संदर्भ:
IIT मद्रास के शोधकर्ताओं ने गर्भावस्था की दूसरी तिमाही से विकासशील भ्रूण के मस्तिष्क का सबसे विस्तृत 3D मानचित्र विकसित किया है, जो विकासशील मानव मस्तिष्क के बारे में कोशिकीय स्तर की जानकारी प्रदान करता है।
अन्य संबंधित जानकारी
- यह मानचित्र भ्रूण के मस्तिष्क का सबसे विस्तृत उच्च-रिज़ॉल्यूशन 3D प्रतिरूप है, जो दर्शाता है कि इस महत्वपूर्ण चरण के दौरान मस्तिष्क किस प्रकार तीव्र विकास से गुजरता है और ऑटिज़्म जैसे मस्तिष्क विकारों के संभावित जोखिमों की पहचान कर सकता है।
- यह मानचित्र किसी के भी उपयोग के लिए निःशुल्क है, जो मस्तिष्क और उसके विकारों के अध्ययन में महत्वपूर्ण प्रगति का दावा करता है।
ब्रेन एटलस के बारे में
- इस ब्रेन एटलस को धारिणी कहा जाता है । यह अपनी तरह का सबसे बड़ा और एकमात्र ऐसा एटलस है जो विकासशील मस्तिष्क की इतनी प्रारंभिक अवस्था को दर्शाता है।
- यह भ्रूण के मस्तिष्क के 5,000 से अधिक भागों और 500 से अधिक मस्तिष्क क्षेत्रों का मानचित्रण करने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है।
- यह मानचित्र विशेष रूप से गर्भावस्था के दूसरे तिमाही, 14 से 24 सप्ताह के भ्रूण के मस्तिष्क पर केंद्रित है।
ब्रेन एटलस त्र का महत्व
- यह एटलस भ्रूण के मस्तिष्क के विकास को इतनी प्रारंभिक अवस्था में दर्शाने वाला एकमात्र डेटासेट है, जिससे चिकित्सकों को यह अध्ययन करने में सहायता मिलती है कि गर्भ में मानव मस्तिष्क कैसे विकसित होता है।
- इसने मस्तिष्क के विकास के बारे में पूर्ववर्ती धारणाओं को चुनौती दी हैतथा विकासात्मक समय सीमाओं में महत्वपूर्ण अंतरों को उजागर किया है (उदाहरण के लिए, मस्तिष्क संरचनाएं 14 सप्ताह में विकसित होती हैं, लेकिन वास्तव में 17 सप्ताह में विकसित हो सकती हैं)।
- यह डेटा ऑटिज्म जैसे विकासात्मक विकारों के बारे में नई जानकारी प्रदान कर सकता है और यह समझाने में सहायता कर सकता है कि गर्भावस्था के दौरान ऑक्सीजन की कमी (हाइपोक्सिया) के कारण सेरेब्रल पाल्सी जैसी कुछ स्थितियाँ क्यों विकसित होती हैं।
- इन निष्कर्षों से यह भी पता चल सकता है कि वयस्कों के मस्तिष्क में होने वाले परिवर्तन किस प्रकार अवसाद और द्विध्रुवी विकार जैसी मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों से जुड़े हैं।
- विशेषज्ञों का मानना है कि यह शोध वैश्विक स्तर पर वर्षों तक चलने वाले अध्ययनों को बढ़ावा देगा, मानव मस्तिष्क के विकास को बेहतर ढंग से समझने में योगदान देगा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में नवाचारों का मार्ग प्रशस्त करेगा।
मानचित्रण में प्रयुक्त प्रौद्योगिकी के बारे में
- उन्नत इमेजिंग : दूसरे तिमाही में मृत जन्मे शिशुओं के मस्तिष्क को जमाया गया, और फिर उसे पतले टुकड़ों में काटा गया (10-20 माइक्रोन मोटाई), जो मानव बाल से भी पतला होता है।
- विस्तृत इमेजिंग : 3D मानचित्र बनाने के लिए इन स्लाइसों को चिह्नित किया गया और सूक्ष्म रूप से अत्यंत विस्तार से उनका चित्रण किया गया।
- स्वदेशी प्रौद्योगिकी : फ्रीजिंग, आकार निर्धारण, प्लेट बनाने, डिजिटीकरण और मानचित्रण के लिए उपयोग किए जाने वाले सभी उपकरण और प्रौद्योगिकी को IIT मद्रास के शोधकर्ताओं द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया गया था।