संदर्भ:

आयुध पैराशूट फैक्ट्री (OPF) कानपुर ने 80 किलोग्राम ऑक्सीजन सिलेंडर से लैस पैराशूट सिस्टम बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

समाचार पर अधिक :

  • प्रोटोटाइप DRDO की आगरा स्थित प्रयोगशाला, ADRDE के लिए विकसित किया जा रहा है।
  • मिलिट्री कॉम्बैट पैराशूट सिस्टम (MCPS) से लैस पैराट्रूपर्स 30,000 फीट की ऊँचाई से निर्दिष्ट स्थानों पर सटीक रूप से उतरने में सक्षम होंगे, जहाँ ऑक्सीजन लगभग नगण्य है।
  • MCPS विशेष बलों द्वारा संचालन के निर्दिष्ट क्षेत्र में लड़ाकू भार के साथ पैराट्रूपर्स को तैनात करने के लिए उपयोग की जाने वाली प्रविष्टि का एक तरीका है।
  • यह पैराट्रूपर्स को एक विमान से कूदने और पूर्व-निर्धारित ऊँचाई पर अपने पैराशूट को तैनात करने, नेविगेट करने और सुरक्षित रूप से उतरने की अनुमति देता है।
  • पैराशूट सिस्टम को अंतर्राष्ट्रीय मानक और योग्यता परीक्षण अनुसूची (QTS) के अनुसार डिज़ाइन किया गया है।
  • इसे पैराशूट इंडस्ट्री एसोसिएशन (PIA) के अनुरूप तैयार किया गया है और सेंटर फॉर मिलिट्री एयरवर्थनेस एंड सर्टिफिकेशन (CEMILAC) द्वारा अनुमोदित किया गया है।
  • मुख्य विशेषताएं:
    • MCPS की खासियत30 हजार फीट की ऊंचाई से जमीन या पहाड़ियों पर सटीक स्थान पर पैराट्रूपर्स की सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करना है।
    • यह 200 किलोग्राम की भार क्षमता के साथ 280 किमी प्रति घंटे की गति से उतरने में सक्षम है।
    • इसका जीवनकाल 10 वर्ष तक है।
    • इसका अधिकतम 500 बार उपयोग किया जा सकता है।
    • पैराट्रूपर्स GPS से लैस विशेष रूप से डिजाइन किए गए सूट पहनते हैं।
    • दिशा के लिए चुंबकीय कंपास, पैरा कंप्यूटर, इंटरपर्सनल रेडियो, पैराट्रूपर्स को सटीकता के साथ निर्दिष्ट लैंडिंग क्षेत्र तक पहुंचने में सक्षम बनाता है।
    • पैराट्रूपर्स बुलेटप्रूफ जैकेट पहनकर भी उतर सकते हैं।
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