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सामान्य अध्ययन-3: देशज रूप से प्रौद्योगिकी का विकास और नई प्रौद्योगिकी का विकास।
संदर्भ: भारत, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस Mk-1A को शक्ति प्रदान करने हेतु 113 GE-404 इंजनों के लिए जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के साथ 1 बिलियन डॉलर के समझौते को शीघ्र ही अंतिम रूप देगा।
अन्य संबंधित जानकारी
• यह सौदा सरकार द्वारा भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए 97 अतिरिक्त तेजस Mk-1A लड़ाकू विमानों हेतु 62,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर को मंजूरी दिए जाने के बाद हुआ है।
• यह सौदा भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग (विशेष रूप से उन्नत एयरोस्पेस प्रौद्योगिकियों में) को दर्शाता है, जो व्यापक रणनीतिक संबंधों को और मजबूती प्रदान करता है।
भारत के लड़ाकू जेट कार्यक्रम के तहत इंजन और विमान सौदे
तेजस Mk-1A के लिए GE-404 इंजन
• 97 तेजस Mk-1A लड़ाकू विमानों को शक्ति प्रदान करने हेतु 113 GE-404 इंजनों के लिए लगभग 1 बिलियन डॉलर के एक नए सौदे को अंतिम रूप दिया गया है।

• पहले हुए एक अनुबंध के तहत 83 तेजस Mk-1A विमानों के पहले बैच के लिए 99 GE-404 इंजन पहले ही प्राप्त किए जा चुके थे।
• इस खरीद के साथ, 180 विमानों के लिए 212 GE-404 इंजनों की कुल आवश्यकता पूरी हो गई है।
• जनरल इलेक्ट्रिक द्वारा प्रति माह दो इंजन की दर से आपूर्ति किए जाने की उम्मीद है।
• हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) का लक्ष्य 2029-30 तक पहले ऑर्डर के 83 लड़ाकू विमान और 2033-34 तक अगले 97 लड़ाकू विमान डिलीवर करना है।
• यह खरीद तेजस Mk-1A के उत्पादन में निरंतरता सुनिश्चित करती है, जिसका उद्देश्य मिग-21 बेड़े को चरणबद्ध तरीके से सेवामुक्त करना और भारतीय वायुसेना के स्क्वाड्रन की क्षमता को मजबूत करना है।
भविष्य के लड़ाकू विमानों के लिए इंजन
• HAL जनरल इलेक्ट्रिक के साथ लगभग 200 GE-414 इंजनों के लिए सौदे पर भी बातचीत कर रहा है, जिनकी लागत 1.5 बिलियन डॉलर है।
- F414, F404 का अधिक शक्तिशाली, बड़ा व्युत्पन्न है, जो काफी अधिक थ्रस्ट (Thrust) प्रदान करता है (F414 के लिए 98 kN बनाम F404 के लिए 84 kN)।
• इनमें से 162 इंजन LCA Mk-2 कार्यक्रम के लिए और 10 उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (AMCA) प्रोटोटाइप के लिए निर्धारित हैं।
• इस सौदे में लगभग 80% प्रौद्योगिकी हस्तांतरण किए जाने की उम्मीद है, जिससे उच्च-स्तरीय इंजन निर्माण में महत्वपूर्ण क्षमता हासिल होगी।
• इसके अतिरिक्त, भारत अपनी पाँचवीं पीढ़ी के AMCA को शक्ति प्रदान करने के लिए फ्रांसीसी कंपनी सफ्रान के साथ साझेदारी में एक स्वदेशी लड़ाकू इंजन परियोजना पर भी काम कर रहा है।
तेजस एयरक्राफ्ट के बारे में
• तेजस मार्क (Mk) 1 4.5 पीढ़ी का, हल्का, उच्च-चपलता वाला सुपरसोनिक मल्टी रोल लड़ाकू विमान है।
• यह एकल इंजन वाला एकल सीटर लड़ाकू विमान है।
• रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की वैमानिकी विकास एजेंसी (ADA) ने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) कार्यक्रम के तहत विमान के डिज़ाइन और विकास का नेतृत्व किया, जिसमें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) प्रमुख औद्योगिक ठेकेदार के रूप में कार्यरत था।
• LCA ने अपनी पहली उड़ान जनवरी 2001 में सफलतापूर्वक पूरी की और 2003 में इसका नाम तेजस रखा गया। इसे 2016 में सेना में शामिल किया गया था।
LCA तेजस Mk-1A
• यह एक उन्नत, स्वदेशी रूप से विकसित, 4.5-पीढ़ी का मल्टी रोल फाइटर जेट है।
• मूल तेजस की तुलना में उन्नत:
- बेहतर स्थितिजन्य जागरूकता और लक्ष्य निर्धारण के लिए सक्रिय इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे (AESA) रडार।
- बेहतर संचालन और गतिशीलता के लिए उन्नत डिजिटल फ्लाई-बाय-वायर फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटर (DFCC Mk1A)।
- आधुनिक खतरों के विरुद्ध बेहतर उत्तरजीविता के लिए एकीकृत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट (UEWS)।
- हथियार लगाने के स्थान (weapon hardpoints) में वृद्धि, जिससे अधिक पेलोड क्षमता और मिशन लचीलापन संभव हुआ।