संदर्भ:

हाल ही में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्रीय क्षेत्र योजना ‘कौशल भारत कार्यक्रम (SIP)’ को 2026 तक जारी रखने और पुनर्गठन को मंजूरी दी है।

अन्य संबंधित जानकारी:

इस योजना को 2022-23 से 2025-26 की अवधि के लिए 8,800 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ मंजूरी दी गई है।

“कौशल भारत कार्यक्रम ” में अब निम्नलिखित तीन योजनाएं इसके घटक के रूप में सम्मिलित हैं:

  • प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 (PMKVY 4.0)
  • प्रधानमंत्री राष्ट्रीय प्रशिक्षुता प्रोत्साहन योजना (PM-NAPS)
  • जन शिक्षण संस्थान (JSS) योजना

मंत्रालय की उपरोक्त तीन प्रमुख योजनाओं से अब तक 2.27 करोड़ से अधिक व्यक्ति लाभान्वित हुए हैं।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0:

  • PMKVY 4.0 योजना 15-59 वर्ष आयु समूह के लिए विशेष परियोजनाओं (SP) सहित अल्पकालिक प्रशिक्षण (STT) के माध्यम से राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (NSQF) संरेखित कौशल विकास प्रशिक्षण और पूर्व शिक्षण की मान्यता (RPL) के माध्यम से पुनः कौशल और उन्नयन प्रदान करती है।
  • इसने AI, 5G प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, हरित हाइड्रोजन और ड्रोन प्रौद्योगिकी आदि पर 400 से अधिक नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं।
  • गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण और मूल्यांकन को मजबूत करने के लिए एक लाख मूल्यांकनकर्ताओं और प्रशिक्षकों का एक राष्ट्रीय पूल विकसित किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय प्रशिक्षुता प्रोत्साहन योजना (PM-NAPS)

  • प्रशिक्षु अधिनियम, 1961 के तहत प्रशिक्षुओं को नियुक्त करने वाले प्रतिष्ठानों को वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए 2016 में शुरू किया गया था ।
  • भारत में प्रशिक्षुओं और प्रतिष्ठानों दोनों को सहायता प्रदान करने के लिए, प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) के माध्यम से प्रति प्रशिक्षु 1,500 रुपये प्रति माह तक की राशि का 25% वजीफा केन्द्र सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा।
  • यह योजना 14 से 35 वर्ष की आयु के व्यक्तियों के लिए बनाई गई है।

जन शिक्षण संस्थान (JSS) योजना

  • यह व्यावसायिक प्रशिक्षण सुलभ एवं लचीला बनाने के लिए एक समुदाय-केंद्रित कौशल पहल है , जो विशेष रूप से महिलाओं, ग्रामीण युवाओं और आर्थिक रूप से वंचित समूहों के लिए है तथा 15-45 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों की आवश्यकताओं के अनुरूप है।
  • JSS सरकार की प्रमुख पहलों से जुड़ा हुआ है जैसे: पीएम जनमन, समाज में सभी के लिए आजीवन शिक्षा की समझ (ULLAS), आदि, जिससे समावेशी कौशल को बढ़ावा दिया जा सके।

कौशल भारत कार्यक्रम का महत्व  

  • यह पहल संरचित कौशल विकास, कार्यस्थल पर प्रशिक्षण और समुदाय आधारित शिक्षा प्रदान करेगी, जिससे शहरी और ग्रामीण आबादी की उच्च गुणवत्ता वाली व्यावसायिक शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित हो सके। 
  • कौशल भारत कार्यक्रम बदलती वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भारत के कार्यबल को तैयार के लिए महत्वपूर्ण है।
  • यह विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार, उद्यमशीलता और उत्पादकता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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