संदर्भ:

महाराष्ट्र के पेंच टाइगर रिजर्व (Pench Tiger Reserve) ने वनाग्नि का शीघ्र पता लगाने के लिए एक उन्नत कृत्रिम बुद्धिमत्ता या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्रणाली शुरू की है, जो वनाग्नि  प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण कदम है।

अन्य संबंधित जानकारी

  • उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरों और उपग्रह एकीकरण से सुसज्जित इस अत्याधुनिक प्रणाली (state-of-the-art system) का उद्देश्य वनाग्नि अलर्ट की सटीकता मे वृद्धि करना है।

सहयोग और वित्तपोषण: निम्नलिखित के सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से इस प्रणाली को सफलतापूर्वक लगाया गया:

  • पेंच टाइगर रिजर्व, महाराष्ट्र
  • सतपुड़ा फाउंडेशन
  • Umgrauemeio (ब्राज़ील)
  • फॉरेस्ट फायर टेक (स्केल इंक, अमेरिका का एक प्रभाग)

इस परियोजना का वित्तपोषण सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड, नागपुर और महाराष्ट्र सरकार द्वारा किया गया।

AI प्रणाली की मुख्य विशेषताएँ 

  • वास्तविक समय में निगरानी (Real-time Monitoring): यह प्रणाली 24/7 काम करके वन क्षेत्र की वास्तविक समय निगरानी करने में सक्षम है।
  • AI-संचालित विभेदन (AI-powered Differentiation): यह AI प्रणाली उच्च सटीकता के साथ धुंध और बादलों के बीच अंतर कर सकता है, अलार्म की सत्यता की दक्षता मे वृद्धि कर सकता है और वास्तविक आग के खतरों पर त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित कर सकता है।
  • नाइट विजन कैपेबिलिटी (Night Vision Capability): यह प्रणाली अपनी अंतर्निहित अवरक्त (इन्फ्रारेड) प्रौद्योगिकी के कारण रात्रि के समय में भी प्रभावी ढंग से कार्य करने में सक्षम है।
  • आँकड़ों का संयोजन: AI-प्रणाली उपग्रह-आधारित डेटा के साथ समायोजित होती है, जिससे पर्यावरणीय स्थितियों की एक व्यापक तस्वीर देखने को मिलती है, जो आग के जोखिम के जोखिम को प्रभावित कर सकती है।

लाभ और व्यापक निहितार्थ

  • पूर्व चेतावनी: शीघ्र पता लगने से संभावित घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई संभव होती है, तथा आग को अत्यधिक विनाशकारी रूप लेने से पहले ही रोका जा सकता है।
  • बेहतर दक्षता: इस प्रणाली की वास्तविक समय निगरानी और सटीक आग लगने की पहचान, वन कर्मियों की गश्त पर निर्भरता को कम करने के साथ-साथ संसाधन आवंटन को अनुकूलित करती है।
  • सुरक्षा को बेहतर करना: AI-प्रणाली वनाग्नि  के प्रभाव को कम करके पेंच टाइगर रिजर्व की समृद्ध जैव विविधता की सुरक्षा को संभव बनती है।

पेंच टाइगर रिजर्व के बारे में 

  • सतपुड़ा पहाड़ियों के दक्षिणी छोर पर स्थित पेंच टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों में फैला हुआ है।
  • इसका नाम पेंच नदी के नाम पर रखा गया है, जो उत्तर से दक्षिण की ओर रिजर्व से होकर प्रवाहित होती है।
  • इस रिजर्व के मध्य प्रदेश वाले हिस्से में इंदिरा प्रियदर्शनी पेंच राष्ट्रीय उद्यान, पेंच मोगली अभयारण्य और एक बफर क्षेत्र हैं।
  • यहाँ सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह क्षेत्र रुडयार्ड किपलिंग की प्रसिद्ध “द जंगल बुक” के वास्तविक जीवन की व्यवस्था को शामिल करता है।
  • यह क्षेत्र विविधता से भरा हुआ है, जिसमें आर्द्र घाटियों से लेकर शुष्क पर्णपाती वनों तक की वनस्पतियों की एक मोज़ेक (Mosaic) है।
  • इस रिजर्व में वनस्पतियों की एक समृद्ध विविधता विद्यमान है, जिसमें सागौन, साग, महुआ और विविध घास के क्षेत्र और झाड़ियाँ शामिल हैं।
  • पेंच टाइगर रिजर्व बाघों, तेंदुओं, भालू और 325 से ज़्यादा पक्षी प्रजातियों का घर है। इसमें मौजूद हरे-भरे जंगल और विविधतापूर्ण परिदृश्य इसे एक महत्वपूर्ण निवास स्थान बनाते हैं। 

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