संदर्भ: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने हाल ही में वर्ष 2023 के लिए अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF)/केंद्रीय पुलिस संगठनों (CPO) से एकत्रित आँकड़े प्रस्तुत किए गए हैं।

  • अपनाई गई कार्यप्रणाली- मुख्य अपराध नियम: यह प्रत्येक आपराधिक घटना को एक अपराध के रूप में दर्ज करने की प्रणाली को संदर्भित करता है। यदि एक ही प्राथमिकी में कई अपराध दर्ज हैं, तो केवल सबसे जघन्य अपराध, यानी अधिकतम दंड का प्रावधान करने वाले अपराध को ही गणना इकाई माना जाएगा।

मुख्य निष्कर्ष:

  • वर्ष 2023 में कुल 62,41,569 संज्ञेय अपराध दर्ज किए गए, जिनमें 37,63,102 भारतीय दंड संहिता (IPC) के अपराध और 24,78,467 विशेष एवं स्थानीय कानून (SLL) के अपराध शामिल हैं। यह वर्ष 2022 (58,24,946 मामले) की तुलना में मामलों के पंजीकरण में 4,16,623 (7.2%) की वृद्धि दर्शाता है।
  • हत्या- वर्ष 2023 के दौरान हत्या के कुल 27,721 मामले दर्ज किए गए, जो वर्ष 2022 (28,522 मामले) की तुलना में 2.8% की मामूली गिरावट दर्शाता है।
  • अपहरण- वर्ष 2023 के दौरान कुल 1,13,564 मामले दर्ज किए गए, जो वर्ष 2022 (1,07,588 मामले) की तुलना में 5.6% की वृद्धि दर्शाता है।
  • सार्वजनिक शांति के विरुद्ध अपराध- ऐसे मामलों में वर्ष 2022 (57,082 मामले) की तुलना में वर्ष 2023 में 2.0% की वृद्धि हुई है।
  • महिलाओं के विरुद्ध अपराध- वर्ष 2023 के दौरान महिलाओं के विरुद्ध अपराध के कुल 4,48,211 मामले दर्ज किए गए, जो वर्ष 2022 (4,45,256 मामले) की तुलना में 0.7% की वृद्धि दर्शाता है।
    • भारतीय दंड संहिता के तहत महिलाओं के विरुद्ध अपराध के अधिकांश मामले ‘पति या रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता’ (1,33,676 मामले, 29.8%) के अंतर्गत दर्ज किए गए।
    • ‘यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO, 2012)’ (66,232 मामले, 14.8%)।
  • बच्चों के विरुद्ध अपराध- वर्ष 2023 के दौरान बच्चों के विरुद्ध अपराध के कुल 1,77,335 मामले दर्ज किए गए, जो वर्ष 2022 (1,62,449 मामले) की तुलना में 9.2% की वृद्धि दर्शाता है।
    • POCSO (67,694 मामले, 38.2%)।
  • कानून का उल्लंघन करने वाले किशोर- वर्ष 2023 के दौरान किशोरों के विरुद्ध कुल 31,365 मामले दर्ज किए गए, जो वर्ष 2022 (30,555 मामले) की तुलना में 2.7% की वृद्धि दर्शाता है।
  • वरिष्ठ नागरिकों के विरुद्ध अपराध- वर्ष 2023 में वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष से अधिक आयु) के विरुद्ध अपराध करने के कुल 27,886 मामले दर्ज किए गए, जो वर्ष 2022 (28,545 मामले) की तुलना में पंजीकरण में 2.3% की गिरावट दर्शाता है।
  • अनुसूचित जातियों (SC) के विरुद्ध अपराध/अत्याचार- इन अपराधों के कुल 57,789 मामले दर्ज किए गए, जो वर्ष 2022 (57,582 मामले) की तुलना में 0.4% की वृद्धि दर्शाता है।
    • दर्ज अपराध दर वर्ष 2022 में 28.6 से बढ़कर वर्ष 2023 में 28.7 हो गई।
  • अनुसूचित जनजातियों (ST) के विरुद्ध अपराध/अत्याचार- इन अपराधों के कुल 12,960 मामले दर्ज किए गए, जो वर्ष 2022 (10,064 मामले) की तुलना में 28.8% की वृद्धि दर्शाता है।
    • दर्ज अपराध दर वर्ष 2022 में 9.6 से बढ़कर वर्ष 2023 में 12.4 हो गई।
  • साइबर अपराध- साइबर अपराधों के अंतर्गत कुल 86,420 मामले दर्ज किए गए, जो वर्ष 2022 (65,893 मामले) की तुलना में पंजीकरण में 31.2% की वृद्धि दर्शाता है।
    • वर्ष 2023 के दौरान, दर्ज किए गए साइबर अपराध के 68.9% (86,420 मामलों में से 59,526) मामले धोखाधड़ी के उद्देश्य से और 4.9% (4,199 मामले) यौन शोषण के उद्देश्य से दर्ज किए गए।
  • आर्थिक अपराध- आर्थिक अपराधों के अंतर्गत कुल 2,04,973 मामले दर्ज किए गए, जो वर्ष 2022 (1,93,385 मामले) की तुलना में पंजीकरण में 6.0% की वृद्धि दर्शाता है।
  • पर्यावरण संबंधी अपराध- वर्ष 2023 के दौरान, पर्यावरण संबंधी अपराधों के अंतर्गत कुल 68,994 मामले दर्ज किए गए, जबकि वर्ष 2022 में यह संख्या 52,920 थी, जो 30.4% की वृद्धि दर्शाता है।
  • विदेशियों के विरुद्ध अपराध और विदेशियों द्वारा अपराध- विदेशियों (पर्यटक और निवासी) के विरुद्ध अपराध के कुल 238 मामले दर्ज किए गए, जबकि वर्ष 2022 में यह संख्या 192 थी, जो 24.0% की वृद्धि दर्शाता है।

मानव तस्करी- वर्ष 2022 में मानव तस्करी के 2,250 मामलों की तुलना में वर्ष 2023 में मानव तस्करी के कुल 2,183 मामले दर्ज किए गए, जो 3.0% की गिरावट दर्शाता है।

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