संदर्भ:

हाल ही में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश में एनीमेशन इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इमर्सिव क्रिएटर्स (IIIC) की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी दी।

राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र का विवरण  

  • एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी (AVGC-XR) के लिए राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (National Centre of Excellence-NCoE), जिसे इंडियन इंस्टीट्यूट फॉर इमर्सिव क्रिएटर्स (IIIC) भी कहा जाता है।
  • यह देश में एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी पारिस्थितिकी तंत्र को स्थापित करने वाली शीर्ष संस्था के रूप में कार्य करेगा।
  • इसे कंपनी अधिनियम, 2013 के अंतर्गत धारा 8 कंपनी के रूप में मुंबई में स्थापित किया जाएगा।
  • यह देश में एनीमेशन पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए आईआईटी और आईआईएम की तर्ज पर एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी पर जोर देता है। 
  • इसका उद्देश्य भारत को अत्याधुनिक सामग्री उपलब्ध कराने वाले एक सामग्री केंद्र (content hub) के रूप में स्थापित करना था, जिससे वैश्विक स्तर पर भारत की सॉफ्ट पावर को बढ़ावा मिले।
  • इंस्टीट्यूट फॉर इमर्सिव क्रिएटर्स (IIIC) की स्थापना फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा की जाएगी और भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) सरकार के साथ साझेदारी करेगा।
  • भारतीय उद्योग परिसंघ एक गैर-सरकारी, गैर-लाभकारी, उद्योग-नेतृत्व वाली और उद्योग-प्रबंधित संस्था है तथा यह भारत के विकास हेतु अनुकूल वातावरण बनाने और उसे बनाए रखने के लिए काम करता है।
  • राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र अनुसंधान और विकास को भी बढ़ावा देगा तथा कंप्यूटर विज्ञान, इंजीनियरिंग, डिजाइन और कला जैसे विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को एक साथ लाएगा, जिससे एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी के क्षेत्र में बड़ी सफलताएं मिल सकती हैं।

एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी क्षेत्र

  • एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी क्षेत्र फिल्म निर्माण, ओटीटी प्लेटफॉर्म, गेमिंग, विज्ञापन और कई अन्य क्षेत्रों सहित मीडिया और मनोरंजन के पूरे क्षेत्र में एक अपरिहार्य भूमिका निभाता है।
  • यह उद्योग, जो वर्तमान में देश भर में 2.6 लाख लोगों को रोजगार देता है, के द्वारा वर्ष 2032 तक 23 लाख प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
  • इस उद्योग का राजस्व वर्तमान 3 बिलियन डॉलर से बढ़कर वर्ष 2030 तक 26 बिलियन डॉलर को पार कर जाने की उम्मीद है।

महत्व

  • इससे रचनात्मक कला और डिजाइन क्षेत्र को काफी बढ़ावा मिलेगा और भारत एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी गतिविधियों का केंद्र बन जाएगा, जिससे ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के लक्ष्यों को आगे बढ़ाया जा सकेगा।
  • एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स क्षेत्र राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर भारत की संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित करने में भूमिका निभा सकता है।

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