संदर्भ
हाल ही में, ड्रग्स और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (United Nations Office on Drugs and Crime-UNODC) ने ऑस्ट्रिया के वियना में विश्व वन्यजीव अपराध रिपोर्ट 2024 को जारी किया है, जो इस रिपोर्ट का तीसरा संस्करण है।
रिपोर्ट से संबंधित अन्य जानकारी
• विश्व वन्यजीव अपराध रिपोर्ट, संरक्षित वन्यजीव प्रजातियों की अवैध तस्करी की प्रवृत्ति की जाँच करती है।
• यह इसकी तीसरी रिपोर्ट है, इसके पहले वर्ष 2020 और वर्ष 2016 में दो बार जारी किया गया था।
• इस रिपोर्ट में वन्य जीव और वनस्पति की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतरराष्ट्रीय व्यापार सम्मेलन (Convention on International Trade in Endangered Species-CITES) में सूचीबद्ध वन्यजीव प्रजातियों के अवैध व्यापार की प्रवृत्ति को रेखांकित करता है।
- सीआईटीईएस (CITES) का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वन्य जीवों और पौधों के अंतरराष्ट्रीय व्यापार से संबंधित प्रजातियों के अस्तित्व को खतरा न हो।
रिपोर्ट की मुख्य बातें:
- इस रिपोर्ट में वर्ष 2015 से वर्ष 2021 के दौरान जब्त किए गए आँकड़े के अनुसार, 162 देशों और क्षेत्रों में अवैध व्यापार के प्रमाण हैं, जिसमें लगभग 4,000 पौधों और जानवरों की प्रजातियाँ प्रभावित हुईं, जिनमें से 3,250 सीआईटीईएस परिशिष्ट में सूचीबद्ध हैं।
- इस संस्करण में वैश्विक स्तर पर वन्यजीव की तस्करी और उससे संबंधित अपराध के कारणों और प्रभावों के आकलन पर नया जोर दिया गया है।
ड्रग्स और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNODC)
- यूएनओडीसी (UNODC) की स्थापना वर्ष 1997 में संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय अपराध-रोधी केंद्र और संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय औषधि नियंत्रण कार्यक्रम के विलय के परिणामस्वरूप की गई थी।
• यूएनओडीसी के द्वारा आयोजित कन्वेंशन और बनाए गए प्रोटोकल है:
- अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन और इसके तीन प्रोटोकॉल (व्यक्तियों की तस्करी, प्रवासियों की तस्करी और आग्नेयास्त्रों की तस्करी के विरुद्ध)।
- भ्रष्टाचार के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन (United Nations Convention Against Corruption)
- अंतरराष्ट्रीय औषधि नियंत्रण सम्मेलन (International Drug Control Conventions)
• यूएनओडीसी का मुख्यालय ऑस्ट्रिया के वियना में है।
रिपोर्ट के मुख्य आँकड़े | ||||
मुख्य निष्कर्ष | विशिष्ट श्रेणियाँ | प्रथम स्थान | द्वितीय स्थान | तृतीय स्थान |
जब्ती में दर्ज प्रजातियों की विविधता(प्रजाति समूह वर्ष 2015 से वर्ष 2021 तक सभी जब्ती रिकॉर्ड का प्रतिशत हिस्सा) | कोरल 16 प्रतिशत | मगरमच्छ 9 प्रतिशत | हाथी 6 प्रतिशत | |
सर्वाधिक प्रभावित प्रजातियाँ | जानवरों | गैंडा 29 प्रतिशत | वज्रशल्क (पैंगोलिन) 28 प्रतिशत | हाथी 15 प्रतिशत |
पौधे | देवदार और अन्य सैपिंडेल्स* 47 प्रतिशत | रोज़वुड 35 प्रतिशत | अगरवुड (अगर की लकड़ी) और अन्य मर्टल 13 प्रतिशत | |
व्यापार वाली वस्तुएँ (वर्ष 2015 से वर्ष 2021 में जब्ती रिकॉर्ड के प्रतिशत के अनुसार शीर्ष वस्तुएँ) | मूँगा (कोरल) के टुकड़े 16 प्रतिशत | जीवित नमूने 15 प्रतिशत | दवाइयाँ 10 प्रतिशत |
• इस रिपोर्ट के अनुसार, जानकारी के अंतराल को पाटने के लिए, पूरे व्यापार श्रृंखला में मजबूत अंतरराष्ट्रीय सहयोग, मजबूत सुसंगति और सामंजस्य स्थापित किया जाना चाहिए।
रिपोर्ट का महत्व
• विश्व वन्यजीव अपराध रिपोर्ट, वन्यजीव अपराध के विनाशकारी परिणामों के प्रति प्रतिक्रिया बताने के लिए एक व्यावहारिक और प्रभावशाली साधन हैं।
• यह वन्यजीव अपराध से निपटने पर अंतरराष्ट्रीय कंसोर्टियम (ICCWC) और वैश्विक स्तर पर CITES में शामिल देशों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है।
- वन्यजीव अपराध से निपटने पर अंतर्राष्ट्रीय संघ (ICCWC) आपराधिक न्याय प्रणालियों को मजबूत करने के लिए पाँच अंतर-सरकारी संगठनों का संयुक्त प्रयास है।
- यह वन्यजीव और वन अपराध से निपटने के लिए राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वित सहायता भी प्रदान करता है।
चुनौतियाँ
- • वन्यजीव अपराध, अमेज़न से लेकर गोल्डन ट्राइंगल तक विविध पारिस्थितिकी प्रणालियों में सक्रिय व्यापक और शक्तिशाली संगठित अपराध समूहों की गतिविधियों से संबंधित है।
- • भ्रष्टाचार विनियमन और प्रवर्तन को कमजोर करता है, जबकि प्रौद्योगिकी तस्करों को वैश्विक बाजारों तक अधिक कुशलता से पहुँचने में सहायता करती है।