संदर्भ: उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में विमानन क्षेत्र में उल्लेखनीय विस्तार देखा गया है और यात्री एवं माल यातायात के मामले में भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते राज्यों में से एक के रूप में उभरा है।
हवाई यात्री वृद्धि की मुख्य विशेषताएँ
- अप्रैल और अगस्त 2025 के बीच, राज्य भर के हवाई अड्डों से 60 लाख से अधिक यात्रियों ने उड़ान भरी – जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 14.6% की वृद्धि दर्शाता है।
- भारत के कुल हवाई यातायात में राज्य की हिस्सेदारी बढ़कर 3.52% हो गई, जो वर्ष 2024 की तुलना में 34 आधार अंकों की वृद्धि है, जिसका अर्थ है कि भारत में अब हर 30 हवाई यात्रियों में से एक उत्तर प्रदेश से यात्रा करता है।
- इसी अवधि के दौरान घरेलू यात्रियों की संख्या में 15.7% की वृद्धि हुई, जबकि अंतर्राष्ट्रीय यात्रा में 4.3% की वृद्धि देखी गई।
- उत्तर प्रदेश में कुल हवाई यात्री यातायात वर्ष 2016-17 में 59.97 लाख से बढ़कर वर्ष 2024-25 में 142.28 लाख हो गया, जो 10.1% की मजबूत वार्षिक वृद्धि दर दर्शाता है।
- कोविड-19 महामारी के दौरान, वित्त वर्ष 2020-21 में यात्रियों की संख्या घटकर 48.35 लाख रह गई थी, लेकिन राज्य ने देश में सबसे तेज़ पुनर्प्राप्ति हासिल कर, दो वर्षों के भीतर अपने यातायात को दोगुना कर दिया – जो मज़बूत विमानन नीतियों और कुशल प्रबंधन को दर्शाता है।
- वर्ष 2023-24 की तुलना में, वर्ष 2024-25 में कुल हवाई यात्रियों में 25.9% की वृद्धि देखी गई, जिसमें अकेले अप्रैल-अगस्त यातायात में 14.6% की वृद्धि हुई।
शहरवार हवाई यातायात प्रदर्शन
- अयोध्या हवाई अड्डा, उत्तर भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते टर्मिनलों में से एक बनकर उभरा है, जहाँ यात्री यातायात वर्ष 2023-24 में 2 लाख से बढ़कर वर्ष 2024-25 में 11 लाख से अधिक हो गया है।
- प्रयागराज हवाई अड्डे पर यात्री 6 लाख से बढ़कर 10.77 लाख हो गए, जबकि वाराणसी हवाई अड्डे पर वर्ष 2024-25 में 40 लाख का आंकड़ा पार हो गया।
- गोरखपुर हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या 6.8 लाख से बढ़कर 8.67 लाख हो गई और लखनऊ हवाई अड्डे पर हवाई यातायात में 4.1% की वृद्धि दर्ज की गई।
- ये आँकड़े राज्य भर में हवाई यात्रा के विकास पर धार्मिक पर्यटन, क्षेत्रीय संपर्क और बुनियादी ढाँचे के विस्तार के प्रभाव को दर्शाते हैं।
कार्गो यातायात वृद्धि
- हवाई कार्गो की मात्रा वर्ष 2016-17 में 5,890 मीट्रिक टन से बढ़कर वर्ष 2024-25 में 28,360 मीट्रिक टन हो गई है, जो 19.1% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) को दर्शाती है।
- लखनऊ हवाई अड्डे ने 22,099 मीट्रिक टन के साथ अधिकांश कार्गो का संचालन किया, जबकि प्रयागराज और वाराणसी में क्रमशः 50% तथा 27.7% की वृद्धि दर्ज की गई।
- कानपुर और आगरा ने अप्रैल और अगस्त 2025 के बीच क्रमशः 165% और 247% की रिकॉर्ड कार्गो वृद्धि दर्ज की।
