संदर्भ:
मंदिरों के डिजाइन, इतिहास और संस्कृति को प्रदर्शित करने वाला एक मंदिर वास्तुकला संग्रहालय अगले महीने अयोध्या में शुरू होने वाला है।
अन्य महात्पूर्ण जानकरी:
- संग्रहालय, जिसे एक अनूठी और अपनी तरह की पहली पहल के रूप में देखा जा रहा है, को टाटा संस द्वारा केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से विकसित किया जाएगा और इसका निर्माण अयोध्या के मांझा जामतारा गांव में किया जाएगा।
- उत्तर प्रदेश सरकार ने संग्रहालय के विकास के लिए टाटा को 35 एकड़ भूमि के आवंटन को अंतिम रूप दिया है, जिसे अधिकारियों ने अपनी तरह की पहली पहल बताया है।
- यूपी सरकार ने संग्रहालय के लिए 90 साल के पट्टे पर 1 रुपये प्रति वर्ष की दर से 35 एकड़ भूमि आवंटित की है।
- नए संसद भवन के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाने जाने वाले विनायक देशपांडे मंदिर संग्रहालय परियोजना के लिए एक संरक्षक के रूप में काम करेंगे।
- इसका लक्ष्य संग्रहालय को दुनिया भर के पर्यटकों के लिए विश्व स्तरीय आकर्षण के रूप में विकसित करना है।
- परियोजना मंदिर वास्तुकला के माध्यम से सनातन संस्कृति को भी प्रदर्शित करेगी।
- योजना के अनुसार, इस परियोजना पर लगभग ₹750 करोड़ खर्च होने की उम्मीद है, जिसमें से अधिकांश धन टाटा के कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) संसाधनों से आएगा।
