संबंधित पाठ्यक्रम

सामान्य अध्ययन-3: आईटी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-प्रौद्योगिकी, जैव-प्रौद्योगिकी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित विषयों के क्षेत्र में जागरूकता; देशज रूप से प्रौद्योगिकी का विकास और नई प्रौद्योगिकी का विकास।

संदर्भ: 

हाल ही में, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने अपने तेजस हल्के लड़ाकू विमान 

कार्यक्रम के लिए 113 जेट इंजन खरीदने हेतु रक्षा क्षेत्र में अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) एयरोस्पेस के साथ 1 बिलियन डॉलर का सौदा किया।

अन्य संबंधित जानकारी

  • यह सौदा भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए 97 अतिरिक्त तेजस MK-1A हल्के लड़ाकू विमान खरीदने के लिए HAL के साथ ₹62,370 करोड़ के सौदे को सरकार की मंज़ूरी मिलने के बाद हुआ है।
  • इस सौदे के तहत, F404-GE-IN20 इंजनों की डिलीवरी 2027 से शुरू होगी और आपूर्ति 2032 तक पूरी करनी होगी।
  • ट्रम्प प्रशासन द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाने के बाद भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव के चलते भी इस सौदे को अंतिम रूप दिया गया।

भारत के लड़ाकू जेट कार्यक्रम के तहत इंजन और विमान संबंधी सौदे

तेजस Mk-1A के लिए GE-F404 इंजन: 

  • 113 इंजनों के लिए यह नया सौदा 83 तेजस Mk-1A विमानों के पहले बैच के लिए 99 GE-404 इंजनों के लिए पहले किए गए अनुबंध के बाद किया गया है।
  • HAL की योजना 2029-30 तक पहले 83 लड़ाकू विमान और 2033-34 तक अगले 97 विमान डिलीवर करने की है।

भविष्य के लड़ाकू विमानों के लिए इंजन: 

  • HAL की जनरल इलेक्ट्रिक के साथ 1.5 बिलियन डॉलर मूल्य के लगभग 200 GE-414 इंजनों के लिए सौदे पर भी बातचीत चल रही है।
  • F414, F404 का अधिक शक्तिशाली, बड़ा व्युत्पन्न है, जो काफी अधिक प्रणोद (थ्रस्ट) प्रदान करता है (F414 के लिए 98 kN बनाम F404 के लिए 84 kN)।
  •  इनमें से 162 इंजन  LCA Mk-2 कार्यक्रम के लिए और 10 उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (AMCA) प्रोटोटाइप के लिए निर्धारित हैं।

तेजस विमान के बारे में 

यह HAL HF-24 मारुत (“स्पिरिट ऑफ द टेम्पेस्ट”) के बाद HAL द्वारा विकसित दूसरा सुपरसोनिक लड़ाकू जेट है।

यह अपनी श्रेणी का सबसे हल्का और सबसे छोटा स्वदेशी 4.5 पीढ़ी का, सभी मौसम में काम करने और बहु-भूमिका वाला सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है, जिसे विभिन्न प्रकार के हथियारों को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

यह एक इंजन और एक सीट वाला लड़ाकू विमान है।

हल्के लड़ाकू विमान (LCA) कार्यक्रम: 

  • उद्देश्य: भारतीय वायु सेना के पुराने हो रहे मिग-21 बेड़े को प्रतिस्थापित करना और भारत की स्वदेशी एयरोस्पेस क्षमताओं का विकास करना।
  • डिज़ाइन और विनिर्माण: इस परियोजना का प्रबंधन एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) और LCA का विनिर्माण हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा किया जाता है।
  • नामकरण: LCA को आधिकारिक तौर पर 2003 में “तेजस” नाम दिया गया था, जिसका संस्कृत में अर्थ “चमक” होता है।

वर्तमान में उत्पादन के चरण में या योजनाबद्ध वेरिएंट: 

  • तेजस मार्क 1:  विमान का मूल, परिचालन संस्करण।
  • तेजस मार्क 1A:  मार्क 1 का उन्नत संस्करण, जिसमें बेहतर एवियोनिक्स (विमानन इलेक्ट्रॉनिक्स), नया रडार और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताएं हैं।
  • तेजस मार्क 2: यह एक बड़ा, अधिक उन्नत मध्यम-भार वाला लड़ाकू विमान है, जो इस समय विकासाधीन हैं।

Sources:
The Hindu.
Times Of India
Financial Express

Shares: