अन्य संबंधित जानकारी:

  • यह बैठक इन्वेस्ट यूपी के मुख्यालय में आयोजित की गई और इसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार ने की। इस बैठक में मुख्य रूप से राज्य के निरंतर विकसित हो रहे निवेश इकोसिस्टम, नीतिगत सुधारों और बुनियादी ढांचा-आधारित विकास मॉडल के प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित किया गया।
  • मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार ने उत्तर प्रदेश के ‘वैल्यू फॉर मनी’ निवेश दर्शन को साझा करते समय विशेष रूप से राज्य को मिल रहे प्रतिफल, सुदृढ़ बुनियादी ढांचे, निवेश-अनुकूल नीतियों और निवेशकों के लिए उपलब्ध ‘एंड-टू-एंड’ सुविधा तंत्र का उल्लेख करते हुए उत्तर प्रदेश को दीर्घकालिक विकास के लिए एक सशक्त मंच के रूप में प्रदर्शित किया।
  • बैठक के दौरान एयरोस्पेस एवं रक्षा, वैश्विक क्षमता केंद्र (GCCs), बायो-मैन्युफैक्चरिंग, संधारणीय तकनीक, आतिथ्य, स्वास्थ्य सेवा, फिनटेक और विनिर्माण जैसे विभिन्न क्षेत्रों की कंपनियों ने अपनी विस्तार योजनाओंका विवरण प्रस्तुत किया।
  • इन्वेस्ट यूपी के अधिकारियों ने रक्षा औद्योगिक गलियारा, वैश्विक क्षमता केंद्र नीति, विनिर्माण नीति, पर्यटन नीति और उभरते हरित ऊर्जा ढांचे के तहत मिलने वाले नीतिगत सहयोग पर भी प्रकाश डाला।
  • स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की कंपनियों ने लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर और नोएडा में अपने अस्पताल नेटवर्कों के विस्तार का प्रस्ताव रखा। वहीं, आतिथ्य क्षेत्र के दिग्गजों ने महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों पर विलासिता परियोजनाओं का प्रस्ताव रखा और कौशल विकास, डिजिटल बुनियादी ढांचे तथा टिकाऊ विनिर्माण से जुड़ी फर्मों ने अपने परिचालन दायरे को बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की।
  • प्रतिनिधिमंडल को उत्तर प्रदेश के सशक्त आर्थिक आधारों भारत की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, ₹30.8 ट्रिलियन की GSDP और वित्त वर्ष 2025-26 में 13.2% की विकास दर से अवगत कराया गया। इसके  साथ ही, ‘निवेश मित्र’ (लगभग 21 लाख आवेदन, 97% उपयोगकर्ता संतुष्टि दर) और AI-सक्षम ‘निवेश मित्र 3.0’ जैसे सुधारों को रेखांकित किया गया, जिन्होंने धारणीय विकास के लिए राज्य को एक ‘पसंदीदा गंतव्य’ के रूप में पुनः स्थापित किया है।
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