संदर्भ:
हाल ही में, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स (C-DOT ) ने “ड्रोन का उपयोग करके चेहरा पहचानने” की तकनीक के लिए ट्रॉइस इन्फोटेक के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
अन्य संबंधित जानकारी
- इस समझौते पर दूरसंचार विभाग के सार्वभौमिक सेवा दायित्व कोष (USOF) के दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास कोष (TTDF) कार्यक्रम के अंतर्गत हस्ताक्षर किए गए।
- टेलीमेटिक्स विकास केंद्र (C-DOT ), ड्रोन का उपयोग करके चेहरा पहचानने की तकनीक के लिए कार्यान्वयन एजेंसी होगी।
- यह समझौता भारतीय स्टार्टअप्स, शिक्षा जगत और अनुसंधान एवं विकास संस्थानों को वित्तपोषित करने के लिए बनाया गया है।
- यह प्रौद्योगिकी औद्योगिक-ग्रेड, लंबी दूरी के कैमरों से सुसज्जित उन्नत ड्रोन-आधारित समाधान विकसित करने पर केंद्रित है, जो चेहरे की पहचान, उच्च सटीकता वाले एज प्रोसेसिंग और निर्बाध वास्तविक समय डेटा ट्रांसमिशन के लिए अनुकूलित है।
प्रौद्योगिकी का महत्व
- यह किफायती ब्रॉडबैंड और मोबाइल सेवाएं उपलब्ध कराएगा तथा पूरे भारत में डिजिटल विभाजन को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
- यह भारतीय स्टार्टअप्स और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) संस्थानों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सहायक होगा।
टेलीमेटिक्स विकास केंद्र (C-DOT )
- इसकी स्थापना 1984 में दूरसंचार विभाग (DoT) के एक स्वायत्त दूरसंचार अनुसंधान एवं विकास (R&D) केंद्र के रूप में की गई थी।
- यह सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत पंजीकृत सोसायटी है।
- यह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग (DSIR) के साथ ‘सार्वजनिक वित्त पोषित अनुसंधान संस्थान’ के रूप में भी पंजीकृत है।
- यह अपने प्रौद्योगिकी हस्तांतरण मॉडल के आधार पर दूरसंचार विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र के विकास में सहायक रहा है।
ट्रॉइस इन्फोटेक
- यह 2018 में स्थापित एक गहन तकनीकी स्टार्टअप है जो उन्नत हार्डवेयर प्रणालियों को सॉफ्टवेयर समाधानों के साथ एकीकृत करता है, तथा स्केलेबल और कुशल उत्पाद प्रदान करता है।
- केरल स्टार्टअप मिशन (KSUM) द्वारा इनक्यूबेट किया गया यह संस्थान AI/ML, एम्बेडेड सिस्टम, IoT, स्मार्ट सर्विलांस, एंटरप्राइज वेब और मोबाइल टेक्नोलॉजीज, वीडियो मैनेजमेंट सिस्टम (VMS) और दूरसंचार में समाधान में विशेषज्ञता रखता है।