प्रसंग:
उत्तर प्रदेश सरकार 1 जुलाई से अपनी महत्वाकांक्षी हरित पहल ‘प्लांटेशन 2025’ की शुरुआत करने जा रही है, जो कि देशव्यापी वन महोत्सव सप्ताह की शुरुआत के साथ होगी।
अभियान की प्रमुख बातें:
- थीम: ‘एक पेड़ मां के नाम’
- इस अभियान का लक्ष्य है राज्य भर में 35 करोड़ पौधे लगाना, जिसमें जनसहभागिता को प्राथमिकता दी जाएगी।
- राज्य स्तरीय शुभारंभ कार्यक्रम लखनऊ के कुकरेल में होगा, जहां त्रिवेणी वन (तीन पवित्र वृक्षों का समूह) विकसित किया जाएगा।
- सरकार एक भावनात्मक पहल के तहत 1 से 7 जुलाई के बीच सरकारी अस्पतालों में जन्मे नवजात शिशुओं के माता-पिता को पौधे भेंट करेगी, जिससे नवजीवन और प्रकृति के बीच एक गहरा संबंध स्थापित हो।
- इन परिवारों को ‘ग्रीन गोल्ड’ प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा, जो पर्यावरण संरक्षण में उनके योगदान का प्रतीक होगा।
- प्रत्येक जिले में थीम पर आधारित उद्यान विकसित किए जाएंगे, जिनमें शामिल हैं:
- अटल वन – पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में
- एकता वन – सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में
- एकलव्य वन – आदिवासी नायक बिरसा मुंडा को समर्पित
- शहरी क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाने के लिए सभी नगर निगमों और नगर पालिकाओं में ऑक्सी वन विकसित किए जाएंगे, जो शहरों के लिए “हरित फेफड़े” के रूप में कार्य करेंगे।
- 15 अगस्त को प्रत्येक जिले में शौर्य वन की स्थापना की जाएगी, जो सैन्य बलों की वीरता को समर्पित होंगे, विशेष रूप से शहीदों के गांवों में इनका निर्माण होगा।
- हरित अभियान को और मजबूती देने वाले प्रमुख बिंदु:
- गोपाल वन – हर गौशाला में स्थापित किए जाएंगे।
- त्रिवेणी वन – प्रत्येक जिले की नदियों के किनारे लगाए जाएंगे, महाकुंभ के सफल आयोजन को चिह्नित करते हुए।
- पवित्र धारा वृक्षारोपण – नदियों की पारिस्थितिक धारा और तटों की पुनर्स्थापना के लिए किया जाएगा।
- एक और विशेष पहल ‘सहजन भंडारा’ के अंतर्गत, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को दो सहजन (मोरिंगा) के पौधे दिए जाएंगे, जिससे पोषण और टिकाऊ विकास को बढ़ावा मिलेगा।
- ‘प्लांटेशन 2025’ का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को संस्कृति, समुदाय और संरक्षण की भावना से ओतप्रोत एक हरित और जिम्मेदार राज्य के रूप में स्थापित करना है।