प्रसंग:

उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (UPCDF) ने नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (NDDB) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।

अन्य महत्वपूर्ण तथ्य

  • इस समझौते के तहत, NDDB कानपुर, गोरखपुर और कन्नौज में स्थित तीन डेयरी प्लांट्स और अंबेडकर नगर में स्थित एक पशु चारा उत्पादन इकाई का संचालन करेगा।
  • इन इकाइयों का संचालन एक अनुभवी और सक्षम संस्था NDDB को सौंपने से तकनीकी दक्षता, पारदर्शिता और किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।
  • यह सहयोग दक्षता, पारदर्शिता और पेशेवर मानकों के नए आयाम स्थापित करेगा, जिससे किसानों को समय पर भुगतान, उचित मूल्य और विश्वसनीय विपणन सुविधाएं मिलेंगी।
  • NDDB के प्रबंधन में शामिल प्रमुख इकाइयाँ:
    • कानपुर डेयरी प्लांट: ₹160.84 करोड़ की लागत से निर्मित, जिसकी प्रसंस्करण क्षमता 4 लाख लीटर प्रतिदिन है।
    • गोरखपुर डेयरी प्लांट: ₹61.80 करोड़ की लागत से निर्मित, जिसकी क्षमता 1 लाख लीटर प्रतिदिन है।
    • कन्नौज डेयरी प्लांट: ₹88.05 करोड़ की लागत से विकसित, जिसकी दैनिक क्षमता 1 लाख लीटर है।
  • इन प्लांट्स का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका था, लेकिन वाणिज्यिक खरीदारों की कमी और उच्च परिचालन लागत के कारण ये पूर्ण क्षमता पर कार्य नहीं कर पा रहे थे। अब NDDB के संचालन में इनके पूरी क्षमता से कार्य करने की संभावना है।
  • अंबेडकर नगर स्थित पशु चारा उत्पादन इकाई ₹18.44 करोड़ की लागत से निर्मित है, जो प्रतिदिन 100 मीट्रिक टन बायपास प्रोटीन चारा उत्पादित करती है, जिससे राज्यभर के किसानों को किफायती चारा उपलब्ध हो रहा है।
  • इस वित्तीय वर्ष में इस इकाई से ₹66.88 लाख का लाभ होने का अनुमान है और इसका संचालन भी NDDB को सौंपा जाएगा।
  • यह साझेदारी किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने, स्थानीय सहकारी समितियों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देने, संसाधनों के कुशल उपयोग, उपकरणों के समुचित रखरखाव और अनावश्यक खर्चों में कटौती पर केंद्रित है।
  • यह मॉडल राज्य सरकार पर किसी अतिरिक्त वित्तीय बोझ के बिना कार्य करेगा और राजस्व साझा करने के लाभ राज्य और किसानों के बीच समान रूप से वितरित किए जाएंगे।
Shares: