प्रसंग:

हाल ही में, दिल्ली के बेस रिपेयर डिपो नजफगढ़ द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सम्मेलन “स्पेक्ट्रम” 2024 (Electronic Warfare Conference “Spectrum” 2024) आयोजित किया गया।

विषय: “इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर: रुझान, प्रौद्योगिकियां और रखरखाव चुनौतियां” (“इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर: Trends, Technologies & Maintenance Challenges”) 

इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर क्या है?

  • यह विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम संकेतों, जैसे- रेडियो, इन्फ्रारेड या रडार को संवेदन, सुरक्षा और संचार के लिए उपयोग करने की क्षमता है। 

इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर को सामान्यतः तीन श्रेणियों में विभाजित किया जाता है:

  • इलेक्ट्रॉनिक सहायता उपाय (ESM): इसमें विकिरणित विद्युत चुम्बकीय ऊर्जा की खोज, अवरोधन, पता लगाने, रिकॉर्ड करने और विश्लेषण करने के लिए की जाने वाली कार्रवाइयां शामिल हैं, जिनका उद्देश्य सैन्य अभियानों को समर्थन देने के लिए ऐसे विकिरणों का दोहन करना है।
  • इसमें इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस (ELINT), कम्युनिकेशन इंटेलिजेंस (COMINT) और इलेक्ट्रॉनिक सहायता उपाय रिसीवर के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर जानकारी एकत्र करना शामिल है।
  • इलेक्ट्रॉनिक प्रतिवाद (ECM): शत्रु द्वारा विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम के प्रभावी उपयोग को रोकने या कम करने के लिए की गई कार्रवाई। इलेक्ट्रॉनिक प्रतिवाद की दो प्रमुख क्रियाएँ हैं: जैमिंग और छल।
  • इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग को बाधित करने के लिए विद्युत चुम्बकीय ऊर्जा के जानबूझकर विकिरण, पुनः विकिरण या परावर्तन को जैमिंग कहा जाता है।
  • शत्रु को गुमराह करने के उद्देश्य से विद्युत चुम्बकीय ऊर्जा का जानबूझकर विकिरण, पुनः विकिरण, परिवर्तन, अवशोषण या परावर्तन करना छल कहलाता है।
  • इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटरमेजर्स (ECCM): शत्रु द्वारा विद्युतचुंबकीय स्पेक्ट्रम के उपयोग के बावजूद, इसके मैत्रीपूर्ण, प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए की जाने वाली कार्रवाई को इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटरमेजर्स के नाम से जाना जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर के लिए भारत की पहल

  • उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर प्रणाली ‘शक्ति’ को भारतीय नौसेना के प्रमुख युद्ध पोतों के लिए डिजाइन किया गया है, ताकि पारंपरिक और आधुनिक रडारों को रोका जा सके, उनका पता लगाया जा सके, उनका वर्गीकरण किया जा सके, उनकी पहचान की जा सके और उन्हें जाम किया जा सके।
  • इसे मिसाइल हमलों के खिलाफ भारतीय नौसेना के जहाजों की रक्षा के लिए वाइडबैंड इलेक्ट्रॉनिक सपोर्ट मेज़र्स (ESM) और इलेक्ट्रॉनिक काउंटर मेज़र्स (ECM) के साथ एकीकृत किया गया है।
  • प्रोग्राम संग्रह- यह एक संयुक्त डीआरडीओ-नौसेना कार्यक्रम है जिसमें पांच विभिन्न प्रकार की स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर प्रणालियों के डिजाइन और विकास की परिकल्पना की गई थी। 
  • प्रोग्राम संयुक्त– यह एक संयुक्त सेना-डीआरडीओ एकीकृत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर प्रोग्राम है।

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