संदर्भ: उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) ने पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत मान्यता प्राप्त और NABL-प्रमाणित प्रयोगशालाओं के माध्यम से पर्यावरणीय अनुपालन रिपोर्टिंग की अर्धवार्षिक प्रणाली लागू की है।
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य:
- मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाएं पर्यावरणीय मापदंडों की निगरानी करेंगी, निर्धारित प्रारूप में रिपोर्ट तैयार करेंगी और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए उन्हें ऑनलाइन अपलोड करेंगी, जिससे सतत औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
- यह पहल डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग एंड लॉजिस्टिक्स क्लस्टर (IMLC) के तहत परियोजनाओं के लिए शुरू की गई है।
- यह प्रणाली पर्यावरणीय नियमों का पालन सुनिश्चित करने में मदद करेगी और राज्य की जिम्मेदार और सतत विकास प्रतिबद्धता में निवेशकों का विश्वास बढ़ाएगी।
- UPEIDA को अलीगढ़, कानपुर नगर, लखनऊ, चित्रकूट और झांसी जिलों में पर्यावरणीय मंजूरी प्राप्त हो चुकी है।
- इन क्षेत्रों में पर्यावरणीय मापदंडों की नियमित निगरानी की जाएगी।
- प्रत्येक छह महीने में, मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाएं सैंपलिंग करेंगी, फील्ड निरीक्षण करेंगी और संबंधित अधिकारियों से इनपुट लेकर विस्तृत अनुपालन रिपोर्ट तैयार करेंगी।
- आगरा और उन्नाव के लिए पर्यावरणीय मंजूरी अंतिम चरण में है। मंजूरी मिलते ही इन जिलों में भी विकास कार्य शुरू हो जाएंगे।
- UPEIDA द्वारा लागू की गई यह प्रणाली राज्य भर में विकसित किए जा रहे औद्योगिक गलियारों के लिए एक मॉडल के रूप में उभर रही है।
- यह पहल उत्तर प्रदेश को एक पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, साथ ही रोजगार, निवेश और समग्र आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी।
