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सामान्य अध्ययन-3: संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव आकलन। 

संदर्भ: 

UNFCCC COP30 की अध्यक्षता कर रहे ब्राज़ील ने 13 नवंबर को बेलेम हेल्थ एक्शन प्लान (BHAP) पेश किया। यह पूर्णतः स्वास्थ्य पर केंद्रित पहला अंतरराष्ट्रीय जलवायु अनुकूलन फ्रेमवर्क है।

अन्य संबंधित जानकारी

  • यह घोषणा COP30 के चौथे दिन, ब्राजील के अमेज़ोनियन शहर बेलेम में की गई।
  • लोक हितैषी संस्थाओं ने इस योजना को लागू करने के लिए 300 मिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश का आश्वासन दिया।
  • इस योजना में जलवायु से जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों से निपटने के लिए निगरानी प्रणाली, साक्ष्य आधारित नीति और स्वास्थ्य नवाचार को कवर करते हुए 60 कार्यों की रुपरेखा दी गई है।
  • यह योजना देशों को जलवायु के बढ़ते जोखिमों, जैसे उष्ण तरंगे (हीटवेव), वेक्टर-जनित बीमारियाँ और खाद्य एवं जल प्रणालियों में आने वाले व्यवधानों से निपटने के लिए एक रोडमैप प्रदान करती है।

जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC)

  • UNFCCC पर 1992 में पर्यावरण और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में हस्ताक्षर किए गए थे| इसे पृथ्वी शिखर सम्मेलन, रियो शिखर सम्मेलन या रियो सम्मेलन के रूप में भी जाना जाता है।
  • यह 21 मार्च, 1994 से प्रभावी हुआ।
  • इस कन्वेंशन के पक्षकार विश्वभर के लगभग 197 देश हैं।

UNFCCC COP-30

  • COP30 संयुक्त राष्ट्र की 30वाँ पक्षकार सम्मेलन (COP) है| यह एक वार्षिक वैश्विक बैठक जहाँ विश्व के नेता, वैज्ञानिक, गैर-सरकारी संगठन और नागरिक समाज के नेता जलवायु परिवर्तन से निपटने के उपायों पर चर्चा करने के लिए एकत्र होते हैं।
  • UNFCCC COP-30 10 से 21 नवंबर 2025 तक ब्राज़ील के बेलेम में आयोजित किया जा रहा है।

बेलेम हेल्थ एक्शन प्लान 

  • यह योजना जलवायु परिवर्तन के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र के अनुकूलन पर केंद्रित पहले विस्तृत अंतर्राष्ट्रीय फ्रेमवर्क के रूप में जारी की गई थी।
  • इस योजना का अंतरराष्ट्रीय उद्देश्य यह है कि BHAP को ग्लोबल स्टॉकटेक और अन्य संबंधित तंत्रों के अंतर्गत यूएनएफसीसीसी प्रगति रिपोर्टिंग में सम्मिलित किया जाए।
  • COP33 (2028) तक, अगले ग्लोबल स्टॉकटेक के दौरान, सभी समर्थक पक्षकारों को बेलेम हेल्थ एक्शन प्लान में उल्लिखित कार्यों के क्रियान्वयन में अपनी प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
  • यह योजना COP30 एक्शन एजेंडा का हिस्सा है, जो लक्ष्य 16 के अनुरूप है। लक्ष्य 16 जलवायु संकट का सामना करने के लिए प्रभावी स्वास्थ्य प्रणाली को बढ़ावा देता है।
  • यह पहल UNFCCC के पूर्ववर्ती निर्णयों, वर्ल्ड हेल्थ असेंबली के प्रस्तावों और UAE-बेलेम वर्क प्रोग्राम पर आधारित है।
  • यह प्लान देशों का जलवायु से जुड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों की रोकथाम, उनका पता लगाने और उनसे निपटने के लिए कार्रवाई करने में मार्गदर्शन करता है।
  • सिविल सोसाइटी ग्रुप्स, UN एजेंसियों और ग्लोबल हेल्थ अलायंस समेत 80 से अधिक भागीदारों ने इस योजना का समर्थन किया है।
  • WHO, PAHO और UNFCCC के नेताओं ने इस पहल का समर्थन करते हुए कहा कि स्वास्थ्य पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पहले ही विश्वभर में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं।
  • इस नए वित्तपोषण का उद्देश्य जलवायु और स्वास्थ्य डेटा को एकीकृत करना है, जिससे लचीली और मजबूत स्वास्थ्य प्रणालियाँ विकसित की जा सकेंगी।

BHAP के समग्र सिद्धांत

  • स्वास्थ्य समानता और ‘जलवायु न्याय’ की अवधारणा को बढ़ावा देना: अनुकूलन उपाय ऐसे स्वास्थ्य असमानताओं और अन्यायों को दूर करने पर केंद्रित होने चाहिए, जिन्हें जलवायु परिवर्तन और बढ़ाता है, साथ ही जलवायु परिवर्तन से निपटने के दौरान ‘जलवायु न्याय’ के महत्व को भी ध्यान में रखना आवश्यक है।
  • सामाजिक सहभागिता के साथ जलवायु और स्वास्थ्य में नेतृत्व और शासन: अनुकूलन नीतियों को लागू करते समय देश के भीतर जवाबदेही, पारदर्शिता और निगरानी के सिद्धांतों का पालन करना आवश्यक है, साथ ही इन्हें उनकी राष्ट्रीय परिस्थितियों और ढाँचों के अनुसार अनुकूलित किया जाना चाहिए।

तर्क और समानता का आयाम

  • इस योजना में जलवायु परिवर्तन की प्रमुख वैश्विक स्वास्थ्य खतरे के रूप में पहचान की गई है, क्योंकि इसके कारण रोगों के पैटर्न में बदलाव होता है, मृत्यु दर में वृद्धि होती है और स्वास्थ्य प्रणालियों पर दबाव पड़ता है।
  • इस योजना में कहा गया है कि विकासशील देश और सुभेद्य आबादी जलवायु-संबंधी स्वास्थ्य जोखिम का सबसे अधिक सामना करते हैं।
  • यह फ्रेमवर्क सामूहिक कार्रवाई और सुदृढ़ शासन की आवश्यकता पर जोर देता है, ताकि स्वास्थ्य प्रणाली चरम मौसम, बढ़ते तापमान और उभरते नए रोगों जैसी समस्याओं से प्रभावी ढंग से निपट सके।

कार्यान्वयन की आवश्यकताएं और अपेक्षित परिणाम 

  • यह पहल जलवायु से संबंधित स्वास्थ्य जोखिमों की प्रारंभिक चेतावनी, निगरानी और स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए उपकरण प्रदान करती है।
  • यह पहल जलवायु-संबंधित स्वास्थ्य जोखिमों की समय पर चेतावनी देने, उनकी निगरानी करने और स्वास्थ्य अवसंरचना को सुदृढ़ बनाने के लिए उपकरण उपलब्ध कराती है।
  • यह दस्तावेज़ जीवन रक्षा और दीर्घकालिक लचीलापन सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य प्रणाली के सभी स्तरों पर समेकित जलवायु-स्वास्थ्य अनुकूलन की आवश्यकता पर जोर देता है।

अनुकूलन योजना के मुख्य लाभ 

  • इस योजना में पहली बार स्वास्थ्य को वैश्विक जलवायु कार्रवाई का एक मुख्य स्तंभ माना गया है।
  • यह पहल देशों को जलवायु-लचीली स्वास्थ्य प्रणालियाँ विकसित करने के लिए स्पष्ट मार्गदर्शन प्रदान करती है।
  • यह रोडमैप स्वास्थ्य अनुकूलन के लिए निरंतर और पूर्वानुमेय वित्त पोषण की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
  • यह ढांचा स्वास्थ्य संबंधी उपायों में समानता, जलवायु न्याय और सहभागी शासन को बढ़ावा देता है।
  • यह पहल देशों को जलवायु चर्चाओं से हटकर व्यावहारिक क्रियान्वयन की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती है।

Sources:
Cdn. Who
Cop30
Outlook Business
Down To Earth

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