पंचायत सम्मेलन
संदर्भ:
पंचायती राज मंत्रालय ने पंचायत सम्मेलन श्रृंखला के अंतर्गत पहली क्षेत्रीय कार्यशाला का आयोजन किया।
अन्य संबंधित जानकारी
- यह पंचायत सम्मेलन राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (NIRD&PR) द्वारा हैदराबाद में “जीवन को सरल बनाना : जमीनी स्तर पर सेवा वितरण को बढ़ाना” विषय पर आयोजित किया गया।
- इस सम्मेलन का भाषिणी मंच (भाषा अनुवाद का मंच) के माध्यम से ग्यारह भाषाओं (बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल और तेलुगु) में सीधा प्रसारण किया गया।
- कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य जमीनी स्तर पर सेवा वितरण को बढ़ाने के लिए नवीन दृष्टिकोणों पर विचार-विमर्श और अनुभवों को साझा करने पर ध्यान केंद्रित करना रहा।
- सरकार हर पंचायत को कुशल, पारदर्शी और उत्तरदायी सेवाओं के केंद्र में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। यह सम्मेलन इस सतत प्रयास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
मेरा होउ चोंगबा उत्सव
संदर्भ:
मणिपुर में जनजातियों के बीच एकता के प्रतीक के रूप में मेरा होउ चोंगबा उत्सव 2024 को 17 अक्टूबर को मनाया गया।
मेरा होउ चोंगबा उत्सव
- यह एक पारंपरिक त्योहार है जो पहाड़ियों और घाटियों में रहने वाले स्वदेशी समुदायों के बीच सौहार्दपूर्ण बंधन को मजबूत करने के लिए मनाया जाता है।
- यह त्यौहार प्रतिवर्ष मेरा (सितम्बर/अक्टूबर) माह में आयोजित किया जाता है।
- यह त्यौहार मणिपुर रॉयल पैलेस और पवित्र स्थल-कांगला में मनाया गया।
- भाग लेने वाले समुदाय: माओ, काबुई, ज़ेमे और अन्य।
- मेरा होउ चोंगबा उत्सव का मुख्य समारोह राजा और गांव के प्रमुखों के बीच उपहारों का आदान-प्रदान तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खेलों का प्रदर्शन है।
- यह त्यौहार एक भव्य भोज के साथ समाप्त होता है; भोजन में सूखी मछली, गाय, भैंस, कुत्ते आदि की करी शामिल होती है।
- इस त्यौहार की उत्पत्ति पहली शताब्दी ई. में नोंगडा लैरेन पाखंगबा (निंगथौजा राजवंश के पहले मेइती राजा) के युग से मानी जाती है।
आईटीयू कैलिडोस्कोप 2024
संदर्भ:
हाल ही में, अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (International Telecommunication Union-ITU) कैलिडोस्कोप 2024 शैक्षणिक सम्मेलन नई दिल्ली के भारत मंडपम में शुरू हुआ।
अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) कैलिडोस्कोप
- यह सम्मेलन विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा 2024 (WTSA-24) के समानांतर आयोजित किया गया जा रहा है।
- अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ कैलिडोस्कोप एक वार्षिक कार्यक्रम है जिसकी शुरुआत वर्ष 2008 में हुई थी, जो शिक्षा जगत और उद्योग के बीच के अंतराल को कम करने तथा दूरसंचार प्रौद्योगिकियों के वैश्विक मानकीकरण में योगदान देने वाले विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में सहायक रहा है।
- इसके पंद्रहवें संस्करण का विषय है – एक सतत विश्व के लिए नवाचार और डिजिटल परिवर्तन।
- ITU-WATS 24 में कैलिडोस्कोप में अब तक की सबसे ज्यादा 142 प्रविष्टियां आईं, जिनमें से 100 भारत से और 40 शेष विश्व से आईं।
विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा
- विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (WTSA) अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के मानकीकरण कार्य हेतु शासी सम्मेलन है।
- इसका आयोजन हर चार वर्ष में किया जाता है तथा यह अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के दूरसंचार मानकीकरण क्षेत्र के लिए अध्ययन की अगली अवधि निर्धारित करता है।
- विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा-24 का आयोजन 15 से 24 अक्टूबर 2024 तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में किया जा रहा है।
- यह पहला मौका है जब अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ-विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (ITU-WTSA) का आयोजन भारत और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में किया जा रहा है।
अफ़्रीकी बाओबाब वृक्ष
संदर्भ:
एक नए शोध में दक्षिण अफ्रीकी पारिस्थितिकीविदों ने दावा किया है कि अफ्रीकी बाओबाब जलवायु परिवर्तन के कारण नष्ट नहीं हो रहा है।
अन्य संबंधित जानकारी
- नेचर प्लांट्स में वर्ष 2018 में प्रकाशित हुए एक अध्ययन के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका में देखे गए सबसे पुराने और सबसे बड़े प्राचीन अफ्रीकी बाओबाब (ऐडनसोनिया डिजिटाटा) में 15 में से 10 जलवायु परिवर्तन के कारण नष्ट हो गए।
अफ़्रीकी बाओबाब (ऐडनसोनिया डिजिटाटा) वृक्ष
- यह इस महाद्वीप का स्थानिक वृक्ष है, यह जानवरों और मनुष्यों को भोजन और आश्रय प्रदान करता है, इसलिए इसे “जीवन का वृक्ष” (Tree of Life) भी कहा जाता है।
- बाओबाब को “बोतल वृक्ष”, “जीवन का वृक्ष”, “उल्टा वृक्ष” और “बंदर रोटी वृक्ष” के नाम से भी जाना जाता है।
- ऐसा माना जाता है कि ये 1,000 वर्षों से अधिक समय से अस्तित्व में हैं और इस प्रकार ये पृथ्वी पर सबसे बड़े जीवित प्राणियों में से एक बन गए हैं।
- बाओबाब, वृक्षों की एक प्रजाति (एडानसोनिया) का सामान्य नाम है, जो मेडागास्कर, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और भारत में पाई जाती है।
- इस वृक्ष की ऊंचाई 16 से 98 फीट और तने का व्यास 23 से 36 फीट तक हो सकता है। इसके तने में 120,000 लीटर तक पानी एकत्रित हो सकता है।
- बाओबाब मेडागास्कर का राष्ट्रीय वृक्ष है।
इसे ‘जीवन का वृक्ष’ (Tree of Life) क्यों कहा जाता है?
इस वृक्ष के तने में बहुत अधिक मात्रा में फाइबर होते हैं और इसका उपयोग कपड़े, कालीन, रस्सियाँ और अन्य बुने हुए सामान बनाने के लिए किया जाता है।
इसकी पत्तियों का उपयोग मसालों और औषधियों के रूप में किया जाता है।
इसके फल को “मंकी ब्रेड” कहा जाता है, जिसे खाया जाता है तथा इसमें विटामिन C, पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं।
- इस वृक्ष का सुपर फल हज़ारों किसानों के लिए आय का स्रोत है। इसमें आर्थिक रूप से बढ़ने वाले फल (उत्पाद) बनने की क्षमता है, जिसका संभावित बाज़ार मूल्य 10 मिलियन डॉलर है।
अभ्यास नसीम अल बहर
संदर्भ:
हाल ही में, भारत में भारत-ओमान द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास नसीम-अल-बहर का आयोजन किया गया।
अन्य संबंधित जानकारी
INS त्रिकंद और समुद्री गश्ती विमान डोर्नियर ने ओमान की रॉयल नेवी के पोत ‘अल सीब’ के साथ भाग लिया।
यह अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया गया:
- बंदरगाह चरण: यह चरण 13 से 15 अक्टूबर, 2024 तक आयोजित किया गया, जिसमें दोनों देशों की नौसेनाओं के कार्मिक विषय-वस्तु विशेषज्ञ आदान-प्रदान और योजना सम्मेलनों सहित पेशेवर बातचीत में शामिल हुए।
- समुद्री चरण: यह चरण 16 से 18 अक्टूबर 24 तक आयोजित किया गया, इस चरण मे दोनों पोतों ने इनफ्लेटेबल लक्ष्यों पर बंदूक से फायरिंग, नजदीकी दूरी के एंटी-एयरक्राफ्ट फायरिंग, युद्धाभ्यास और समुद्री दृष्टिकोण पर पुनःपूर्ति (RASAPS) सहित विभिन्न अभ्यास किए।
भारत और ओमान नौसेनाओं के बीच ऐसा पहला अभ्यास वर्ष 1993 में आयोजित किया गया था।
ओमान पहला खाड़ी देश है जिसके साथ भारत की तीनों रक्षा शाखाएं संयुक्त अभ्यास करती हैं।
- सैन्य अभ्यास – अल नजाह
- वायु सेना अभ्यास – ईस्टर्न ब्रिज