संदर्भ:
हाल ही में, भारत सरकार ने चीन और जापान से आयातित जल उपचार में व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले रसायन ट्राइक्लोरो आइसोसायन्यूरिक एसिड (TCCA) पर 986 डॉलर प्रति टन तक का एंटी-डंपिंग शुल्क लगाया है।
अन्य संबंधित जानकारी
- यह निर्णय, जो पांच वर्षों तक प्रभावी रहेगा, का उद्देश्य घरेलू निर्माताओं को अनुचित मूल्य निर्धारण प्रथाओं(जिसने भारत में स्थानीय उद्योग को प्रभावित किया है।) से बचाना है|
- ट्राइक्लोरो आइसोसायन्यूरिक (TCCA) एसिड औद्योगिक जल उपचार, पूल सफाई और कीटाणुनाशक उत्पादन के लिए एक महत्वपूर्ण रसायन है।
पृष्ठभूमि:
- हाल के वर्षों में, चीन और जापान से उचित बाजार मूल्य से कम कीमत पर TCCA आयात के प्रवाह (जिसे आमतौर पर “डंपिंग” कहा जाता है।) को लेकर चिंताएं रही हैं|
- व्यापार उपचार महानिदेशालय (DGTR ) ने इन प्रथाओं की जांच की और निष्कर्ष निकाला कि इस तरह के डंप किए गए आयातों से भारतीय घरेलू उद्योग को भौतिक क्षति हुई है।
- DGTR की सिफारिश के बाद, वित्त मंत्रालय ने भारतीय निर्माताओं को इन अनुचित मूल्य निर्धारण प्रथाओं के हानिकारक प्रभावों से बचाने के लिए एंटी-डंपिंग शुल्क लगाया।
- यह शुल्क कृत्रिम रूप से सस्ते आयातों के कारण उत्पन्न बाजार विकृति को ठीक करके घरेलू निर्माताओं के लिए उचित अवसर सुनिश्चित करने के लिए लगाया गया है।
एंटी-डंपिंग उपायों का महत्व:
- एंटी-डंपिंग शुल्क विश्व व्यापार संगठन (WTO) के वैश्विक व्यापार ढांचे के अंतर्गत एक व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त व्यापार उपाय है।
- इन शुल्कों का उद्देश्य आयातों पर प्रतिबंध लगाना नहीं है बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि विदेशी माल उचित मूल्य पर बेचा जाए, जो उत्पादन की वास्तविक लागत और उचित लाभ मार्जिन को दर्शाता हो।
- वे घरेलू उद्योगों के हितों की रक्षा करते हैं, जिन्हें अन्यथा अनुचित मूल्य निर्धारण में संलग्न विदेशी प्रतिस्पर्धियों द्वारा व्यवसाय से बाहर कर दिया जा सकता है।
निष्पक्ष व्यापार पर सरकार का रुख:
- सरकार ने इस बात पर जोर दिया है कि एंटी-डंपिंग शुल्क लगाने का उद्देश्य आयातों को प्रतिबंधित करना या कृत्रिम रूप से कीमतें बढ़ाना नहीं है, बल्कि अनुचित व्यापार प्रथाओं से निपटना है।
- इसका लक्ष्य निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को बनाए रखना तथा घरेलू उद्योगों को कम कीमत वाले विदेशी सामानों से होने वाले नुकसान से बचाना है।
- यह कार्रवाई निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं को कायम रखने तथा भारत के विनिर्माण क्षेत्र के दीर्घकालिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
व्यापार उपचार महानिदेशालय (DGTR) :
- यह वाणिज्य विभाग, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की एक जांच शाखा है, जो एंटी-डंपिंग, काउंटर-वेलिंग शुल्कों और अन्य सुरक्षा उपायों से संबंधित है।
- पहले इसे एंटी-डंपिंग और संबद्ध शुल्क महानिदेशालय (DGAD) के नाम से जाना जाता था, लेकिन अब यह एंटी-डंपिंग और संबद्ध शुल्क महानिदेशालय, सुरक्षा महानिदेशालय (DGS) और विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) के सुरक्षा (QR) कार्यों को एक एकल राष्ट्रीय इकाई में विलय करके डीजीटीआर बन गया है ।
- भारत में व्यापक और त्वरित व्यापार सुरक्षा तंत्र प्रदान करने के लिए एक एकीकृत एकल खिड़की एजेंसी प्रदान करता है।