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सामान्य अध्ययन-3: आईटी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-टेक्नोलॉजी, जैव-टेक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित विषयों के क्षेत्र में जागरूकता।
संदर्भ: हाल ही में यूनेस्को ने न्यूरोटेक्नोलॉजी की नैतिकता पर पहला वैश्विक मानक-निर्धारण फ्रेमवर्क जारी किया, जिसमें नवाचार के जिम्मेदार उपयोग के माध्यम से मानव अधिकारों की रक्षा करने और मस्तिष्क व उससे संबंधित डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मानक तय किए गए हैं।
न्यूरोटेक्नोलॉजी के बारे में
- न्यूरोटेक्नोलॉजी उन उपकरणों और प्रक्रियाओं को संदर्भित करती है जो मानव मस्तिष्क सहित तंत्रिका प्रणाली तक पहुँचती हैं, उसका मूल्यांकन करती हैं और उस पर कार्य करती हैं।
- इसमें डीप ब्रेन सिमुलेशन, ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस (BCIs), तंत्रिका संकेतों को कैप्चर करने वाले ब्रेन-वियरेबल्स और तंत्रिका गतिविधि को डिकोड या प्रभावित करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ उपयोग की जाने वाली प्रणालियाँ शामिल हैं।
- 2023 में प्रकाशित यूनेस्को के एक अध्ययन के अनुसार, न्यूरोटेक्नोलॉजी में सार्वजनिक निवेश पहले ही 6 अरब डॉलर से अधिक हो चुका है। वर्ष 2020 के अंत तक इसमें निजी निवेश बढ़कर 7.3 अरब डॉलर हो गया था।
यूनेस्को की सिफारिशें
- मन की शुचिता और नैतिक मूल्यों का संरक्षण
- यह मानव मन को अलंघनीय मानता है और सुनिश्चित करता है कि न्यूरोटेक्नोलॉजी गरिमा, स्वायत्तता और सूचित सहमति का सम्मान करे।
- यह मानसिक गोपनीयता और तंत्रिका डेटा संरक्षण को मूल अधिकारों के रूप में बनाए रखता है, विचार की स्वतंत्रता, समानता और निष्पक्षता को संरक्षित करता है।
- यह “तंत्रिका डेटा” को एक विशिष्ट और अत्यधिक संवेदनशील श्रेणी के रूप में प्रस्तुत करता है जिसके लिए समर्पित सुरक्षा उपायों की आवश्यकता होती है।
- यह मानव मन को अलंघनीय मानता है और यह सुनिश्चित करता है कि न्यूरोटेक्नोलॉजी गरिमा, स्वायत्तता और सूचित सहमति का सम्मान करे।
- समावेशिता, पहुंच और अति-संवेदनशील वर्गों की सुरक्षा:
- यह सभी के लिए समान, सुलभ और किफायती न्यूरोटेक्नोलॉजी सुनिश्चित करता है, जिससे विशेषाधिकार प्राप्त समूहों के बीच लाभों का संकेन्द्रण रोका जा सके।
- यह विकसित होते मस्तिष्क और संज्ञानात्मक कल्याण की सुरक्षा के लिए बच्चों और किशोरों हेतु न्यूरोटेक्नोलॉजी के जिम्मेदार और चिकित्सीय उपयोग को बढ़ावा देता है।
- कार्यस्थलों और उपभोक्ता डोमेन में जिम्मेदार उपयोग:
- यह कर्मचारियों की गोपनीयता, गरिमा और स्वायत्तता को सख्त निगरानी से बचाकर कार्यस्थलों पर न्यूरोटेक्नोलॉजी के नैतिक उपयोग को सुनिश्चित करता है।
- यह उपभोक्ता न्यूरोटेक्नोलॉजी उत्पादों में पारदर्शिता, तथ्यात्मक दावों और उपयोगकर्ता सुरक्षा को बढ़ावा देता है जो व्यवहार या संज्ञान को प्रभावित करते हैं।
- शासन, विनियमन और भविष्य की तैयारियां:
- यह मानव अधिकारों, डेटा की गोपनीयता और उभरती नैतिक चुनौतियों, जिनमें अवचेतन या स्वप्न-आधारित मार्केटिंग शामिल है, को कवर करते हुए 100 से अधिक दूरदर्शी सिफारिशें प्रदान करता है।
- यह राज्यों से न्यूरोटेक्नोलॉजी शासन में पारदर्शिता, जवाबदेही और सार्वजनिक विश्वास सुनिश्चित करने के लिए मजबूत कानूनी और नैतिक ढांचे स्थापित करने का आह्वान करता है।
फ्रेमवर्क का महत्त्व
- वैश्विक नैतिक मानक: ये सिफारिशें न्यूरोटेक्नोलॉजी के नैतिक विकास और उपयोग का मार्गदर्शन करने के लिए विश्व का पहला अंतर्राष्ट्रीय ढांचा स्थापित करती हैं।
- कमजोर समूहों के लिए सुरक्षा कवच: यह बच्चों, रोगियों और श्रमिकों के लिए विशेष सुरक्षा उपाय करती है, उन्हें एक जिम्मेदार अनुसंधान और नवाचार (RRI) दृष्टिकोण के साथ अनैतिक या शोषणकारी न्यूरो-हस्तक्षेपों से बचाती हैं।
- भविष्य की तैयारियों के लिए मार्गदर्शन: ये दिशानिर्देश अवचेतन प्रौद्योगिकियों के माध्यम से मस्तिष्क डेटा के दुरुपयोग या हेरफेर जैसे उभरते जोखिमों का पूर्वानुमान लगाते हैं, जिससे समाज को नई नैतिक चुनौतियों के लिए तैयार होने में मदद मिलती है।
- समावेशी और न्यायसंगत पहुँच: ये दिशानिर्देश न्यूरोटेक्नोलॉजी तक निष्पक्ष पहुँच को बढ़ावा देते हैं, असमानताओं को कम करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि लाभ समाज के सभी वर्गों तक पहुँचें।
- न्यूरोटेक्नोलॉजी और न्यूरोराइट्स का संतुलन: ये मानक मानव मस्तिष्क और मस्तिष्क-संबंधी डेटा के दुरुपयोग को कम करने के लिए नवाचार और मानवाधिकारों के बीच संतुलन बनाए रखने हेतु डिज़ाइन किए गए हैं।
Sources:
The Hindu
UNESCO
The Gardian
