वार्षिक कार्यक्रम का उद्देश्य तमिलनाडु और काशी के बीच लंबे समय से चले आ रहे सभ्यतागत संबंधों को मजबूत करना है, जो भारत की आध्यात्मिक और साहित्यिक विरासत के दो सबसे पुराने केंद्र हैं।
KTS 4.0 का पहला चरण 2 से 15 दिसंबर, 2025 तक वाराणसी (काशी) में आयोजित किया जाना है, इसके बाद दूसरा चरण 15 से 31 दिसंबर, 2025 तक तमिलनाडु में आयोजित किया जाना है।
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:
कार्यक्रम के विषय ‘लेट्स लर्न तमिल– तमिल करकलम’ का उद्देश्य देश के अन्य हिस्सों में तमिल भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देना है।
इस वर्ष का आयोजन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 4 दिसंबर, 2025 को तमिलनाडु के सबसे शुभ त्योहारों में से एक, कार्तिगाई दीपम के साथ मेल खाता है।
कार्तिगाई दीपम को दिव्य प्रकाश, ब्रह्मांडीय व्यवस्था और आध्यात्मिक सुरक्षा का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है, जो पौराणिक कथाओं, भक्ति और संस्कृति का एक सुंदर मिश्रण है।
काशी तमिल संगमम 4.0 कीप्रमुख पहल
“तमिल करकलम” – उत्तर प्रदेश में तमिल शिक्षण
50 तमिल शिक्षक वाराणसी के 50 स्कूलों में कक्षाएँ संचालित करेंगे (2-15 दिसंबर 2025)।