संबंधित पाठ्यक्रम:
सामान्य अध्ययन 2: स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधन से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित विषय।
संदर्भ:
हाल ही में, केरल के मुख्यमंत्री ने केरल को भारत का पहला पूर्णतः डिजिटली साक्षर राज्य घोषित किया।
अन्य संबंधित जानकारी
- यह डिजी केरलम परियोजना के पहले चरण के पूरा होने का प्रतीक है। डिजी केरलम परियोजना, डिजिटल विभाजन को पाटने के लिए सभी स्थानीय निकायों में जमीनी स्तर पर किया गया हस्तक्षेप है।
- राज्य भर में 83.46 लाख परिवारों के 1.5 करोड़ लोगों के बीच किए गए सर्वेक्षणों में, 21.88 लाख लोगों की पहचान डिजिटली निरक्षर के रूप में की गई है। इनमें से 21.87 लाख लोगों ने (99.98%) ने प्रशिक्षण और मूल्यांकन चरण सफलतापूर्वक पूरा किया।
- भारत में केवल 38% परिवार ही डिजिटली साक्षर हैं। शहरी क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता अपेक्षाकृत अधिक (61%) है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह केवल 25% है।
डिजिटल साक्षरता
- डिजिटल साक्षरता से तात्पर्य व्यक्तियों और समुदायों के जीवन की परिस्थितियों में सार्थक कार्यों के लिए डिजिटल तकनीकों को समझने और उनका उपयोग करने की क्षमता से है।
- सरल शब्दों में, यह हमारी दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों के लिए कंप्यूटर/मोबाइल/इंटरनेट तक पहुँचने और इंटरनेट के माध्यम से दूसरों से जुड़े रहने की क्षमता को दर्शाती है।
डिजी केरलम परियोजना
- डिजी केरल ओएइयोज्न, बुनियादी ढांचे में सुधार, डिजिटल साक्षरता पहल और किफायती प्रौद्योगिकी प्रावधान के माध्यम से, सामाजिक-आर्थिक स्थिति या भौगोलिक स्थिति की परवाह किए बिना, डिजिटल क्षेत्र के लाभों तक सभी की समान पहुँच सुनिश्चित करने का प्रयास करती है।
• यह कार्यक्रम तीन मुख्य चरणों में संचालित होता है:
- जानकारी जुटाना
- प्रशिक्षण
- साक्षरता उपलब्धि को औपचारिक मान्यता देना।
• इसका प्राथमिक उद्देश्य 14 से 65 आयुवर्ग के व्यक्तियों में डिजिटल साक्षरता सुनिश्चित करना है।
• इस प्रोजेक्ट को कुदुम्बश्री सदस्यों, छात्रों और युवाओं की मदद से पूरा किया जाना है।
डिजिटल साक्षरता का सकारात्मक प्रभाव
- वित्तीय समावेशन: यह व्यक्तियों को वित्तीय जानकारी और उत्पादों तक बेहतर पहुँच प्रदान करता है, जिससे अधिक सूचित निवेश निर्णय लेने और वित्तीय बाजारों में भागीदारी बढ़ाने में मदद मिलती है।
- बेहतर शिक्षा तक पहुँच: डिजिटल साक्षरता प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक ऑनलाइन शैक्षिक संसाधनों, महत्वपूर्ण सोच कौशल और नए सीखने के अवसरों तक पहुँच प्रदान करती है।
- नागरिक सहभागिता में वृद्धि: डिजिटल साक्षरता व्यक्तियों को सरकारी सेवाओं, सूचना और संवाद के लिए मंच तक पहुँच प्रदान करके नागरिक जीवन में अधिक सक्रिय रूप से भाग लेने में सक्षम बनाती है।
- रोजगार और आय में वृद्धि: डिजिटल साक्षरता नए रोजगार के अवसरों तक पहुँच को सक्षम करके, उत्पादकता में सुधार करके और वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में भागीदारी को सुविधाजनक बनाकर रोजगार और कमाई की क्षमता को भी बढ़ाती है।