संदर्भ:
हाल ही में, कर्नाटक सरकार ने सामाजिक सद्भाव को प्रोत्साहन देने और बच्चों में संवैधानिक मूल्यों को स्थापित करने के लिए विद्यालयों में ‘नारु मनुजारू’ (Naaru Manujaru) कार्यक्रम शुरू किया है।
नारु मनुजारू कार्यक्रम:
- कर्नाटक सरकार के राज्य बजट 2024-25 में घोषित इस पहल का उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों को सामाजिक सहिष्णुता और वैज्ञानिक स्वभाव का केंद्र बनाना है।
- कार्यक्रम में सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और गैर-सहायता प्राप्त प्राथमिक और उच्च विद्यालयों में चर्चा और संवाद के लिए प्रति सप्ताह दो घंटे का समय अनिवार्य किया गया है।
- इसमें आदर्श शिक्षा के लिए एक पीरियड और सामाजिक रूप से उपयोगी उत्पादक कार्य (SUPW) के लिए दो पीरियड शामिल हैं, जिन्हें मौजूदा पाठ्यक्रम के साथ समायोजित किया जाएगा।
नारु मनुजारु के मुख्य उद्देश्य:
शैक्षिणिक उद्देश्य:
- यह चर्चा स्थानीय और राष्ट्रीय त्योहारों, लोक खेलों और खेलकूद जैसे विषयों के माध्यम से सामाजिक सद्भाव, सहिष्णुता और समझ को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगी।
- इसमें समाज सुधारकों की शिक्षाओं पर बल देना, स्थानीय स्थलों का दौरा एवं पारिवारिक संरचना, असमानता उन्मूलन तथा समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व जैसे संवैधानिक मूल्यों पर चर्चा कार्यक्रम कार्यान्वयन का हिस्सा होंगे।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना:
- कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक जागरूकता विकसित करना, पर्यावरण चेतना पर बल देना और अंधविश्वासों को मिटाना है।
- इसकी गतिविधियों में विज्ञान प्रयोगों का संचालन, प्रश्न पूछने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देना तथा रोजमर्रा के विज्ञान अनुप्रयोगों को एकीकृत करना शामिल हैं।
सह-अस्तित्व को प्रोत्साहित करना:
- समूह गतिविधियों में मध्याह्न भोजन और सहभोजन (सामुदायिक दोपहर का भोजन) जैसी सामुदायिक प्रथाओं पर प्रकाश डाला जाएगा, जिससे समावेशिता और समान अवसर के प्रति जागरूकता को बढ़ावा मिलेगा।
- स्कूल उद्यान प्रबंधन, इनडोर और आउटडोर खेल तथा देशी खेल भागीदारी और साझा जिम्मेदारी को प्रोत्साहित करेंगे।
कार्यक्रम का प्रशासनिक निरीक्षण:
- इसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण विभाग (DSERT) कार्यान्वयन प्राधिकरण है, जो जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समन्वय करता है तथा निगरानी के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति करता है।
- कार्यक्रम के लिए कोई अतिरिक्त अनुदान आवंटित नहीं किया गया है।
कार्यक्रम का प्रभाव:
- यह कार्यक्रम स्वतंत्र सोच, तर्कसंगतता और समग्र छात्र विकास को पोषित करने में मदद करेगा।