संदर्भ:

हाल ही में, अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने H-1B  वीजा के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है तथा इस बात पर बल दिया है कि वे सदैव से इस कार्यक्रम के समर्थक रहे हैं।

अन्य संबंधित जानकारी:

  • H-1B वीजा के लिए डोनाल्ड ट्रम्प का यह समर्थन एलन मस्क, विवेक रामास्वामी और अन्य तकनीकी विशेषज्ञों के विचारों के अनुरूप है जो अधिक वैश्विक प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए एच-1बी कार्यक्रम के विस्तार पर बल दे रहे हैं।
  • कई रिपब्लिकन पार्टी (अमेरिकी राजनीतिक दल) के सदस्यों का तर्क है कि इस तरह के वीजा से अमेरिकी नौकरियों को खतरा है और वे घरेलू कामगारों को प्राथमिकता देने पर बल देते हैं।

H-1B वीज़ा कार्यक्रम के बारें में

H-1B वीज़ा कार्यक्रम अमेरिकी नियोक्ताओं को उन्नत ज्ञान की आवश्यकता वाले विशेष क्षेत्रों (जैसे- प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और शिक्षा) में कुशल विदेशी श्रमिकों को नियुक्त करने में सक्षम बनाता है।

अमेरिकी श्रम विभाग ने इस कार्यक्रम को उन भूमिकाओं को भरने का साधन बताया है जिन्हें घरेलू कार्यबल द्वारा पूरा नहीं किया जा सकता तथा इससे योग्य विदेशी व्यक्तियों को अस्थायी रोजगार की अनुमति मिलती है।

H-1B वीज़ा अधिकतम छह वर्षों के लिए जारी किया जा सकता है।

पात्रता: H-1B वीज़ा के लिए पात्र होने के लिए आपको निम्नलिखित आवश्यकताएं पूरी करनी होंगी:

  • जिस क्षेत्र के लिए आप आवेदन कर रहे हैं, उसमें आपके पास स्नातक की डिग्री या उससे उच्च डिग्री हो या संबंधित क्षेत्र में समकक्ष विदेशी डिग्री हो।
  • विशेष प्रशिक्षण या अनुभव हो जो स्नातक डिग्री (तकनीकी ज्ञान का उच्च स्तर) के समकक्ष हो।
  • नियोक्ता को आपको प्रायोजित करने के लिए तैयार होना चाहिए तथा यह साबित करना चाहिए कि उस पद के लिए कोई योग्य अमेरिकी कर्मचारी उपलब्ध नहीं है।
  • आपके पास वैध पासपोर्ट होना चाहिए।

सीमाएं:

  • अमेरिकी सरकार ने प्रत्येक वित्तीय वर्ष में नए H-1B वीज़ा की कुल संख्या 65,000 तक सीमित कर दी है।
  • अतिरिक्त 20,000 वीज़ा उन लोगों को दिए जा सकते हैं जिन्होंने अमेरिकी संस्थानों से मास्टर या उच्चतर डिग्री प्राप्त की है।
  • उच्च शिक्षा संस्थानों, गैर-लाभकारी या सरकारी अनुसंधान संगठनों में कार्यरत H-1B कर्मचारी इस सीमा के अंतर्गत नहीं आते हैं।

भारतीयों की एच-1बी वीज़ा स्वीकृति की स्थिति: 

  • वित्त वर्ष 2023 में भारतीय लगातार H-1B कार्यक्रम के सबसे बड़े लाभार्थी रहे हैं।
  • सभी स्वीकृतियों में से 72.3% भारतीय नागरिकों की थी (कुल 3.86 लाख में से 2.79 लाख)। चीनी नागरिक 11.7% के साथ दूसरे स्थान पर थे।

व्यवसाय एवं मुआवजा:

  • वर्ष 2023 में सभी H-1B वीज़ा में कंप्यूटर से संबंधित व्यवसायों का हिस्सा 65% रहा इसके बाद वास्तुकला, इंजीनियरिंग और सर्वेक्षण (9.5%) और शिक्षा (6%) का स्थान रहा। 
  • वर्ष 2023 में H-1B वीज़ा धारकों के लिए औसत वार्षिक मुआवज़ा 118,000 डॉलर था।
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