संदर्भ:

हाल ही में, ग्लोबल फाइनेंस पत्रिका ने अपना सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड 2024 जारी किया , जहां भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास को लगातार दूसरे वर्ष A + रेटिंग दी गई ।

अन्य संबंधित जानकारी:

  • यह प्रतिष्ठित सम्मान दास को विश्व स्तर पर शीर्ष तीन केंद्रीय बैंकरों में शामिल करता है।
  • दास ने डेनमार्क के क्रिश्चियन केटल थॉमसन और स्विट्जरलैंड के थॉमस जॉर्डन के साथ A+ रेटिंग साझा की है, जो भारत के मजबूत मौद्रिक नीति प्रबंधन को उजागर करता है।
  • दास की लगातार A+ रेटिंग, महामारी के बाद की रिकवरी और वैश्विक वित्तीय अनिश्चितताओं सहित जटिल आर्थिक परिदृश्यों को संभालने में RBI की प्रभावशीलता को दर्शाती है।
  • मूल्यांकन मानदंड में मुद्रास्फीति नियंत्रण , आर्थिक विकास लक्ष्य , मुद्रा स्थिरता और ब्याज दर प्रबंधन में सफलता शामिल है , जो केंद्रीय बैंकरों की व्यापक चुनौतियों को रेखांकित करता है।
  • यह उपलब्धि भारत को अत्यधिक प्रभावी केंद्रीय बैंक नेतृत्व वाले देशों के विशिष्ट समूह में शामिल करती है , जिससे वैश्विक आर्थिक शासन में देश की स्थिति मजबूत होती है।

शक्तिकांत दास

  • पदः दास ने 12 दिसंबर, 2018 को भारतीय रिज़र्व बैंक के 25वें गवर्नर के रूप में पदभार ग्रहण किया था। 2021 में उन्हें तीन साल का विस्तार दिया गया, जो दिसंबर 2024 तक है।

प्रमुख योगदान:

  • दास ने वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं (COVID) के दौरान मुद्रास्फीति नियंत्रण और वित्तीय स्थिरता सहित आर्थिक चुनौतियों के प्रति RBI की प्रतिक्रिया का नेतृत्व किया ।

ग्लोबल फाइनेंस मैगजीन के बारे में:

  • स्थापना: 1987
  • मुख्यालयः न्यूयॉर्क
  • इसकी प्रसार संख्या 50,050 है और यह 163 देशों में पाठकों तक पहुँचती है। 
  • मैगजीन का प्राथमिक उद्देशय कॉर्पोरेट लीडरों, बैंकरों और निवेशकों को वैश्विक व्यापार और वित्त की दिशा तय करने में सहायता करना है।
  • 1994 से, सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड यूरोपीय संघ और क्षेत्रीय केंद्रीय बैंकों सहित लगभग 100 देशों, क्षेत्रों और जिलों के गवर्नरों का मूल्यांकन करती है।
  • ग्लोबल फाइनेंस एनुअल सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड उन बैंक नेताओं को सम्मानित करता है जिनकी निपुण रणनीतियाँ मौलिकता, रचनात्मकता और दृढ़ता के माध्यम से अपने बैंकिंग साथियों से बेहतर प्रदर्शन करती हैं।
  • “A+” से “F” तक ग्रेड मुद्रास्फीति नियंत्रण, आर्थिक विकास लक्ष्यों, मुद्रा स्थिरता और ब्याज दर प्रबंधन में सफलता के आधार पर दिए जाते हैं।
  • यह पत्रिका बहुराष्ट्रीय कंपनियों और वित्तीय संस्थानों के वरिष्ठ कॉर्पोरेट और वित्तीय अधिकारियों के लिए प्रकाशित होती है।
  • उन्होने भारत की मौद्रिक नीति के प्रबंधन, भारतीय रुपए की स्थिरता सुनिश्चित करने तथा वैश्विक व्यवधानों के आर्थिक प्रभावों से प्रभावी ढंग से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
  • बैंकिंग और वित्तीय समावेशन पहल में डिजिटलीकरण की वकालत की।

पृष्ठभूमि:

  • 1980 बैच के सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी।
  • वित्त मंत्री अरुण जेटली के अधीन आर्थिक मामलों के सचिव (2015-2017) के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने GST के कार्यान्वयन सहित प्रमुख वित्तीय सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • 15वें वित्त आयोग के सदस्य और G-20 में भारत के शेरपा रहे।
  • शिक्षा: दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में मास्टर डिग्री, आईआईएम-बैंगलोर से वित्तीय प्रबंधन पाठ्यक्रम, तथा आईआईएम-अहमदाबाद से मध्य-करियर प्रशिक्षण।

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