संदर्भ: भारतीय चीनी मिल संघ (ISMA) के एक प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, गन्ने के रकबे (उत्पादन क्षेत्र) में गिरावट के बावजूद, उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन स्थिर रहने की संभावना है।

  • संघ ने राष्ट्रीय स्तर पर चीनी उत्पादन में 18.5% की वृद्धि का अनुमान लगाया है, जबकि महाराष्ट्र में 39% की भारी वृद्धि दर्ज होने की संभावना है।

प्रमुख निष्कर्ष:

  • उत्तर प्रदेश, जो वर्ष 2024-25 में चीनी उत्पादन में पहले स्थान पर था, वर्ष 2025-26 में 2% की वृद्धि दर्ज करने की संभावना है।
  • वर्ष 2024-25 में, उत्तर प्रदेश ने लगभग 101 लाख मीट्रिक टन चीनी (इथेनॉल-पूर्व) का उत्पादन किया और महाराष्ट्र से आगे निकल गया, जहाँ खराब मौसम के कारण उत्पादन घटकर 93.51 लाख मीट्रिक टन रह गया।
  • वर्ष 2025-26 के लिए उत्पादन परिदृश्य: ISMA का अनुमान है कि चालू गन्ना पेराई सत्र में महाराष्ट्र का चीनी उत्पादन 93.51 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 130 लाख मीट्रिक टन हो जाएगा, जो चीनी उत्पादन में भारी वृद्धि का संकेत है।
    • उत्तर प्रदेश का चीनी उत्पादन 101 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 103 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है।
  • गन्ना क्षेत्रफल और फसल स्वास्थ्य: यद्यपि राज्य में गन्ना क्षेत्रफल 23.3 लाख हेक्टेयर से घटकर 22.57 लाख हेक्टेयर रह गया है, फिर भी बेहतर रोग प्रबंधन और उच्च उपज देने वाली किस्मों के उपयोग के कारण समग्र फसल स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।
    • ISMA ने कहा है कि समय पर किए गए क्षेत्रीय हस्तक्षेप और विभिन्न किस्मों के प्रतिस्थापन कार्यक्रमों ने रेड रॉट और अन्य बीमारियों को नियंत्रित करने में मदद की है, जिससे इस मौसम में स्वस्थ फसल सुनिश्चित हुई है।
  • इथेनॉल डायवर्जन: वर्ष 2025-26 में इथेनॉल उत्पादन के लिए चीनी का डायवर्जन लगभग 34 लाख टन होने की उम्मीद है, जो वर्ष 2024-25 सीज़न के 35.01 लाख टन से थोड़ा कम है।
    • शुद्ध राष्ट्रीय चीनी उत्पादन 309.5 लाख टन अनुमानित है, जबकि पिछले वर्ष यह 261.08 लाख टन था।
    • उच्च राष्ट्रीय उत्पादन और पर्याप्त स्टॉक के साथ, घरेलू चीनी की कीमतें स्थिर या थोड़ी कम रहने की उम्मीद है, जिससे उपभोक्ताओं को लाभ होगा लेकिन मिलों का लाभ मार्जिन सीमित होगा।

चीनी उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु सरकारी पहल

  • वर्ष 2025-26 के लिए उत्तर प्रदेश गन्ना विभाग की कार्य योजना:
    • उद्देश्य: वर्ष 2023-24 में सकल मूल्य वर्धन (GVA) योगदान को ₹1,09,461 करोड़ से बढ़ाकर वर्ष 2025-26 तक गन्ने से ₹1,03,038 करोड़ और गुड़ उत्पादन से ₹38,808 करोड़ करना।
    • प्रमुख रणनीतियाँ: औसत चीनी रिकवरी दर को 9.56% से बढ़ाकर 10.50% करना।
  • देरी से होने वाले वित्तीय नुकसान को रोकने के लिए वर्ष 2025-26 में 91.54 लाख क्विंटल चीनी की समय पर बिक्री सुनिश्चित करना।
  • परिचालन को सुव्यवस्थित करके चीनी मिलों की भंडारण क्षमता को 4 लाख क्विंटल तक बढ़ाना।
  • राज्य सहायता पर निर्भरता को कम करना, जो वर्तमान में ₹1,200 करोड़ है।
  • चीनी मिलों के लिए आउटसोर्सिंग के माध्यम से कुशल श्रमिकों की भर्ती।
  • गन्ने के राज्य परामर्शी मूल्य में वृद्धि: उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2025-26 के लिए गन्ने के SAP में ₹30 प्रति क्विंटल की वृद्धि की घोषणा की।
Shares: