उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने अयोध्या मंदिर संग्रहालय के विस्तार को दी मंजूरी
इनमें बागपत में एक अंतर्राष्ट्रीय योग तथा कल्याण केंद्र की स्थापना, अयोध्या में विश्व स्तरीय मंदिर संग्रहालय का विस्तार और यूपी अधीनस्त पर्यटन सेवा नियमावली 2025 शामिल हैं।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:
यूपी अधीनस्त पर्यटन सेवा नियमावली 2025: यह प्रशासनिक क्षमता को मजबूत करने और राज्य भर में पर्यटन सेवाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से नियमों का एक नया सेट है।
नए नियम 2025 के अनुसार, अधीनस्थ पर्यटन सेवा संवर्ग में पदों को अब सीधी भर्ती और पदोन्नति दोनों के माध्यम से भरा जाएगा।
ये नियम प्रकाशन अधिकारी, जिला या उप पर्यटन अधिकारी और पर्यटन सूचना अधिकारी सहित प्रमुख पदों के लिए योग्यता तथा भूमिकाओं को परिभाषित करते हैं।
प्रकाशन अधिकारीके पदको उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा सीधी भर्ती के माध्यम से भरा जाएगा, जबकि पर्यटन सूचना अधिकारी के पद को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा सीधी भर्ती के माध्यम से भरा जाएगा।
सहायक जिला पर्यटन अधिकारी (जिला पर्यटन अधिकारी केबराबर) के पद को सीधी भर्ती और पदोन्नति के संयोजन के माध्यम से भरा जाएगा।
बागपत में अंतर्राष्ट्रीय योग और कल्याण केंद्र:
क्षेत्रफल: यह 70.885 हेक्टेयर में फैला हुआ है।
यह एक सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) उद्यम होगा।
उद्देश्य: इसका उद्देश्य भारत की समृद्ध योग विरासत को बढ़ावा देना और दुनिया भर से स्वास्थ्य के प्रति जागरूक पर्यटकों को आकर्षित करना है।
योग, कल्याण और आध्यात्मिकता को एकीकृत करके, केंद्र एक गहन अनुभव प्रदान करता है जो इसे समग्र कल्याण चाहने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक आवश्यक गंतव्य बनाता है।
यह केंद्र वैश्विक आगंतुकों को योग के विज्ञान का प्रदर्शन करते हुए मानसिक, आध्यात्मिक और शारीरिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करेगा।
अयोध्या मंदिर संग्रहालय का विस्तार
अयोध्या के मांझा जमथरा गांव में इसका निर्माण करने की योजना है।
उद्देश्य: दुनिया भर के मंदिरों की वास्तुकला, इतिहास और सांस्कृतिक विरासत को उजागर करना।
आवंटित क्षेत्र: अब इसे 52.102 एकड़ तक बढ़ा दिया गया है, जो पिछले 25 एकड़ भूमि से अधिक है।
सार्वजनिक निजी भागीदारी: टाटा संस ने अपने CSR फंड का उपयोग करके अत्याधुनिक संग्रहालय को विकसित और संचालित करने का प्रस्ताव दिया है।
धारा 8 (गैर-लाभकारी) के अंतर्गत कंपनी की स्थापना कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत की जाएगी, जिसमें भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिनिधित्व होगा।
प्रोजेक्ट लेआउट: इसे विरासत-प्रेरित द्रविड़ शैली की वास्तुकला में बनाने की योजना हैऔर इसमें विभिन्न आधुनिक सुविधाओं के साथ एक समृद्ध पुस्तकालय की सुविधा होगी, जिसका उद्देश्य छात्रों को विविध ज्ञान संसाधनों तक पहुँच प्रदान करते हुए पर्यटकों को एक अनूठा अनुभव प्रदान करना है।