संदर्भ:
हाल ही में, स्वीडिश अकादमी ने दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग (Han Kang) को “ऐतिहासिक आघातों(मानसिक आघात) को संबोधित करने और मानव जीवन के संघर्षों को उजागर करने वाली उनकी काव्यात्मक गद्य के लिए” 2024 का पुरस्कार दिया।
अन्य संबंधित जानकारी
- हान कांग साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली दक्षिण कोरियाई नागरिक हैं।
- पुरस्कार प्रदान करते समय, अकादमी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि हान कांग का कार्य ऐतिहासिक आघातों और अदृश्य सामाजिक मानदंडों का सामना करता है, तथा काव्यात्मक और प्रयोगात्मक गद्य के सम्मिश्रण से मानव जीवन की मर्मता को उजागर करता है।
- उनकी रचना शरीर और आत्मा, जीवन और मृत्यु के बीच संबंधों को ढूँढने के साथ-साथ साहित्य की “सच्चाई व्यक्त करने” के सामर्थ्य को प्रदर्शित करता है।
हान कांग के बारे में
- हान कांग, जिनका जन्म वर्ष 1970 में दक्षिण कोरिया के ग्वांगजू (Gwangju) में हुआ था, विश्व साहित्य में सबसे प्रमुख समकालीन आवाज़ों में से एक हैं।
- विषय-वस्तु और लेखन शैली: हान कांग को उनकी काव्यात्मक गद्य, प्रयोगात्मक कथा-रूपों तथा मानवीय पीड़ा को व्यक्त करने के लिए जाना जाता है।
महत्वपूर्ण रचनाएँ
- द वेजिटेरियन (2007): वर्ष 2016 में मैन बुकर इंटरनेशनल पुरस्कार (Man Booker International Prize) प्राप्त करने वाला कोरियाई भाषा का पहला उपन्यास था। यह माँस का सेवन न करने का फैसला वाली एक ऐसी महिला की कहानी है, जिसके कारण उसके परिवार में तनाव और हिंसा होती है। यह उपन्यास प्रतिरोध, पितृसत्तात्मक नियंत्रण, शरीर और व्यक्तिगत स्वायत्तता के अंतर्संबंध के विषयों को रेखांकित करता है।
- ह्यूमन एक्ट्स (2014): यह वर्ष 1980 में ग्वांगजू में हुए नरसंहार पर केंद्रित है। यह उपन्यास दक्षिण कोरिया की सेना द्वारा नागरिकों के प्रदर्शन के क्रूरतापूर्वक दमन का उल्लेख करता है। यह हिंसक घटनाओं के बाद बचे लोगों और समाज दोनों पर पड़े स्थायी मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक प्रभावों को भी दर्शाता है।
- वी डू नॉट पार्ट (2021): इस उपन्यास जेजू (Jeju) द्वीप पर हुए नरसंहार (1948-1954) का उल्लेख करता है, जिसमें एक कम्युनिस्ट विरोधी अभियान के दौरान हज़ार दक्षिण कोरियाई नागरिकों की मृत्यु हुई थी।
साहित्य के नोबेल पुरस्कार से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
- वर्ष 1901 से 2024 तक 121 व्यक्तियों को साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया जा चुका है।
- वर्ष 1904, 1917, 1966 और 1974 में केवल चार बार साहित्य के नोबेल पुरस्कार को दो विजेताओं के बीच साझा किया गया है। हालाँकि, किसी प्राप्तकर्ता को एक से अधिक बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं दिया गया है।
- रुडयार्ड किपलिंग (Rudyard Kipling) साहित्य का नोबेल पुरस्कार पाने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं। उन्हें वर्ष 1907 में 41 वर्ष की आयु में यह पुरस्कार प्राप्त किया था।
- डोरिस लेसिंग (Doris Lessing) साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाली सबसे बुजुर्ग व्यक्ति थीं। उन्हें वर्ष 2007 में 87 वर्ष की आयु में यह पुरस्कार प्रदान किया गया था।
- अब तक 18 महिलाओं को साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। स्वीडिश लेखिका सेल्मा लेगरलोफ़ (1858-1940) वर्ष 1909 में यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली महिला थीं।
- रवींद्रनाथ टैगोर नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय होने के साथ-साथ साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले एकमात्र भारतीय भी हैं। वर्ष 1913 में उन्हें यह पुरस्कार मिला था।
- वे साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले गैर-यूरोपीय भी है।