संदर्भ:

अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (ICA) महासभा और वैश्विक सहकारी सम्मेलन 2024 का आयोजन 25 से 30 नवंबर, 2024 तक नई दिल्ली में होने वाला है।

अन्य संबंधित जानकारी

  • इस वर्ष के सम्मेलन का विषय है “सहकारिता सभी के लिए समृद्धि का निर्माण करती है”, जो प्रधानमंत्री के ‘सहकार से समृद्धि के दृष्टिकोण के अनुरूप है।  
  • इसमें 100 से अधिक देशों के लगभग 1,500 सम्मानित अतिथि भाग लेंगे।
  • यह सम्मेलन संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष – 2025 का आधिकारिक शुभारंभ भी करेगा।

सहकारी समितियां क्या हैं?

  • सहकारी समितियां जन-केंद्रित उद्यम हैं, जिनका स्वामित्व और नियंत्रण संयुक्त रूप से उनके सदस्यों द्वारा किया जाता है तथा वे अपनी आम आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ऐसा करते हैं।
  • सहकारी समितियां लोगों को अपने आर्थिक भविष्य पर नियंत्रण रखने की अनुमति देती हैं क्योंकि वे शेयरधारकों के स्वामित्व में नहीं होती हैं।
  • इससे अर्जित लाभ को या तो उद्यम में पुनः निवेशित कर दिया जाता है या सदस्यों को वापस कर दिया जाता है। 

अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन 

  • अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (International Cooperative Alliance-ICA) की स्थापना वर्ष 1895 में सहकारी मॉडल को बढ़ावा देने के लिए की गई थी।

मुख्यालय: जिनेवा (स्विटजरलैंड)

  • वर्ष 1982 में लंदन से स्थानांतरित हुआ।
  • यह सहकारी समितियों का प्रतिनिधित्व करने वाला सर्वोच्च निकाय है।
  • 105 देशों के 306 से अधिक संगठन अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन के सदस्य हैं।
  • अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन दुनिया भर में सहकारी समितियों को एकजुट करता है, उनका प्रतिनिधित्व करता है और उनकी सेवा करता है। 
  • यह सहकारी समितियों के लिए और उनके बारे में ज्ञान, विशेषज्ञता और समन्वित कार्रवाई हेतु एक वैश्विक आवाज़ और मंच प्रदान करता है।

संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष – 2025

  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2025 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष (IYC2025) घोषित किया है, जिसे सहकारिताएं करती हैं एक बेहतर विश्व का निर्माण (“Cooperatives Build a Better World”) विषय के अंतर्गत मनाया जाएगा।
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2012 में प्रथम अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया था।

सहकारी क्षेत्र के प्रति भारत की पहल

  • भारत में सहकारिता आंदोलन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एक अलग सहकारिता मंत्रालय का गठन किया गया है।
  • संख्या और सदस्य दोनों दृष्टि से विश्व की एक-चौथाई सहकारी समितियां भारत में काम कर रही हैं।

सहकारिता क्षेत्र में निम्न तीन नई सहकारी समितियों का गठन:

  • नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (NCOL)
  • नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (NCEL)
  • भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड (BBSSL)
  • इफको (IFFCO) एक महत्वपूर्ण साझेदार है, जिसे लगातार तीन वर्षों से विश्व सहकारी मॉनिटर में पहला स्थान प्राप्त है।

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