संबंधित पाठ्यक्रम
सामान्य अध्ययन 3: भारतीय अर्थव्यवस्था और योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास और रोजगार से संबंधित विषय; समावेशी विकास और इससे संबंधित विषय।
संदर्भ: हाल ही में, नागरिक उड्डयन मंत्री ने लोकसभा को जानकारी दी कि सरकार ‘उड़ान’ (UDAN) योजना के तहत हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ाने के साथ ही परिचालन मार्गों पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाने की योजना बना रही है।
अन्य संबंधित जानकारी
- केंद्रीय वित्त मंत्री ने बजट 2025-26 के अपने भाषण में घोषणा की कि ‘उड़ान’ (UDAN) योजना को 120 नए गंतव्यों को जोड़ने और अगले दस वर्षों में 4 करोड़ यात्रियों को परिवहन सेवा देने के उद्देश्य से संशोधित किया जाएगा। यह योजना वर्तमान में अनुमोदन के चरण में है।
- 30 नवंबर तक, ‘क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना – उड़े देश का आम नागरिक’ (RCS-UDAN) के तहत कुल 651 मार्गों पर परिचालन शुरू किया जा चुका है। इसके माध्यम से 93 असेवित और अल्प-सेवित हवाई अड्डों को जोड़ा गया है, जिनमें 15 हेलीपोर्ट और 2 वॉटर एरोड्रोम शामिल हैं। अकेले उत्तर प्रदेश में 12 हवाई अड्डों को जोड़ने वाले 87 मार्ग संचालित किए जा रहे हैं।
- असेवित हवाई अड्डा वह हवाई अड्डा होता है जहाँ वर्तमान में कोई भी निर्धारित वाणिज्यिक उड़ान संचालित नहीं होती है।
- अल्प-सेवित हवाई अड्डा वह हवाई अड्डा होता है जहाँ कुछ उड़ान गतिविधियाँ तो होती हैं, लेकिन वे क्षेत्र की जरूरतों के हिसाब से बहुत कम मानी जाती है।
- मंत्रालय ने सूचित किया कि ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा नीति, 2008 के तहत, डेवलपर्स को एक स्थल की पहचान करनी होगी, पूर्व-व्यवहार्यता अध्ययन करना होगा और नए हवाई अड्डों के लिए केंद्र सरकार की मंजूरी लेनी होगी।
- ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे, अविकसित भूमि पर बनाए जाते हैं, जिनका मुख्य ध्यान निर्माण और संचालन के दौरान पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने पर होता है।
- ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा नीति 2008 के तहत, भारत सरकार ने देशभर में 24 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों को सैद्धांतिक मंजूरी दी है, जिनमें से 13 पहले ही परिचालन में आ चुके हैं।
- नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) एक सुदृढ़ निगरानी तंत्र जिसमें नियमित निगरानी, स्पॉट चेक और ऑडिट शामिल हैं, के माध्यम से अनुपालन सुनिश्चित करता है।
- DGCA विमान (संशोधन) अधिनियम, 2020 के तहत एक सांविधिक निकाय है, जो भारत के लिए/से/भीतर हवाई परिवहन सेवाओं के नियमन और नागरिक हवाई नियमों, हवाई सुरक्षा तथा एयरवर्थनेस (विमान की उड़ान योग्यता) मानकों को लागू करने के लिए जिम्मेदार है।
उड़ान (UDAN) के बारे में
- उड़ान योजना की शुरुआत 21 अक्टूबर 2016 को हुई थी, और पहली उड़ान फ्लाइट 27 अप्रैल 2017 को शिमला और दिल्ली के बीच संचालित की गई थी।
- उड़ान योजना की परिकल्पना राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति (NCAP) 2016 के तहत 10 वर्षीय विजन के साथ की गई थी, जिसका उद्देश्य टियर-2 और टियर-3 शहरों को जोड़ना था।
- राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति (NCAP) 2016 भारत की पहली एकीकृत विमानन नीति थी, जिसे हवाई यात्रा को किफायती बनाने और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च किया गया था।
- उड़ान योजना के उद्देश्य और महत्त्व
- भारत भर में असेवित और अल्प-सेवित हवाई अड्डों को परिचालन में लाकर क्षेत्रीय हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ाता है।
- व्यवहार्यता अंतराल वित्तपोषण (VGF) और परिचालन लागत रियायतों के माध्यम से हवाई यात्रा को किफायती बनाता है।
- पर्यटन को बढ़ावा देता है और स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को गति प्रदान करता है, जिससे संतुलित क्षेत्रीय विकास सुनिश्चित होता है।
- बाजार-संचालित दृष्टिकोण के माध्यम से विमानन क्षेत्र में निजी भागीदारी को प्रोत्साहित करता है।
- उड़ान (UDAN) योजना कई संस्करणों के माध्यम से विकसित हुई है, जिनमें से प्रत्येक ने भारत की क्षेत्रीय हवाई कनेक्टिविटी के दायरे और पहुँच का विस्तार किया है।
उड़ान योजना के संस्करण

- उड़ान 1.0 (2017): पाँच एयरलाइन कंपनियों को 70 हवाई अड्डों (जिनमें 36 नए परिचालन में आए हवाई अड्डे शामिल हैं) के लिए 128 उड़ान मार्गों का आवंटन किया गया।
- उड़ान 2.0 (2018): 73 अल्पसेवित और असेवित हवाई अड्डों की घोषणा की गई तथा इस योजना के माध्यम से पहली बार हेलीपैडो को भी जोड़ा गया।
- उड़ान 3.0 (2019): पर्यटन मंत्रालय के समन्वय से, योजना में ‘पर्यटन मार्गों’ को शामिल किया गया। वॉटर एरोड्रोम को जोड़ने के लिए सीप्लेन के अलावा, उत्तर-पूर्व क्षेत्र के कई मार्गों को भी इस योजना के दायरे में लाया गया।
- उड़ान 4.0 (2020): इसने उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों, पहाड़ी राज्यों और द्वीपों को गति प्रदान की। योजना के तहत हेलीकॉप्टरों और सीप्लेन (Seaplanes) का भी संचालन किया गया।
- चार सफल संस्करणों के बाद, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कई सुधारों के साथ RCS-UDAN का 5वां संस्करण (UDAN 5.0) लॉन्च किया।
- UDAN संस्करण 5 – 5.0, 5.1, 5.2, 5.3 और 5.4
उड़ान की उपलब्धियाँ (2016-2025)
- 1.49 करोड़ से अधिक यात्रियों ने किफायती क्षेत्रीय हवाई यात्रा की।
- देशभर में योजना के तहत 3 लाख से अधिक उड़ानों का संचालन किया गया।
- भारत के हवाई अड्डा नेटवर्क में 2014 के 74 हवाई अड्डों की तुलना में 2024 में 159 हवाई अड्डे हो गए हैं।
- 2024: 102 नए मार्ग शुरू किए गए (जिनमें 20 उत्तर-पूर्व भारत में हैं); वर्ष 2024-25 में 66 और मार्ग जोड़े गए।
- क्षेत्रीय व्यापार, स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच और पर्यटन में वृद्धि हुई; खजुराहो, अमृतसर, अजमेर, देवघर और उत्तर-पूर्व भारत जैसे प्रमुख गंतव्यों के लिए हवाई कनेक्टिविटी में सुधार हुआ।
- फ्लाईबिग, स्टार एयर,इंडियावन एयर और फ्लाई 91 जैसी क्षेत्रीय एयरलाइनों का आविर्भाव हुआ।
