संदर्भ:
हाल ही में, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की वाशिंगटन डीसी की चार दिवसीय यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका ने दो प्रमुख रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
अन्य संबंधित जानकारी
- इन समझौतों में एक गैर-बाध्यकारी आपूर्ति सुरक्षा व्यवस्था (SOSA) और संपर्क अधिकारियों की नियुक्ति के संबंध में एक समझौता ज्ञापन शामिल है।
- इन समझौतों का उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग और औद्योगिक सहयोग को मजबूत करना है।
समझौते के मुख्य अंश
- भारत अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित मुख्यालय विशेष ऑपरेशन कमान में अपना पहला संपर्क अधिकारी तैनात करेगा, जिससे सूचना साझाकरण और सामरिक सहयोग में सुधार होगा।
- दोनों देशों ने आपूर्ति सुरक्षा व्यवस्था समझौते पर संतोष व्यक्त किया तथा इसे अमेरिका-भारत प्रमुख रक्षा साझेदार संबंधों में एक निर्णायक क्षण के रूप में देखा।
आपूर्ति सुरक्षा व्यवस्था
- आपूर्ति सुरक्षा व्यवस्था राष्ट्रीय रक्षा को बढ़ावा देने वाली वस्तुओं और सेवाओं के लिए पारस्परिक प्राथमिकता समर्थन तथा दोनों देशों के बीच आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन बढ़ाने का अधिकार प्रदान करता है।
- आपूर्ति सुरक्षा व्यवस्था साझेदार देशों के बीच महत्वपूर्ण राष्ट्रीय रक्षा संसाधनों की प्राथमिकता के आधार पर आपूर्ति को सुगम बनाता है।
- यह संभावित आपूर्ति श्रृंखला मुद्दों के समाधान के लिए कार्य समूह, संचार तंत्र और सुव्यवस्थित प्रक्रियाएं स्थापित करता है।
- भारत अब ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, डेनमार्क, एस्टोनिया, फिनलैंड, इजरायल, इटली, जापान, लातविया, लिथुआनिया, नीदरलैंड, नॉर्वे, कोरिया गणराज्य, सिंगापुर, स्पेन, स्वीडन और ब्रिटेन के बाद अमेरिका का 18वां आपूर्ति सुरक्षा व्यवस्था साझेदार बन गया है।
- दोनों देशों के बीच रक्षा प्रौद्योगिकी और व्यापार पहल (DTTI) को मजबूत करने में आपूर्ति सुरक्षा व्यवस्था एक महत्वपूर्ण कारक होगा।
भारत और अमेरिका द्विपक्षीय संबंध
- दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध एक “वैश्विक सामरिक साझेदारी” के रूप में विकसित हुए हैं, जो समान लोकतांत्रिक सिद्धांतों और द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर साझा हितों पर आधारित है।
- द्विपक्षीय व्यापार: दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक संबंधों के कारण अमेरिका वर्ष 2022-23 में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बनकर उभरा है।
- वाणिज्य मंत्रालय के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2022-23 में 7.65 प्रतिशत बढ़कर 128.55 अरब डॉलर हो गया, जबकि वर्ष 2021-22 में यह 119.5 अरब डॉलर था। यह 2020-21 में 80.51 अरब डॉलर था।
- अमेरिका को निर्यात वर्ष 2022-23 में 2.81 प्रतिशत बढ़कर 78.31 अरब डॉलर हो गया, जबकि वर्ष 2021-22 में यह 76.18 अरब डॉलर था, जबकि आयात लगभग 16 प्रतिशत बढ़कर 50.24 अरब डॉलर हो गया।
- भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2023-24 में 118.28 बिलियन डॉलर रहा।
रक्षा सहयोग: दोनों देशों ने वर्ष 2016 से कई आधारभूत समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे अंतर-संचालन और रणनीतिक संरेखण में वृद्धि हुई है। भारत ने अब अमेरिका के साथ तीनों आधारभूत समझौतों पर हस्ताक्षर कर दिए हैं:
- लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (LEMOA): वर्ष 2016 में हस्ताक्षरित यह समझौता लॉजिस्टिक्स सहायता और एक दूसरे के सैन्य ठिकानों तक पहुंच की अनुमति देता है।
- संचार संगतता और सुरक्षा समझौता (COMCASA): वर्ष 2018 में हस्ताक्षरित यह समझौता दोनों सेनाओं के बीच सुरक्षित संचार और डेटा साझाकरण की सुविधा प्रदान करता है।
- भू-स्थानिक सहयोग के लिए बुनियादी आदान-प्रदान और सहयोग समझौता (BECA): वर्ष 2020 में हस्ताक्षरित यह समझौता भू-स्थानिक सूचनाओं के आदान-प्रदान को सक्षम बनाता है तथा परिचालन दक्षता को बढ़ाता है।