हुए एक सुरक्षा समझौते के बाद हुआ, जिसने दक्षिण प्रशांत में एक चीनी नौसैनिक अड्डे की स्थापना के बारे में चिंता जताई  है। 
नाउरू
  • नाउरू एक द्वीप राष्ट्र है और दक्षिण-पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित ओशिनिया में माइक्रोनेशिया का भाग है।
  • वर्ष 1968 में, दो साल के संवैधानिक सम्मेलन के बाद, नाउरू एक स्वतंत्र गणराज्य बन गया।
  • नाउरू दुनिया का तीसरा सबसे छोटा देश है, जो केवल वेटिकन सिटी और मोनाको से बड़ा है।
  • नाउरू एक उभारयुक्त , जीवाश्मयुक्त प्रवाल द्वीप है जो  प्रशांत महासागर में तीन महान फॉस्फेट चट्टान द्वीपों में से एक है।

राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2024

संदर्भ:

हाल ही में, पंचायती राज मंत्रालय ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली में राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2024 समारोह 2024 का आयोजन किया।

राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों के बारें में

पंचायती राज मंत्रालय 9 सतत विकास लक्ष्यों (एलएसडीजी) के स्थानीयकरण विषयों के साथ संरेखित, 17 एसडीजी को शामिल करते हुए, पुनर्निर्मित राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों के माध्यम से शीर्ष प्रदर्शन करने वाली पंचायतों को सम्मानित करता है। 

पंचायत पुरस्कारका प्राथमिक उद्देश्य निम्न है – 

  • सतत विकास लक्ष्य की प्राप्ति में पंचायतों के प्रदर्शन का आंकलन करना। 
  • उनके बीच प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देना। 
  • वर्ष 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण प्राप्त करने हेतु पंचायती राज संस्थानों के माध्यम से सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण की प्रक्रिया को उत्प्रेरित करना।

पुरस्कार प्रतियोगिता संरचना अब ब्लॉक, जिला, राज्य/संघ राज्य क्षेत्र और राष्ट्रीय स्तर पर बहुस्तरीय पिरामिडनुमा है।

सभी ग्राम पंचायतों को निम्नलिखित 9 सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण विषयों में से प्रत्येक के तहत उनके प्रदर्शन के आधार पर रैंक प्रदान किया गया है:

1. गरीबी मुक्त और बढ़ी हुई आजीविका पंचायत

2. स्वस्थ पंचायत

3. बाल हितैषी पंचायत

4. पर्याप्त जल युक्त पंचायत

5. स्वच्छ और हरित पंचायत

6. पंचायत में आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा

7. सामाजिक रूप से न्यायसंगत और सामाजिक रूप से सुरक्षित पंचायत

8. सुशासन वाली पंचायत

9. महिला हितैषी पंचायत 

पुरस्कारों की श्रेणियाँ

राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार निम्नलिखित श्रेणियों के तहत ग्राम पंचायतों, ब्लॉक पंचायतों और जिला पंचायतों को प्रदान किए जाएंगे:

दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सतत विकास पुरस्कार: 9 सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण विषयों में से प्रत्येक के तहत शीर्ष 3 ग्राम पंचायत

  • गरीबी मुक्त और बढ़ी हुई आजीविका पंचायत: गैलीबीडू, कर्नाटक 
  • स्वस्थ पंचायत: बोम्मासमुड्रम, आंध्र प्रदेश
  • बाल हितैषी पंचायत: जेंगराई, असम
  • पर्याप्त जल युक्त पंचायत: नयनपुडी, आंध्र प्रदेश
  • स्वच्छ और हरित पंचायत: तगरमपुडी, आंध्र प्रदेश
  • पंचायत में आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचा: कीरानाथम, तमिलनाडु
  • सामाजिक रूप से न्यायसंगत और  सुरक्षित पंचायत: मुप्पल्ला, आंध्र प्रदेश
  • सुशासन  पंचायतें: वावकुल्ली टू, गुजरात
  • महिला हितैषी पंचायत: दक्षिण मनुबंकुल, त्रिपुरा 

नानाजी देशमुख सर्वोत्तम पंचायत सात विकास पुरस्कार: संयुक्त रूप से सभी विषयों के तहत उच्चतम औसत स्कोर वाले शीर्ष 3 सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचाचत, ब्लॉक पंचायत और जिला पंचायत के लिए

  • सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत 2024: मान्यचिवाड़ी, महाराष्ट्र
  • सर्वश्रेष्ठ ब्लॉक पंचायत 2024: छतरपुर, ओडिशा
  • सर्वश्रेष्ठ जिला पंचायत 2024: गोमती, त्रिपुरा

ग्राम ऊर्जा स्वराज विशेष पंचायत पुरस्कार: ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों को अपनाने और उपयोग के संबंध में उनके प्रदर्शन हेतु 3 ग्राम पंचायतों के लिए

  • सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायतें 2024: मान्यचिवाड़ी, महाराष्ट्र

कार्बन न्यूट्रल विशेष पंचायत पुरस्कार: शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने की दिशा में 3 ग्राम पंचायतों के लिए

  • सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत 2024: बेला, महाराष्ट्र 

पंचायत क्षमता निर्माण सर्वोत्तम संस्थान पुरस्कार: 3 संस्थाओं के लिए जिन्होंने सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण प्राप्त करने में ग्राम पंचायतों को संस्थागत सहायता प्रदान की है। 

  • सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत 2024: केरल स्थानीय प्रशासन संस्थान (Kerala Institute of Local Administration), केरल

नानाजी देशमुख सर्वोत्तम पंचायत सतत विकास पुरस्कार: एक ग्राम पंचायत जो बाद के वर्षों के दौरान राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों के लिए अर्हता प्राप्त करती है और चुनी जाती है। 

सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागी (राज्य/जिला): ग्राम पंचायतों से भागीदारी के उच्चतम प्रतिशत के साथ राज्य/केंद्र शासित प्रदेश (>90%)।

ऑनलाइन लर्निंग रैंकिंग 2024

संदर्भ:

हाल ही में, टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) ने अपनी पहली ‘ऑनलाइन लर्निंग रैंकिंग 2024’ जारी की। 

ऑनलाइन लर्निंग रैंकिंग 2024 

THE ने संस्थानों को तीन श्रेणियों में बांटा है: 

  • गोल्ड: रैंकिंग में 11 विश्वविद्यालय, अमेरिका से तीन, ब्रिटेन से दो, भारत से दो और रूस, हंगरी, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से एक-एक।
  • भारत का मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज चौथे स्थान पर रहा।
  • भारत का ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी 6वें  स्थान पर रहा।

रजत: 14 विश्वविद्यालय

  • शूलिनी यूनिवर्सिटी ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंसेज एकमात्र भारतीय विश्वविद्यालय है जिसे ‘रजत’ स्थान मिला है।

कांस्य: 31 विश्वविद्यालय

  • कांस्य वर्ग में कुल चार भारतीय विश्वविद्यालयों को जगह मिली है।
  • एमिटी यूनिवर्सिटी (नोएडा), के.एल यूनिवर्सिटी, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) और मणिपाल यूनिवर्सिटी (जयपुर)। 

THE ने चार अलग-अलग स्तंभों में बांटे गए 17 मैट्रिक्स का उपयोग किया:

  • संसाधन: यह ऑनलाइन शिक्षण के लिए समर्पित कर्मचारियों और संसाधनों का मूल्यांकन करता है।
  • संलग्नता: इसमें छह मीट्रिक हैं, जिनमें छात्र जुड़ाव के स्तर की तुलना करने के लिए छात्र सर्वेक्षण प्रतिक्रियाएं शामिल हैं।
  • परिणाम: यह छात्र की प्रगति और क्या वे दूसरों को इसकी अनुशंसा करेंगे को मापता है। 
  • पर्यावरण: यह समावेश, विविधता और समर्थन स्तरों की निगरानी करता है।
टाइम्स हायर एजुकेशन
  • THE एक प्रमुख यू.के. आधारित प्रकाशन संस्था है जो उच्च शिक्षा और अनुसंधान में विशेषज्ञता रखता है। यह प्रभावशाली विश्वविद्यालय रैंकिंग और वैश्विक शैक्षणिक रुझानों में अंतर्दृष्टि के सृजन के लिए प्रसिद्ध है। 
  • यह वर्ष 1971 में द टाइम्स हायर एजुकेशन सप्लीमेंट के रूप में शुरू हुआ और तब से विश्वविद्यालय विश्लेषण में अग्रणी बन गया है।
  • यह संगठन विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग, प्रभाव रैंकिंग और क्षेत्रीय रैंकिंग सहित कई रैंकिंग प्रकाशित करता है, जो शिक्षण, अनुसंधान, उद्धरण, अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण और उद्योग आय के आधार पर संस्थानों का आंकलन करता है। 
Shares: