संबंधित पाठ्यक्रम

सामान्य अध्ययन-2: भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और करार।

संदर्भ:

हाल ही में, बहरीन के विदेश मंत्री डॉ. अब्दुल्लातिफ बिन राशिद अलजयानी ने भारत-बहरीन उच्च संयुक्त आयोग की 5वीं बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए भारत का दौरा किया।

अन्य संबंधित जानकारी

  • उच्च संयुक्त आयोग की चर्चा भारत-अरब सहयोग मंच (IACF) के कार्यकारी कार्यक्रम के कार्यान्वयन पर केंद्रित रही, जिसमें ऊर्जा, शिक्षा, मीडिया और संस्कृति जैसे क्षेत्रों को कवर किया गया।
  • चर्चा के दौरान, दोनों पक्ष दोहरे कराधान को समाप्त करने, कर निश्चितता प्रदान करने और व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने के लिए “दोहरे कराधान परिहार समझौते (DTAA)” पर वार्ता शुरू करने हेतु एक साझा समझ विकसित करने पर सहमत हुए।
  • भारत ने ट्रम्प द्वारा घोषित गाजा शांति योजना के लिए अपने समर्थन को भी दोहराया, जिसमें बहरीन भी एक हितधारक है।

द्विपक्षीय संबंध

ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध: 

  • दोनों देशों के बीच लगभग 5,000 वर्ष पुराने द्विपक्षीय व्यापार और वाणिज्यिक संबंध हैं, और इनकी विकासयात्रा बहरीन में दिलमुन सभ्यता और सिंधु घाटी सभ्यता के काल से मानी जाती है।
  • बहरीन में बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय हैं जो जनसंख्या का लगभग एक-चौथाई हिस्सा हैं। ये दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधों को मजबूती प्रदान करते हैं।
  • अक्टूबर 1971 में राजनयिक संबंध स्थापित किए गए। भारत ने जनवरी 1973 में मनामा में अपना दूतावास खोला और बहरीन ने मार्च 2007 में नई दिल्ली में अपना दूतावास खोला।

सामरिक और रक्षा सहयोग: भारत और बहरीन विभिन्न संयुक्त अभियानों के माध्यम से नौसैनिक अभ्यास करते हैं, जैसे कि समुद्री साझेदारी अभ्यास (MPX) और पैसेज अभ्यास (PASSEX), ताकि अंतर-संचालन को बढ़ाया जा सके और समुद्री सहयोग को मजबूत किया जा सके।

आतंकवाद-रोधी सहयोग और खुफिया जानकारी साझा करना: दोनों देश खुफिया जानकारी साझा करने और कानून प्रवर्तन समन्वय के माध्यम से आतंकवाद-रोधी प्रयासों में सक्रिय रूप से सहयोग करते हैं।

क्षमता निर्माण और साइबर सुरक्षा पहल: भारत, बहरीन के रक्षा और साइबर सुरक्षा बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए तकनीकी सहायता और प्रशिक्षण प्रदान करता है।

आर्थिक और व्यापारिक संबंध: 

  • भारत-बहरीन द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2024-25 में लगभग 1.64 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच गया।
  • व्यापार पोर्टफोलियो में पेट्रोलियम उत्पाद, इलेक्ट्रॉनिक्स, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, मशीनरी, रत्न और आभूषण शामिल हैं।
  • स्वास्थ्य सेवा, फिनटेक, इलेक्ट्रॉनिक्स और विनिर्माण क्षेत्र द्विपक्षीय निवेश के लिए महत्वपूर्ण विकास क्षमता प्रदान करते हैं।

व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) पर वार्ता: दोनों देश व्यापार उदारीकरण और वस्तुओं एवं सेवाओं के लिए बाज़ार पहुँच को सुगम बनाने हेतु CEPA वार्ता को सक्रिय रूप से आगे बढ़ा रहे हैं।

निवेश के अवसर और क्षेत्रीय सहयोग: भारत बहरीन के निवेशकों को पारस्परिक लाभ के लिए अपने विस्तारित आर्थिक परिदृश्य का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करता है।

सहयोग के उभरते क्षेत्र

अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और वित्तीय प्रौद्योगिकी में सहयोग: भारत और बहरीन तकनीकी विकास को बढ़ावा देने के लिए उपग्रह प्रौद्योगिकी और वित्तीय प्रौद्योगिकी नवाचारों में संयुक्त रूप से अवसरों की तलाश में हैं।

स्वास्थ्य सेवा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान:

  • इस साझेदारी में स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच बढ़ाने और चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देने की पहल शामिल है।
  • निरंतर सांस्कृतिक आदान-प्रदान से लोगों के बीच आपसी संपर्क और साझा विरासत की पहचान विकसित होती है।

डिजिटल परिवर्तन और स्टार्टअप: भारत ज्ञान के आदान-प्रदान और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के माध्यम से बहरीन की डिजिटल अर्थव्यवस्था की प्रगति और स्टार्टअप इकोसिस्टम का समर्थन करता है।

क्षेत्रीय और वैश्विक सहयोग:

  • दोनों देश क्षेत्रीय शांति के लिए एक साझा दृष्टिकोण रखते हैं, जिसका उदाहरण गाजा शांति योजना के लिए भारत का समर्थन है।
  • वे बहुपक्षीय मंचों और कूटनीतिक प्रयासों के माध्यम से खाड़ी क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए सहयोग करते हैं।

बहुपक्षीय मंचों के माध्यम से सहभागिता: भारत-बहरीन साझेदारी, खाड़ी सहयोग परिषद ढांचे और संयुक्त समुद्री बलों सहित समुद्री गठबंधनों तक विस्तारित है।

Shares: