संदर्भ:
हाल ही में, यूनाइटेड किंगडम (UK) कंप्रिहेंसिव एंड प्रोग्रेसिव एग्रीमेंट फॉर ट्रांस-पैसिफिक पार्टनरशिप (CPTPP) का 12वाँ सदस्य बन गया है।
अन्य संबंधित जानकारी
- वर्ष 2016 में ब्रेक्सिट जनमत संग्रह के तहत यूरोपीय संघ छोड़ने के बाद से इसे UK के लिए सबसे बड़े व्यापार सौदे के रूप में चिह्नित किया गया है।
- UK की पिछली सरकार ने पिछले साल परिग्रहण संधि (Accession Treaty) पर हस्ताक्षर किए थे और CPTPP के अधिकांश सदस्यों ने UK के शामिल होने की पुष्टि की थी।
- UK, CPTPP में शामिल होने वाला पहला यूरोपीय देश बन गया है।
UK के लिए महत्व
अधिक बाज़ार पहुँच: UK के पास अब हिंद-प्रशांत क्षेत्र में तेज़ी से बढ़ते बाज़ारों तक आसान पहुँच है, जिससे निर्यात और व्यापार के अधिक अवसर पैदा हो सकते हैं।
आर्थिक विकास: UK के सकल घरेलू उत्पाद पर प्रत्यक्ष आर्थिक प्रभाव कम हो सकता है लेकिन दीर्घकालिक लाभ व्यापार और निवेश में वृद्धि से आएगा।
- ब्रिटेन का अनुमान है कि यह समझौता लंबे समय में एक साल में 2 बिलियन पाउंड (2.5 बिलियन डॉलर) का हो सकता है।
चीन का मुकाबला: CPTPP को इस क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने के एक तरीके के रूप में देखा जाता है।
- ब्रिटेन के शामिल होने से समूह और वैश्विक व्यापार मानकों को स्थापित करने की इसकी क्षमता को मजबूती मिली है।
विविधीकरण: इसमें शामिल होने से ब्रिटेन यूरोप के साथ व्यापार पर अपनी निर्भरता को कम करने में सक्षम होगा और सदस्य देशों में नए बाज़ारों का भी पता लगाएगा।
कम लागत: CPTPP के लचीले नियम ब्रिटेन के व्यवसायों को समझौते के भीतर विभिन्न देशों से सामग्री प्राप्त करने की अनुमति देते हैं और इस प्रकार संभावित रूप से उत्पादन लागत को कम करते हैं।
नए सदस्यों पर प्रभाव: अब ब्रिटेन को यह निर्णय लेने का अधिकार है कि चीन या ताइवान जैसे नए देश इस समझौते में शामिल हो सकते हैं या नहीं, जिसके महत्वपूर्ण राजनीतिक परिणाम होंगे।
ब्रिटेन के लिए चिंता
- हाउस ऑफ लॉर्ड्स के कुछ सदस्य सवाल कर रहे हैं कि ब्रिटेन यह कैसे सुनिश्चित करेगा कि नए हस्ताक्षरित CPTPP के तहत पर्यावरण और पशु कल्याण मानकों को बरकरार रखा जाए।
- ब्रिटेन मलेशियाई पाम ऑयल आयात (वर्तमान में 12% तक) पर शुल्क कम करने के लिए सहमत हो रहा है, इस चिंता के बावजूद कि पॉम ऑयल के उत्पादन से वनों की कटाई को प्रोत्साहन मिलता है।
- ब्रिटेन के ट्रेड यूनियन विशेषज्ञों को चिंता है कि निवेश बढ़ने से बहुराष्ट्रीय कंपनियां ब्रिटेन की नीतियों को अदालत में चुनौती दे सकती हैं।
CPTPP के बारे में
यह एक व्यापार समझौता है जिसमें 12 देश शामिल हैं: ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, कनाडा, चिली, जापान, मलेशिया, मैक्सिको, न्यूजीलैंड, पेरू, सिंगापुर, वियतनाम और अब ब्रिटेन।
इसका उद्देश्य शुल्क (माल पर कर) को कम करके और देशों के बीच व्यापार सेवाओं और निवेश को आसान बनाकर व्यापार में सुधार करना है।
यह समझौता अमेरिका के नेतृत्व में ट्रांस-प्रशांत साझेदारी (Trans-Pacific Partnership-TPP) के रूप में शुरू हुआ था, लेकिन वर्ष 2017 में अमेरिका के बाहर निकलने के बाद, इसका नाम बदलकर CPTPP कर दिया गया।
इसके संस्थापक सदस्यों ने मार्च 2018 में कंप्रिहेंसिव एंड प्रोग्रेसिव एग्रीमेंट फॉर ट्रांस-पैसिफिक पार्टनरशिप (CPTPP) व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- ब्रिटेन इसमें शामिल होने वाला पहला गैर-संस्थापक देश है और यह जापान के बाद संधि की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
CPTPP के उद्देश्य: शुल्क दर कम करना, सदस्यों के लिए बाजार पहुंच बढ़ाना, नियम-आधारित व्यापार (आईपी संरक्षण, निष्पक्ष व्यापार, आदि)।
वर्तमान में इसके सदस्यों की संयुक्त हिस्सेदारी वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 15% है तथा जनसंख्या लगभग 500 मिलियन है।