प्रसंग:

उत्तर प्रदेश सरकार विजन 2030 पहल के तहत मथुरा और कानपुर में औद्योगिक और सामाजिक विकास को तेज़ी से आगे बढ़ाने जा रही है।

अन्य महत्वपूर्ण तथ्य

  • मथुरा-वृंदावन में ₹30,000 करोड़ का निवेश होगा, जबकि कानपुर के लिए ₹37,000 करोड़ आवंटित किए जाएंगे।
  • इन निवेशों के अंतर्गत विरासत संरक्षण, यातायात सुधार और दीर्घकालिक अवसंरचना विकास पर जोर दिया जाएगा।
  • मथुरा और कानपुर दोनों में सभी जिला और विभागीय स्तर के सरकारी कार्यालयों को एकीकृत प्रशासनिक परिसरों में समाहित किया जाएगा।
  • मुख्यमंत्री ने मथुरा और कानपुर में एकीकृत सरकारी कार्यालय परिसरों की आवश्यकता पर जोर दिया, जिनमें अधिवक्ताओं के लिए कक्ष, पार्किंग और कैंटीन जैसी सुविधाएं हों।
  • मुख्यमंत्री ने मथुरा-वृंदावन में पिछले 50 वर्षों से हो रहे अनियोजित विकास और विरासत के क्षरण पर चिंता जताई और करोड़ों श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए दीर्घकालिक शहरी नियोजन की आवश्यकता पर बल दिया।
  • मथुरा-वृंदावन के प्रमुख परियोजनाएँ और फोकस क्षेत्र:
    • 195 परियोजनाओं में से 23 पर काम शुरू हो चुका है, जबकि शेष 172 प्रगति पर हैं।
    • धार्मिक स्थलों पर पहुंच सड़कों, जल, शौचालय और विश्राम सुविधाओं में सुधार पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
    • ब्रज क्षेत्र के 36 जंगलों का कृष्ण-कालीन पौधों से पुनः संवर्धन किया जाएगा।
    • यमुना नदी को स्वच्छ और निर्बाध बनाए रखने के लिए जनता से सहयोग की अपील की गई।
  • कानपुर की प्रमुख पहल:
    • शहरी भीड़ को कम करने, सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने और अवसंरचना का विकास।
    • आधुनिक टाउनशिप, स्वास्थ्य एवं शिक्षा संस्थानों की स्थापना।
    • पर्यटन आधारित अवसंरचना का समेकित विकास एवं लॉजिस्टिक्स का विस्तार।
    • प्रमुख योजनाएं:
      • न्यू कानपुर सिटी: 153 हेक्टेयर में ₹1,169 करोड़ की लागत से ‘शहर के भीतर शहर’ विकसित किया जाएगा, जिसमें 2,000 आवासीय और कई व्यावसायिक प्लॉट होंगे, जो 35,000 आबादी के लिए हैं।
      • अन्य प्रमुख परियोजनाएं: नॉलेज सिटी, मेडिसिटी, अटल नगर (भूमि पूलिंग मॉडल), ईवी पार्क, एरोसिटी और मेगा MSME क्लस्टर।
  • मुख्यमंत्री ने कानपुर में यातायात जाम की समस्या को शीघ्र हल करने की आवश्यकता पर जोर दिया और सड़क विक्रेताओं के व्यवस्थित पुनर्वास का आह्वान किया।
  • प्रमुख परियोजनाओं में मास्टरप्लान सड़कें, बाहरी रिंग रोड, ट्रांसगंगा ब्रिज, रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS), मेट्रो विस्तार, समेकित बस टर्मिनल, सड़क चौराहा सुधार और इलेक्ट्रिक बसों का परिचय शामिल हैं।

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