संदर्भ:
हाल ही में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2025-2026 की अवधि के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) की उप-योजना के रूप में कमांड क्षेत्र विकास और जल प्रबंधन के आधुनिकीकरण (M-CADWM) को मंजूरी दी।
M-CADWM के बारे में
उद्देश्य: इस योजना का उद्देश्य निर्दिष्ट क्लस्टरों के भीतर मौजूदा नहरों या अन्य स्रोतों से सिंचाई को सक्षम करके सिंचाई जल आपूर्ति नेटवर्क का आधुनिकीकरण करना है।
बुनियादी ढांचे का विकास : यह पहल सूक्ष्म सिंचाई को समर्थन देने के लिए एक मजबूत पृष्ठभूमि अवसंरचना तैयार करेगी, जिसके तहत स्रोत से खेत तक दबावयुक्त पाइपलाइन के माध्यम से, अधिकतम 1 हेक्टेयर क्षेत्र में भूमिगत प्रणाली द्वारा जल पहुंचाया जाएगा।
प्रौद्योगिकी एकीकरण: इसमें SCADA (Supervisory Control and Data Acquisition) और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।
- ये तकनीकें खेत स्तर पर जल उपयोग की दक्षता (WUE) बढ़ाने के लिए वास्तविक-समय जल लेखांकन और प्रबंधन में मदद करेंगी।
स्थायित्व के उपाय: दीर्घकालिक स्थायित्व सुनिश्चित करने के लिए, परियोजनाओं को जल उपयोगकर्ता समितियों (WUS) को सिंचाई प्रबंधन हस्तांतरण (IMT) के अंतर्गत लाया जाएगा, जो सिंचाई परिसंपत्तियों का प्रबंधन करेंगे।
- इन समितियों को सहायता प्रदान की जाएगी तथा इन्हें पांच वर्षों के लिए किसान उत्पादक संगठनों (FPO) या प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) जैसी मौजूदा आर्थिक संस्थाओं से जोड़ा जाएगा।
कार्यान्वयन रणनीति:
- प्रारंभिक चरण में, विभिन्न कृषि-जलवायु क्षेत्रों में पायलट परियोजनाएं लागू की जाएंगी।
- राज्यों का चयन प्रतिस्पर्धात्मक वित्तपोषण प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा।
इन पायलट परियोजनाओं से प्राप्त परिणामों और अनुभवों के आधार पर, कमांड एरिया विकास और जल प्रबंधन हेतु राष्ट्रीय योजना अप्रैल 2026 से शुरू की जाएगी, जो 16वें वित्त आयोग की अवधि से मेल खाएगी।
लाभ:
- आधुनिक सिंचाई विधियों को बढ़ावा देकर युवाओं को खेती की ओर आकर्षित करना।
- इससे कृषि उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि का अनुमान है।
- इसका अंतिम उद्देश्य आधुनिक सिंचाई पद्धतियों को बढ़ावा देकर किसानों की आय बढ़ाना है।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के बारे में
2015-16 में शुरू की गई PMKSY का उद्देश्य खेतों तक पानी की भौतिक पहुंच को बढ़ाना, सुनिश्चित सिंचाई के तहत कृषि योग्य क्षेत्र का विस्तार करना, खेतों में जल उपयोग दक्षता में सुधार करना और स्थायी जल संरक्षण तरीकों को बढ़ावा देना है।
PMKSY एक समग्र(अमब्रेला) योजना है जिसमें निम्नलिखित घटक शामिल हैं:
1. जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग (जल शक्ति मंत्रालय):
- त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (AIBP)
- हर खेत को पानी (HKKP)
- 2016 से, कमांड क्षेत्र विकास और जल विकास प्रबंधन (CAD&WM) को AIBP के साथ समानांतर रूप से लागू किया जा रहा है।
2. कृषि एवं किसान कल्याण विभाग
- प्रति बूंद अधिक फसल (PDMC): दिसंबर 2021 से PDMC को एक अलग योजना के रूप में लागू किया गया है।
3. भूमि संसाधन विभाग
- वाटरशेड विकास घटक (WDC)