संदर्भ:

हाल ही में, केंद्र सरकार ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में गैलाथिया खाड़ी में अंतर्राष्ट्रीय पोतांतरण केंद्र को ‘प्रमुख बंदरगाह’ के रूप में अधिसूचित किया है।

गैलाथिया खाड़ी बंदरगाह

  • इसे अंतर्राष्ट्रीय कंटेनर ट्रांसशिपमेंट पोर्ट (International Container Transhipment Port-ICTP) के रूप में विकसित किया जाना है।
  • बंदरगाह को चार चरणों में विकसित करने की परिकल्पना की गई है, जिसमें चरण 1 को वर्ष 2028 में चालू करने का प्रस्ताव है, जिसकी संचालन क्षमता लगभग 4 मिलियन टीईयू (1 टीईयू = बीस फुट समतुल्य इकाई) होगी, जो वर्ष 2058 तक विकास के अंतिम चरण में 16 मिलियन टीईयू तक बढ़ जाएगी।
  • प्रस्तावित 44,000 करोड़ रुपये की यह विशाल परियोजना आधिकारिक तौर पर केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में है।
  • अब यह केन्द्रीय वित्त पोषण के लिए पात्र है और इसे सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल के तहत विकसित किया जाएगा।

परियोजना का महत्व

  • यह एक्जिम व्यापार (EXIM trade) के लिए बहुत बड़ा लाभ है क्योंकि यह अंतर्राष्ट्रीय पोत परिवहन मार्ग पर स्थित है। 
  • वर्तमान में भारत का लगभग 75% पोतांतरण कार्गो भारत के बाहर के बंदरगाहों पर संचालित होता है।
  • इस बंदरगाह से विदेशी मुद्रा की बचत, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, अन्य भारतीय बंदरगाहों पर आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि तथा उन्नत लॉजिस्टिक्स अवसंरचना जैसे महत्वपूर्ण लाभ बढ़ेंगे। 
  • यह परियोजना भारत के बाहर बंदरगाहों पर संचालित होने वाले पोतांतरित कार्गो के बड़े हिस्से को हासिल करने में मदद करेगी।
  • इस विशाल कंटेनर टर्मिनल का विकास ग्रेट निकोबार द्वीप के समग्र विकास का एक हिस्सा है।

भारत में बंदरगाह

  • भारतीय बंदरगाह अधिनियम, 1908 के तहत परिभाषित केन्द्र और राज्य सरकारों के अधिकार क्षेत्र के अनुसार बंदरगाहों को प्रमुख और लघु बंदरगाहों के रूप में वर्गीकृत किया गया है। 
  • प्रमुख बंदरगाहों (12) का स्वामित्व और प्रबंधन केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय (केंद्र सरकार) द्वारा किया जाता है और छोटे बंदरगाहों/गैर-प्रमुख (200) का स्वामित्व और प्रबंधन राज्य सरकारों द्वारा किया जाता है।
  • 12 प्रमुख बंदरगाह: चेन्नई, कोचीन, दीनदयाल (कांडला), जवाहरलाल नेहरू (न्हावा शेवा), कोलकाता, मोरमुगाओ, मुंबई, न्यू मैंगलोर, पारादीप, वी.ओ. चिदंबरनार (तूतीकोरिन), विशाखापत्तनम और कामराजार पोर्ट लिमिटेड।

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