संदर्भ:
अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) और अंतर्राष्ट्रीय केबल संरक्षण समिति (ICPC) ने हाल ही में पनडुब्बी केबल लचीलेपन के लिए अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार निकाय का गठन किया है।
पनडुब्बी केबल लचीलेपन के लिए अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार निकाय
- इससे केबल की लचीलापन में सुधार होगा, क्षति के जोखिम में कमी आएगी, तथा इन महत्वपूर्ण प्रणालियों की शीघ्र मरम्मत और स्थापना सुनिश्चित होगी।
- इस निकाय में विश्व भर से 40 सदस्य शामिल होंगे, जिनमें मंत्री, नियामक प्राधिकरणों के प्रमुख और वरिष्ठ दूरसंचार विशेषज्ञ शामिल होंगे ।
- यह निकाय अंतर्राष्ट्रीय नीतियों, दूरसंचार अवसंरचना तथा लचीलेपन में सुधार के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं पर परामर्श करने के लिए वर्ष में कम से कम दो बार बैठक करेगा।
- सलाहकार निकाय की सह-अध्यक्षता नाइजीरिया संघीय गणराज्य के संचार, नवाचार और डिजिटल अर्थव्यवस्था मंत्री और पुर्तगाल गणराज्य के राष्ट्रीय संचार प्राधिकरण (ANACOM) के निदेशक मंडल के अध्यक्ष द्वारा की जाती है।
- इस निकाय की प्रथम वर्चुअल बैठक दिसंबर 2024 में निर्धारित है, जिसके बाद 2025 में नाइजीरिया में सबमरीन केबल रेजिलिएंस शिखर सम्मेलन की बैठक होगी।
पनडुब्बी केबल पर भारत की स्थिति
- भारत 14 अलग-अलग लैंडिंग स्टेशनों पर लगभग 17 अंतर्राष्ट्रीय समुद्री केबल बिछाए गए हैं, जो मुख्य रूप से मुंबई, चेन्नई, कोचीन, तूतीकोरिन और त्रिवेंद्रम में स्थित हैं।
वर्ष 2022 के अंत तक, इन केबलों की इंटरनेट गतिविधियों को संभालने की कुल लिट क्षमता और सक्रिय क्षमता क्रमशः 138.606 टीबीपीएस और 111.111 टीबीपीएस थी। अंतर्राष्ट्रीय केबल संरक्षण समिति (ICPC)
- ICPC की स्थापना 1958 में पनडुब्बी दूरसंचार या बिजली केबलों के स्वामित्व या संचालन करने वाली संस्थाओं के साथ-साथ पनडुब्बी केबल उद्योग में अन्य कंपनियों के हितों का प्रतिनिधित्व करने के लिए की गई थी।
- इसका प्राथमिक उद्देश्य प्रासंगिक तकनीकी, कानूनी और पर्यावरणीय जानकारी के आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान करके समुद्र के नीचे के केबलों की सुरक्षा को बढ़ाना है।
- आईसीपीसी का मुख्यालय यूनाइटेड किंगडम (UK) में है।
- भारत का दूरसंचार विभाग और निजी संगठन टाटा कम्युनिकेशंस लिमिटेड आईसीपीसी के सदस्य संगठन के रूप में शामिल हो गए हैं।
अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU)
- ITU सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT) के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसी है।
- इसकी स्थापना 17 मई 1865 को अंतर्राष्ट्रीय टेलीग्राफ यूनियन के रूप में हुई थी ।
- 1 जनवरी 1949 को लागू हुआ ।
- वर्तमान में, ITU के 194 सदस्य देश और 1000 से अधिक कंपनियां, विश्वविद्यालय और अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय संगठन हैं।
- ITU का मुख्यालय जिनेवा, स्विटजरलैंड में है और इसके क्षेत्रीय कार्यालय प्रत्येक महाद्वीप पर हैं।
- ITU वैश्विक रेडियो स्पेक्ट्रम और उपग्रह कक्षाओं का आवंटन करता है, तकनीकी मानकों का विकास करता है जो नेटवर्क और प्रौद्योगिकियों की अंतर-संचालनीयता सुनिश्चित करते हैं। यह विश्व में वंचित समुदायों में डिजिटल प्रौद्योगिकियों तक पहुंच में सुधार करने के लिए काम करता है।