संदर्भ:
हाल ही में, पूर्वी अफ्रीका के जिबूती में मलेरिया से निपटने के लिए आनुवंशिक रूप से संशोधित (GM) मच्छरों को वातावरण में छोड़ है।
जीएम मॉस्किटो कार्यक्रम (GM Mosquito Program) के बारे में:
- इस प्रकार की जीएम मच्छरों को छोड़ना “जिबूती फ्रेंडली मच्छर कार्यक्रम” (Djibouti Friendly Mosquito Programme) का एक हिस्सा है, जिसे मलेरिया के संक्रमण को फैलाने वाले एनोफिलीज स्टीफेंस मच्छर के प्रसार को रोकने के लिए शुरू किया गया था।
- ऑक्सिटेक (Oxitec) नामक जैव प्रौद्योगिकी (Biotechnology) कंपनी ने अन्य मच्छरों का उपयोग करके मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों से लड़ने के लिए यह विधि विकसित की है।
आनुवंशिक रूप से संशोधित (जीएम) मच्छर क्या हैं?
जीएम मच्छरों का प्रयोगशाला में बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाता है, जिनमें दो प्रकार के जीन होते हैं:
- स्व-सीमित जीन (Self-Limiting Gene): यह ऐसा जीन है, जो मादा मच्छर संतान को वयस्कता तक जीवित रहने से रोकता है।
- फ्लोरोसेंट मार्कर जीन (Fluorescent Marker Gene): यह ऐसा जीन है, जो एक विशेष लाल रोशनी में चमकता है। इससे शोधकर्ताओं को जंगल में जीएम मच्छरों की पहचान करने में मदद मिलती है।
एनोफिलीज स्टीफेंसी (Anopheles Stephensi) मच्छर के बारे में:
- उत्पत्ति: यह एक मलेरिया वाहक मच्छर है, जो मूल रूप से दक्षिण एशिया और अरब प्रायद्वीप से आया है। इसे पहली बार वर्ष 2012 में अफ्रीका में देखा गया था।
- शहरी क्षेत्रों को खतरा: एनोफेलीज स्टीफेंस मच्छर ग्रामीण क्षेत्रों में फैलाने वाले अफ्रीका के अधिकांश मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों के विपरीत शहरी वातावरण में तेजी से फैलता है।
- जिबूती के स्थिति का अध्ययन (Djibouti Case Study): जिबूती में मलेरिया के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है, जो वर्ष 2012 के 27 से बढ़कर वर्ष 2020 तक 73,000 से अधिक हो गई है।
- पूरे अफ्रीका में प्रसार: बाद में, इसका प्रसार इथियोपिया, सूडान, सोमालिया और नाइजीरिया जैसे अन्य अफ्रीकी देशों में भी हुआ।
इसके रोकथाम के लिए अपनाई गई विधि:
- इस विधि में ऑक्सीटेक (Oxitec) ने नर मच्छरों में एक ऐसा जीन डाला जो उनकी मादा संतानों को वयस्क बनने से रोकता है।
- चूँकि मादा मच्छर मलेरिया को फैलाती हैं, इसलिए उनकी संख्या को कम करने से रोग संचरण भी कम हो सकता है।
- यह विधि सुरक्षित है और विशेष रूप से समस्या पैदा करने वाले मच्छरों को लक्षित करती है।
इस प्रकार के अन्य पहल:
- बुर्किना फासो (Burkina Faso) ने पहली बार मच्छरों को छोड़ा था।
- युगांडा भी मलेरिया से निपटने के लिए इसी तरह की पहल के लिए ऑक्सीटेक के साथ साझेदारी कर रहा है।
जीएम मच्छरों से संबंधित चिंताएँ:
- कई विशेषज्ञ इस बात से चिंतित हैं कि आनुवंशिक रूप से संशोधित मच्छर मनुष्यों और अन्य प्रजातियों को नुकसान पहुँचा सकते हैं और खतरनाक विषाणु जनित रोग के प्रसार जैसी अप्रत्याशित समस्याओं को उत्पन्न कर सकते हैं।
- कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, विषाणु जनित रोगों को फैलाने वाले मच्छरों की संख्या को कम करना ही प्रकोप को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं है।
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