संदर्भ:
23 अगस्त 2024 को भारत अपना पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाएगा , जो चंद्रयान-3 मिशन की ऐतिहासिक लैंडिंग के एक वर्ष पूरे होने का प्रतीक होगा ।
अन्य संबंधित जानकारी:
- इस वर्ष का विषय “चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना- भारत की अंतरिक्ष गाथा” जो अंतरिक्ष प्रगति के सामाजिक लाभों को महत्व देता है।
- चंद्रयान-3 मिशन की उल्लेखनीय सफलता का उत्सव मनाने के लिए 23 अगस्त को “राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस” घोषित किया है।
- राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर जनता को शामिल करने के लिए अखिल भारतीय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- आधिकारिक समारोह : भारत मंडपम में एक भव्य कार्यक्रम में भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों का जश्न मनाने वाले उच्च स्तरीय सत्र, पैनल चर्चाएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
- स्पेस ऑन व्हील्स: मोबाइल प्रदर्शनियां स्कूलों और कॉलेजों में जाएंगी, इसरो की उपलब्धियों को प्रदर्शित करेंगी और छात्रों को इंटरैक्टिव प्रदर्शनों से जोड़ेगी।
- इसरो स्पेस ट्यूटर्स: पंजीकृत मार्गदर्शक कार्यशालाओं और प्रश्नोत्तरी के माध्यम से अंतरिक्ष विज्ञान शिक्षा को बढ़ावा देते हुए देश भर में आउटरीच गतिविधियां आयोजित करेंगे।
- भारतीय अंतरिक्ष हैकथॉन : इस राष्ट्रीय स्तर के हैकथॉन में छात्रों को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में नवीन समाधान विकसित करने की चुनौती दी जाएगी, जिसके विजेताओं को इसरो में इंटर्नशिप प्राप्त होगी।
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने का उद्देश्य:
- राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2024 अभियान अंतरिक्ष में भारत की उल्लेखनीय उपलब्धियों का स्मरण करेगा और इसका उद्देश्य युवा पीढ़ी में अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति जुनून जगाना है।
- यह दिन अंतरिक्ष अन्वेषण के महत्व और लाभों के बारे में जन जागरूकता बढ़ाएगा, जिससे नागरिकों में राष्ट्रीय गौरव और एकता को बढ़ावा मिलेगा।