संदर्भ:

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की नवीनतम रैंकिंग में केरल ने दो व्यवसाय-केंद्रित और सात नागरिक-केंद्रित सुधार श्रेणियों में शीर्ष स्थान हासिल किया है।

मुख्य अंश

  • उक्त परिणामों की घोषणा दिल्ली में राज्यों के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रियों के सम्मेलन ‘उद्योग समागम’ में की गई।
  • केरल के उद्योग मंत्री को केंद्रीय वाणिज्य मंत्री से बिजनेस रिफॉर्म्स एक्शन प्लान 22 (BRAP 22) पुरस्कार मिला। यह पहला मौका है जब केरल को उद्योग-अनुकूल वातावरण बनाने में पहला स्थान मिला है।
  • 30 सुधार क्षेत्रों में से केरल को 9 श्रेणियों में सर्वोच्च उपलब्धि प्राप्त करने वाला दर्जा मिला।

व्यवसाय-केंद्रित सुधारों में उपलब्धियां

  • केरल को व्यवसायों के लिए उपयोगिता परमिट और कर भुगतान की सुविधा प्रदान करने में शीर्ष प्रदर्शनकर्ता राज्य के रूप में मान्यता दी गई।
  • ये उपलब्धियां राज्य की प्रभावी नीतियों और कार्यान्वयन रणनीतियों को उजागर करती हैं, जिससे व्यवसायों के विकास हेतु अनुकूल वातावरण तैयार हुआ है। 

बिजनेस रिफॉर्म्स एक्शन प्लान 22

  • बिजनेस रिफॉर्म्स एक्शन प्लान 2022 (BRAP 22) भारत में उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) की एक पहल है।
  • इसका उद्देश्य विभिन्न विनियामक प्रक्रियाओं, नीतियों और प्रथाओं में सुधारों को लागू करके व्यापार करने में आसानी को बेहतर बनाना है।

नागरिक-केंद्रित सुधारों में उत्कृष्टता

  • राज्य ने सात नागरिक-केंद्रित श्रेणियों में भी अग्रणी स्थान प्राप्त किया है, जिनमें ऑनलाइन सिंगल विंडो प्रणाली, शहरी स्थानीय निकायों (ULBs) के माध्यम से विभिन्न प्रमाण पत्र जारी करना, राजस्व विभाग द्वारा प्रमाण पत्र जारी करना, उपयोगिता परमिट, सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार, परिवहन क्षेत्र में वृद्धि और कुशल रोजगार कार्यालय संचालन शामिल हैं।
  • राज्य में विद्यमान व्यवसायों से प्रतिक्रिया (फीडबैक) एकत्रित किया गया, जिसमें केरल को इन 9 सुधार क्षेत्रों में 95% से अधिक सकारात्मक प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं।
  • यह कहा गया कि केरल की उच्च रैंकिंग “व्यापार करने में आसानी” में इसकी प्रगति को दर्शाती है, जो प्रभावी नीतियों और स्थानीय स्तर पर कार्यान्वयन से प्रेरित है।
  • राज्य ने डिजिटल उपकरणों और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर अपनी सेवा वितरण प्रणालियों को उन्नत किया है।
  • आंध्र प्रदेश ने पांच नागरिक-केंद्रित और पांच व्यवसाय-केंद्रित सुधारों को सफलतापूर्वक लागू करके दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि गुजरात ने तीन नागरिक-केंद्रित सुधार और दो व्यवसाय-केंद्रित सुधार लागू करके तीसरा स्थान हासिल किया।

नागरिक-केंद्रित सुधार: जनता को सबसे ऊपर रखना

  • नागरिक-केंद्रित सुधार वे नीतियां और प्रथाएं होती हैं जो सार्वजनिक सेवाओं के डिजाइन और वितरण में नागरिकों की आवश्यकताओं, हितों और कल्याण को प्राथमिकता देती हैं।
  • यह दृष्टिकोण सरकार-केंद्रित से नागरिक-केंद्रित शासन की ओर ध्यान केंद्रित करता है, तथा जवाबदेही, पारदर्शिता और उत्तरदायित्व पर जोर देता है।

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