क्षेत्रीय मुक्त डिजिटल स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन (RODHS) 2025
संदर्भ: हाल ही में भारत ने नई दिल्ली में दूसरे क्षेत्रीय मुक्त डिजिटल स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन (RODHS) का आयोजन किया।
अन्य संबंधित जानकारी
- RODHS 2025 का आयोजन इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय ई-शासन विभाग (NeGD), राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA), विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्रीय कार्यालय और यूनिसेफ द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
- इस तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल, मालदीव और अन्य देशों के नेता शामिल हुए।
• यह दर्शाता है कि डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (DPI), मुक्त मानक, और जेनरेटिव एआई जैसी तकनीकें कैसे सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (UHC) और क्षेत्रीय स्वास्थ्य प्रणालियों को सुदृढ़ करने में कैसे योगदान कर सकती हैं।
- सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (UHC) का अर्थ है कि सभी लोगों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं की पूरी श्रृंखला, समय और स्थान की परवाह किए बिना, बिना आर्थिक कठिनाई के उपलब्ध हो।”
क्षेत्रीय मुक्त डिजिटल स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन (RODHS)
- RODHS का उद्देश्य विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र (SEAR) में मुक्त, अंतरसंचालनीय और जन-केंद्रित डिजिटल स्वास्थ्य इकोसिस्टम को अपनाने में तेजी लाना है।
- इसका पहला शिखर सम्मेलन 2024 में नैरोबी, केन्या में आयोजित किया गया था।
डार्क पैटर्न मानक
संदर्भ: हाल ही में सरकार ने घोषणा की कि 26 प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों ने स्वेच्छा से स्व-घोषणा पत्र जमा किए हैं, जिसमें उन्होंने 2023 के ‘डार्क पैटर्न की रोकथाम और विनियमन के लिए दिशानिर्देश’ का अनुपालन करने की पुष्टि की है।
अन्य संबंधित जानकारी

- इन कंपनियों ने किसी भी भ्रामक या स्मार्ट डिज़ाइन तत्वों का पता लगाने और उन्हें हटाने के लिए आंतरिक या तृतीय-पक्ष ऑडिट पूरा किया।
- कंपनियों ने यह भी कहा है कि उनके इंटरफेस में ऐसे कोई तरीके नहीं अपनाए गए हैं जैसे झूठी तात्कालिकता (False Urgency), बास्केट स्नीकिन्ग (Basket Sneaking), कन्फ़र्म शेमिंग (Confirm Shaming), जबरन कार्रवाई (Forced Action) या छिपे हुए विज्ञापन (Disguised Advertisements)।
- केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) ने जून 2025 में एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें सभी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को तीन महीने के भीतर स्व-ऑडिट करने का निर्देश दिया गया ताकि डार्क पैटर्न का पता लगाया जा सके और उन्हें समाप्त किया जा सके।
- इस एडवाइजरी में सभी डिजिटल इंटरफेस पर स्पष्ट उपयोगकर्ता अनुमति, पारदर्शी जानकारी और बिना हेरफेर किए डिज़ाइन प्रथाओं के पालन पर विशेष जोर दिया गया।
- दिशानिर्देश 13 प्रकार के डार्क पैटर्न को परिभाषित और प्रतिबंधित करते हैं, जैसे कि सब्सक्रिप्शन ट्रैप, इंटरफेस हस्तक्षेप, बाइट एंड स्विच, ड्रिप प्राइसिंग, खतरनाक मालवेयर और ट्रिक वर्डिंग शब्दावली।
भारत NCAP 2.0
संदर्भ: सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने कारों के क्रैश सुरक्षा प्रदर्शन के मूल्यांकन के लिए भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (NCAP) का संशोधित मसौदा जारी किया।
अन्य संबंधित जानकारी
- भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (NCAP) 2.0 एक संशोधित वाहन सुरक्षा रेटिंग कार्यक्रम है, जो भारत में बेची जाने वाली कारों की टक्कर प्रतिरोध क्षमता (crashworthiness) और सुरक्षा तकनीकों का मूल्यांकन करता है।
- नए ढाँचे का लक्ष्य निर्माता कंपनियों को, विशेषकर एंट्री-लेवल और मास-मार्केट वाहनों में, उच्च गुणवत्ता वाली सुरक्षा सुविधाएँ प्रदान करने के लिए प्रेरित करना है।
- भारत NCAP के मसौदा नियमों में यूरो NCAP मानकों के तत्वों को अपनाया गया और कमजोर सड़क यूजर सुरक्षा के लिए 20% वेटेज निर्धारित किया गया।
- वाहन मॉडलों का मूल्यांकन पांच प्रमुख क्षेत्रों के तहत किए जाने का प्रस्ताव रखा गया, जिनमें उनके संबंधित भारांश इस प्रकार हैं: सुरक्षित ड्राइविंग – 10%, टक्कर से बचाव – 10%, टक्कर सुरक्षा – 55%, कमजोर सड़क उपयोगकर्ता सुरक्षा – 20%, टक्कर के बाद की सुरक्षा – 5%
- असुरक्षित सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा को शामिल करने का उद्देश्य भारत में पैदल चलने वालों, साइकिल चालकों और दो-पहिया वाहन चालकों की उच्च मृत्यु दर को कम करना है
- मसौदा नियमों के अनुसार, स्टार रेटिंग पाने के लिए कारों में मानक विशेषताओं के रूप में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) और साइड या कर्टन एयरबैग होने चाहिए, जबकि ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग (AEB) को स्वेच्छा से इनमें शामिल किया जा सकता है।
- मसौदे में प्रस्ताव है कि फाइव-स्टार रेटिंग पाने के लिए वाहनों को 2027–2029 के लिए कम से कम 70 पॉइंट और 2029–2031 के लिए 80 पॉइंट प्राप्त करने होंगे।
भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम
- भारत NCAP को पहली बार अक्टूबर 2023 में लागू किया गया था ताकि कारों की क्रैश सुरक्षा प्रदर्शन का निष्पक्ष, सार्थक और वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन किया जा सके, जो AIS-197 के अनुसार मानक प्रयोगशाला परीक्षणों पर आधारित हो।
- यह कार्यक्रम उपभोक्ताओं को मूल्यांकन के बारे में सूचित करने के लिए मार्गदर्शन और तंत्र प्रदान करता है।
- भारत NCAP एक स्वैच्छिक कार्यक्रम है, जिसकी निगरानी भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) द्वारा की जाती है।
पहला दृष्टिबाधित महिला T20 क्रिकेट विश्व कप
संदर्भ: हाल ही में भारत और श्रीलंका ने पहले दृष्टिबाधित महिला T20 क्रिकेट विश्व कप 2025 का सह-आयोजन किया।
अन्य संबंधित जानकारी

- दृष्टिबाधित महिला टी20 क्रिकेट विश्व कप एक अभिनव पहल है, जो समावेशिता, सशक्तिकरण और खेल उत्कृष्टता को बढ़ावा देती है।
- भारत ने श्रीलंका में हुए पहले दृष्टिबाधित महिला टी20 विश्व कप के फाइनल में नेपाल को सात विकेट से हराकर जीत दर्ज की।
- इस टूर्नामेंट में भारत, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका की छह टीमों ने भाग लिया।
- भारत में दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ (CABI) भारत में दृष्टिबाधितों के लिए क्रिकेट आयोजित और संचालित करने वाला मुख्य संगठन है और यह वर्ल्ड ब्लाइंड क्रिकेट (WBC) से संबद्ध है।
- CABI, दिव्यांगजनों के लिए समर्थन ट्रस्ट की क्रिकेट शाखा है, जो भारत में दृष्टिबाधित क्रिकेट का संचालन करती है।
महिला कबड्डी विश्व कप 2025
संदर्भ: हाल ही में भारतीय महिला कबड्डी टीम ने लगातार दूसरी बार महिला कबड्डी विश्व कप का खिताब जीत लिया।
महिला कबड्डी विश्व कप 2025

- भारत ने ढाका, बांग्लादेश में हुए फाइनल में चाइनीज ताइपे को 35–28 से हराया।
- 2025 का टूर्नामेंट ढाका, बांग्लादेश के शहीद सुहरावर्दी इंडोर स्टेडियम, मीरपुर में 17 से 24 नवंबर तक आयोजित किया गया।
- इस टूर्नामेंट में ग्यारह देशों भारत, बांग्लादेश, चाइनीज़ ताइपेई, जर्मनी, ईरान, केन्या, नेपाल, पोलैंड, थाईलैंड, युगांडा और ज़ांज़ीबार ने भाग लिया।
- महिला कबड्डी विश्व कप 13 साल बाद आयोजित किया गया और इसका पिछला या उद्घाटन संस्करण 2012 में पटना में हुआ था, जहाँ भारत ने फाइनल में ईरान को हराया।
लाचित दिवस
संदर्भ: भारत के प्रधानमंत्री ने 24 नवंबर को लाचित दिवस के अवसर पर लाचित बोरफुकन को श्रद्धांजलि अर्पित की।
लाचित दिवस

- असम में प्रति वर्ष 24 नवंबर को महान सेनापति लाचित बोरफुकन के सम्मान में लाचित दिवस मनाया जाता है।
- यह दिन उनकी वीरता, नेतृत्व और मुगल साम्राज्य के विस्तार से क्षेत्र की रक्षा में निभाई गई उनकी महत्वपूर्ण भूमिका का स्मरण कराता है।
लाचित बोरफुकन
- उनका जन्म 24 नवंबर, 1622 को हुआ था।
- वे चक्रध्वज सिंह के शासनकाल में सेनापति (बोरफुकन) के रूप में कार्यरत थे।
- 1667 में उन्होंने मुगलों से गुवाहाटी को पुनः जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उनका सबसे प्रसिद्ध योगदान 1671 में सरायघाट के नौसैनिक युद्ध में अहोम सेना का नेतृत्व करते हुए एक बड़ी मुगल सेना पर निर्णायक विजय प्राप्त करना था, जिससे क्षेत्र में मुगल साम्राज्य के विस्तार को रोक दिया गया।
भारत की पहली लिक्विड हीलियम क्रायोजेनिक सुविधा
संदर्भ: हाल ही में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ने भारत की पहली “लिक्विड हीलियम” क्रायोजेनिक सुविधा का उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य भारत में क्वांटम शोध और क्रायोजेनिक तकनीक का विस्तार करना है।
अन्य संबंधित जानकारी
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे (IIT बॉम्बे) ने भारत में क्वांटम विज्ञान और कंप्यूटिंग शोध को आगे बढ़ाने के लिए एक नई लिक्विड हीलियम सुविधा की स्थापना की है।
- नई लिक्विड हीलियम सुविधा को पूरे देश के शैक्षणिक और औद्योगिक उपयोग के लिए स्थापित किया गया है और उम्मीद है कि यह क्रायोजेनिक प्रयोगों में आने वाली लागत को काफी कम कर देगी।
- यह सुविधा क्रायोजेनिक इंजीनियरिंग, सुपरकंडक्टिविटी, क्वांटम कंप्यूटिंग, क्वांटम सेंसिंग, फोटोनिक्स, स्वास्थ्य तकनीकों और हरित ऊर्जा उपकरणों में भारत की क्षमता को बढ़ाएगी।
- इस संयंत्र में प्रति घंटे लगभग 56 लीटर लिक्विड हीलियम का उत्पादन किया जा सकता है और इसमें उपभोग और संचालन लागत को कम करने के लिए रिकवरी सिस्टम भी शामिल है।
लिक्विड हीलियम के बारे में
- लिक्विड हीलियम, हीलियम का तरल रूप है, और यह पूर्ण शून्य तापमान (Absolute Zero) पर भी तरल रहता है तथा अति-द्रवता (superfluidity) के समान क्वांटम गुण दर्शाता हैं।
- लिक्विड हीलियम, विस्फोटक भी हो सकता है, यदि इसे उचित तरीके से नियंत्रित न किया जाए तो इसके कारण कोल्ड बर्न्स (Cold Burns), दम घुटना (Asphyxiation) और अत्यधिक दाब (Over-Pressurisation) जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
छठी अंतर्राष्ट्रीय सस्य विज्ञान कांग्रेस (IAC-2025)
संदर्भ: हाल ही में कृषि और किसान कल्याण मंत्री ने छठी अंतर्राष्ट्रीय सस्य विज्ञान कांग्रेस (IAC-2025) का उद्घाटन किया।
अन्य संबंधित जानकारी
• IAC-2025 का विषय है ‘स्मार्ट कृषि–खाद्य प्रणालियों और पर्यावरण संरक्षण हेतु सस्य विज्ञान का पुनः-अवलोकन’, जो भविष्य के लिए उत्पादक, जलवायु-सहिष्णु, पर्यावरण–अनुकूल और पोषण–सुरक्षित कृषि प्रणाली की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करता है।
• यह तीन-दिवसीय वैश्विक आयोजन (24–26 नवंबर 2025) भारतीय सस्य विज्ञान समिति (ISA) द्वारा इनके सहयोग से सह-आयोजित किया गया है:
- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR)
- भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI)
- राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी (NAAS)
- कृषि विज्ञान उन्नयन ट्रस्ट (TAAS)
• उद्घाटन सत्र के दौरान, मंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय सस्य विज्ञान कांग्रेस (IAC)–2025 घोषणा पत्र जारी किया, ताकि भारतीय और वैश्विक कृषि में अधिक स्मार्ट, सतत और लाभकारी पद्धतियों को अपनाया जा सके।
छठी अंतर्राष्ट्रीय सस्य विज्ञान कांग्रेस
- अंतर्राष्ट्रीय सस्य विज्ञान कांग्रेस (IAC) कृषि वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं और उद्योग विशेषज्ञों के लिए एक प्रमुख वैश्विक आयोजन है।
- पहली अंतर्राष्ट्रीय सस्य विज्ञान कांग्रेस 1998 में नई दिल्ली, भारत में आयोजित की गई थी।
