संदर्भ: लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने नमो भारत रैपिड रेल परियोजना को मंजूरी दे दी है, जो उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को औद्योगिक शहर कानपुर से जोड़ेगी।
अन्य महत्त्वपूर्णा जानकरी
- परियोजना के चालू होने के बाद यात्रा का समय दो घंटे से घटकर मात्र 45 मिनट रह जाएगा।
- यह कॉरिडोर लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे के पास से शुरू होगा और कानपुर में गंगा बैराज पर समाप्त होगा, जो 90 किलोमीटर तक फैला होगा।
- कॉरिडोर मौजूदा सड़क और रेल नेटवर्क के साथ-साथ चलेगा और उन्नाव में जैतीपुर और मगरवारा से होकर गुजरेगा।

- इसे नमो भारत रेल कॉरिडोर योजना (NBRCS) के तहत क्रियान्वित किया जाएगा।
- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) ने LDA से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) प्राप्त करने के बाद कॉरिडोर पर काम शुरू कर दिया है।
- NCRTC ने पुष्टि की है कि यह परियोजना लखनऊ के मास्टर प्लान 2031 के साथ पूरी तरह से संरेखित है, जो शहरी स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए पारगमन-उन्मुख विकास (TOD) पर जोर देती है।
- मूल रूप से 2015 में अवधारणा की गई, इस परियोजना में कोविड-19 महामारी सहित विभिन्न कारकों के कारण देरी हुई।
- लखनऊ-कानपुर नमो भारत रेड रेल:
- यह कॉरिडोर अमौसी से बनी तक सड़क के समानांतर चलेगा और बनी से गंगा बैराज तक यह राज्य के दो प्रमुख शहरों को जोड़ने वाली रेलवे लाइन का अनुसरण करेगा।
- इस मार्ग में छह स्टेशन होंगे: लखनऊ, बंथरा टाउन, नवाबगंज, बशीरतगंज, उन्नाव और कानपुर।
- अमौसी से शुरू होकर यह कॉरिडोर मेट्रो नेटवर्क के जरिए पूरे लखनऊ तक आसानी से पहुँचा जा सकेगा।
